- Home
- /
- हाथापाई के बाद हवलदार की स्वैप मशीन...
हाथापाई के बाद हवलदार की स्वैप मशीन तोड़ी, धोखाधड़ी भी

डिजिटल डेस्क,नागपुर। चोरी और सीनाजोरी। रॉन्ग साइड वाहन चलाने से रोकने पर बौखलाया चालक चालान कार्रवाई से बचने के लिए यातायात विभाग के हवलदार से भिड़ गया और हाथापाई कर उसकी स्वैप मशीन तोड़ दी। आरोपी चालक के खिलाफ गणेशपेठ पुलिस ने सरकारी काम में बाधा डालने का मामला दर्ज किया है।
काम में बाधा डालने का मामला दर्ज
आरोपी कोठी रोड, महल निवासी वरुण घाटे 30 है। गुरुवार की शाम को वरुण कर्नलबाग से अशोक चौक के तरफ दोपहिया वाहन (एम.एच.-49-ए.एच.-9559) से रॉन्ग साइड जा रहा था। यातायात विभाग के हवलदार मधुकर शंभकर (54) ने उसे रोक लिया। वरुण ने कार्रवाई होते देख मधुकर से हाथापाई की और तैश में आकर मधुकर से स्वैप मशीन छीनकर जमीन पर पटक दी। जिससे मशीन टूट गई। इसके बाद मामला थाने पहुंचा। उल्लेखनीय है कि, 1 जनवरी 2021 से अब तक पुलिस विभाग से जुड़े इस प्रकार के 18 मामले थाने पहुंचे है
ऑइल खरीदी-बिक्री की आड़ में लाखों का चूना
ऑइल खरीदी-बिक्री के धंधे में व्यक्ति को लाखों रुपए से चूना लगाए जाने का मामला उजागर हुआ है। शुक्रवार को बर्डी थाने में प्रकरण दर्ज किया गया है। कैनल रोड गंगासागर अपार्टमंट निवासी पुनीतकुमार लक्ष्मीनारायण ग्रोव्हर (51) है, जबकि आरोपी पवन पांडे और जतीन नामक व्यक्ति है। इन दोनों ने ऑइल देने का वादा किया था। झांसे में आने से पुनीतकुमार ने उन्हें रामदासपेठ स्थित एचडीएफसी बैंक की शाखा में 10 लाख 23 हजार रुपए दिए। यह बात 24 अगस्त 2021 की है, लेकिन अभी तक पुनीत कुमार को ऑइल नहीं िमला है। इससे उसने अपनी रकम वापस मांगी, लेकिन रकम वापस करने में भी आरोपियों का टालमटोल रवैया रहा। इस बीच मामला थाने पहुंचा। जांच पड़ताल के दौरान आरोपियों द्वारा ऑइल खरीदी-बिक्री की आड़ में धोखाधड़ी करने की पुष्टि हो गई। शुक्रवार को दोनों आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है, लेकिन अभी तक आरोपियों की िगरफ्तारी होना बाकी है।
खुद की जमीन बताकर किसी और को बेच दी
खुद की बताकर दूसरे की जमीन बेची गई है। घटित प्रकरण के उजागर होने से शुक्रवार को दो प्रॉपर्टी डीलरों के खिलाफ हिंगना थाने में प्रकरण दर्ज िकया गया है। आरोपी प्रॉपर्टी डीलर अश्विन जगदीश फुलके और कार्तिकराज बाजीराव सुखदेवे दोनों पंचशील नगर निवासी हैं, जबकि पीड़ित प्लाॅटधारक मदन श्यामरावजी कोहले रेतवी नगर निवासी सहित कई लोगों ने 14 मार्च 2008 से अभी तक मौजा जामगड़ में आरोपियों से प्लाॅट खरीदे थे, लेकिन बाद में पता चला कि आरोपियों ने जो जमीन खुद की बताकर बेची थी वह िकसी और की थी। हालांकि सौ रुपए के स्टाम्प पेपर एग्रीमेंट में भी बनाया गया था, लेकिन आरोपियों का फर्जीवाड़ा उजागर होने से लोगों ने अपने रुपए वापस मांगे। आरोपी टालमटोल करते रहे। मामला थाने गया। जांच अधिकारी उपनिरीक्षक जयेश पवार भी मामले को लेकर लापरवाही बरते रहे। जिससे वर्षों बाद शुक्रवार को प्रकरण दर्ज िकया गया है।
Created On :   25 Sept 2021 7:59 PM IST