नहीं मिल रहा पोषण आहार, मिड-डे-मील के भरोसे आंगनबाड़ियां

grain supply is off in MPs Anganwadis, nutrition problem arising
नहीं मिल रहा पोषण आहार, मिड-डे-मील के भरोसे आंगनबाड़ियां
नहीं मिल रहा पोषण आहार, मिड-डे-मील के भरोसे आंगनबाड़ियां

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। आंगनबाड़ियों में पोषण आहार को लेकर खड़ी हुई समस्या अब गहराने लगी है। अप्रैल में स्टॉक आने की उम्मीद थी लेकिन सप्लाई नहीं हो सकी। अब स्थानीय स्तर पर स्व-सहायता समूहों द्वारा संचालित मिड-डे-मील के भरोसे आंगनबाड़ियों का संचालन हो रहा है। लेकिन धात्री महिलाओं को मिलने वाला पोषण आहार किसी भी आंगनबाड़ी में नहीं बचा है, जिससे हजारों महिलाएं प्रभावित हो रही है।

आंगनबाड़ियों की पोषण आहार व्यवस्था अब पूरी तरह से ठप हो चुकी है। एक सप्ताह में सप्लाई आने की बात कहने वाले अफसरों का महीना बीतने के बाद भी यही कहना है कि व्यवस्था बनाई जा रही है। लेकिन हकीकत ये है कि बच्चों और धात्री महिलाओं को मिलने वाला पोषण आहार अब आंगनबाड़ियों में पूरी तरह से बंद हो चुका है।

मार्च के भरोसे कटा अप्रेल
मार्च में जो सप्लाई हुई तो उस सप्लाई के भरोसे जैसे-तैसे अधिकारियों ने अप्रेल में कुछ दिनों तक पोषण आहार वितरित कर दिया, लेकिन व्यवस्था बनाने में अधिकारी भी फेल हो गए हैं। अफसरों के पास कोई जबाव नहीं है।

सबसे ज्यादा परेशानी महिलाओं की पोषण आहार नहीं मिलने से सबसे ज्यादा परेशानी धात्री(गर्भवती) महिलाओं की हो रही है। दरअसल, बच्चों के लिए मिड डे मील देकर व्यवस्था को चलाया जा रहा है लेकिन महिलाओं के लिए ऐसे कोई इंतजाम नहीं है।हजारों महिलाएं प्रभावित हो रही है।पोषण आहार अब आंगनबाड़ियों में पूरी तरह से बंद हो चुका है।

अब ये होगा असर
- पोषण आहार नहीं मिलने से कुपोषित बच्चों की संख्या में इजाफा होना तय माना जा रहा है।
- धात्री महिलाओं में कुपोषित और कमजोर बच्चों के प्रसव होने की संभावना ज्यादा हो गई है।
- जो नए बच्चे कुपोषित मिले है। उनमें कुपोषण का स्तर और बढ़ेगा।

इनका कहना है...
- फिलहाल पोषण आहार की सप्लाई नहीं आई है। मामला प्रदेश स्तर का है। हम तो पहले ही डिमांड पहुंचा चुके हैं।
एमएल मेहरा डीपीओ, महिला एवं बाल विकास विभाग

 

Created On :   1 May 2018 2:23 PM IST

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