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फ्लाईओवर को साकार करने डागा अस्पताल पर चलेगा हथौड़ा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। इंदोरा से शीतला माता मंदिर तक बनने वाले उड़ानपुल के लिए डागा अस्पताल की इमारत की बलि लेने की तैयारी है। एनएचएआई ने इसके लिए जो मैप तैयार किया है, उसके मुताबिक गांजाखेत से लाल इमली तक डागा अस्पताल का सामने का पूरा हिस्सा ढहा दिया जाएगा। अस्पताल के पास पहले ही जगह कम है आैर अब एनएचएआई की तलवार लटक रही है। इस फ्लाईओवर पर 521 करोड़ का खर्च अनुमानित है। 3 लेन (12 मीटर चौड़ा) के टू वे ट्रैफिक फ्लाईआेवर की लंबाई 5 किमी है और पूरे मार्ग की लंबाई 7.30 किमी है।
अस्पताल का टूटेगा यह हिस्सा
अस्पताल का जो हिस्सा तोड़ा जाएगा उसमें नेत्र विभाग की इमारत, प्रशासनिक इमारत, साइकिल स्टैंड, वैद्यकीय अधीक्षक का बंगला, उद्यान शामिल है। इस अस्पताल में 500 बेड मंजूर हैं। वर्तमान में 400 बेड की व्यवस्था है और 100 बेड के लिए इमारत का निर्माणकार्य जारी है। प्रस्तावित फ्लाईआेवर के दूसरे हिस्से में निजी इमारतें हैं, फिलहाल डागा अस्पताल पर ही हथौड़ा बरसेगा।
प्रदूषण का खतरा
पहले इस फ्लाईआेवर को गोलीबार चौक पर उतारने की योजना थी। अब रैम्प (नीचे उतरने व ऊपर जाने का रास्ता) लाल इमली चौक पर बनेगा। यह चौक अस्पताल से सटा है। डागा अस्पताल में डिलीवरी के अलावा बच्चों का इलाज होता है। गर्भवती महिलाएं व बच्चों को वायु और ध्वनि प्रदूषण का खतरा हो सकता है।
डागा प्रशासन ने लगाई है गुहार
इस अस्पताल के लिए डागा परिवार ने जमीन दी थी। पहले अस्पताल का नाम डागा स्मृति अस्पताल था। बाद में सरकार ने इसे अपने अधिकार क्षेत्र में लेकर इसका नाम शासकीय डागा स्मृति अस्पताल रखा। अस्पताल प्रशासन ने जगह कम होने का हवाला देकर इमारत नहीं तोड़ने की गुहार लगाई है, लेकिन एनएचएआई ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। नेत्र विभाग की नई इमारत के निर्माण के लिए निधि देने का भरोसा दिया है।
कोई फार्मूला नहीं
पालकमंत्री डॉ. नितीन राऊत ने पूरे प्रोजेक्ट की समीक्षा की है। इंदोरा चौक से चंबार नाला तक भी दुकानदार प्रभावित हो सकते हैं। डॉ. राऊत ने दुकानदारों के पुनर्वसन को प्रारूप में शामिल करने को कहा है। डागा अस्पताल का मुद्दा बैठक में उठा, लेकिन अस्पताल की जगह बचाने के लिए अभी तक कोई फार्मूला सामने नहीं आया है। एनएचएआई ने जो मार्किंग की, उसके मुताबिक अस्पताल परिसर में बना महावितरण का कार्यालय व सुलभ शौचालय भी ढहा दिया जाएगा।
प्रदूषण से बचाव के लिए लगेगा बैरियर सिस्टम
एनएचएआई नागपुर के सूत्रों ने बताया कि सर्वे डाटा लेकर सुपर इंपोज करेंगे आैर अलाइमेंट में क्या-क्या जाता है, यह देखेंगे। सर्वे मैप पर अलाइमेंट होगा। ध्वनि और वायु प्रदूषण से बचाव के लिए बैरियर सिस्टम लगाया जाएगा। डागा अस्पताल टूटने से बचेगा या नहीं, यह अभी कहना मुश्किल है। एनएचएआई नागपुर कार्यालय के प्रोजेक्ट डायरेक्टर नीलेश येवतकर से संपर्क नहीं हो सका। न तो फोन पर संपर्क हुआ, न ही एसएमएस से ही सूचना मिली।
Created On :   9 July 2021 2:13 PM IST