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किराया बढ़ने के बाद भी बढ़े हज यात्री, सरकार ने 75 फीसदी घटाई सब्सिडी

डिजिटल डेस्क,नागपुर। हवाई किराए में बढ़ोतरी के बाद भी हज यात्रियों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। राज्य सरकार ने हज यात्रा की सब्सिडी 75 फीसदी से ज्यादा घटा दी है। सब्सिडी घटाकर हवाई किराया बढ़ाने के बाद भी हज यात्रियों की संख्या में इजाफा होता जा रहा है। पिछले साल की तुलना में इस बार नागपुर इम्बारकेशन प्वाइंट से करीब एक चौथाई हज यात्री ज्यादा होंगे। साल 2016 में महाराष्ट्र राज्य का हज यात्रियों का कोटा 7 हजार 556 था, जो इस साल 9 हजार 780 हो गया है।
सेंट्रल तंजीम कमेटी के सचिव हाजी मो. कलाम ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने साल 2012 में हज सब्सिडी 10 साल में खत्म करने के आदेश दिए थे, लेकिन केंद्र सरकार ने पांच साल में ही सब्सिडी 75 प्रतिशत से ज्यादा घटा दी है। अगले साल तक सब्सिडी पूरी तरह खत्म हो सकती है। सब्सिडी घटने के बाद भी नागपुर से हज यात्रियों की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई है।
हज यात्रियों की दो श्रेणी
हज यात्री मुख्य रूप से दो श्रेणी के होते हैं। एक ग्रीन और दूसरे अजीजिया। साल 2016 में अजीजिया श्रेणी का किराया 1 लाख 84 हजार 650 रुपए था और ग्रीन श्रेणी का किराया 2 लाख 18 हजार 550 रुपए। इस बार अजीजिया श्रेणी के किराए में 20 हजार 250 रुपए और ग्रीन श्रेणी में 19 हजार 750 रुपए की बढ़ोतरी की गई है। हवाई यात्रा का किराया करीब 62 हजार 65 रुपए है।
ग्रीन श्रेणी में वे हज यात्री आते हैं, जिन्हें काबा से एक से डेढ़ किमी के आसपास रहने का मौका मिलता है। अजीजिया में वे होते हैं जो काबा से 8-9 किमी के दायरे में रहते हैं। नागपुर एम्बारकेशन प्वाइंट से हज पर जाने वाले ग्रीन श्रेणी के यात्री को इस बार 2 लाख 38 हजार 300 रुपए देना पड़ेगा, जो पिछले साल की तुलना में 19 हजार 750 रुपए अधिक है। 2016 में 2 लाख 18 हजार 550 रुपए और 2015 में 2 लाख 12 हजार 850 रुपए शुल्क भरना पड़ा था। अजीजिया श्रेणी के यात्री को इस बार 2 लाख 4 हजार 900 रुपए भरना पड़ेगा, जो पिछले साल की तुलना में 20 हजार 250 रुपए अधिक है। 2016 में 1 लाख 84 हजार 650 रुपए तथा 2015 में 1 लाख 80 हजार रुपए किराया था।
Created On :   17 July 2017 1:45 PM IST