अगवा हेडमास्टर का अब तक सुराग नहीं, परिजनों से मांगी 20 लाख फिरौती

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अगवा हेडमास्टर का अब तक सुराग नहीं, परिजनों से मांगी 20 लाख फिरौती

डिजिटल डेस्क,सतना। बरौंधा थाना क्षेत्र के मुड़िया देव माध्यमिक स्कूल से अगवा किए गए हेडमास्टर को छोड़ने की एवज में 20 लाख रुपए की फिरौती मांगी गई है। डकैतों ने वारदात को अंजाम देने के बाद यशोदा प्रसाद कोल के घरवालों को फोन कर फिरौती की मांग की। पहले तो परिजनों ने इसे किसी की शरारत समझी, लेकिन जब स्कूल के अन्य शिक्षकों से संपर्क साधा तो हेडमास्टर यशोदा कोल के अगवा होने की खबर मिली। इसके बाद पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई।

मुड़िया देव माध्यमिक शाला के अतिथि शिक्षक रामकरण खैरवार ने लिखित आवेदन देकर बताया था कि हेडमास्टर यशोदा प्रसाद रविवार रात से गायब हैं और सोमवार सुबह स्कूल भी नहीं आए, उनसे किसी प्रकार का संपर्क नहीं हो पा रहा है। दूसरी तरफ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामेश्वर यादव ने तराई में डेरा डाल दिया है। हेडमास्टर के अपहरण की खबरों के बीच पुलिस व एसएएफ की 5 टीमों को नयागांव से बरौंधा तक के इलाके में सर्चिंग के लिए लगा दिया गया है, साथ ही यूपी पुलिस से मदद ली जा रही है।


स्कूलों में बने तालाबंदी के हालात

लगभग 6 साल बाद दस्यु प्रभावित क्षेत्र से किसी शिक्षक के अपहरण की वारदात सामने आई है जिससे इलाके में दहशत फैल गई है। बरौंधा, मझगवां, नयागांव, धारकुंडी के ग्रामीण अंचल में संचालित शासकीय व निजी विद्यालयों में तालाबंदी के हालात बन रहे है। हेडमास्टर यशोदा की जल्द रिहाई न होने पर अन्य शिक्षकों ने तालाबंदी की चेतावनी दी है।अपहरण कांड के बाद शिक्षक संगठनों ने हेडमास्टर की सकुशल रिहाई की मांग करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। राज्य अध्यापक संघ के अध्यक्ष शैलेन्द्र त्रिपाठी समेत बड़ी संख्या में अलग-अलग शिक्षक संगठनों के पदाधिकारियों व सदस्यों ने मंगलवार को डीईओ से मुलाकात कर हालात से अवगत कराया, साथ ही यह ऐलान भी किया कि यदि जल्द से जल्द रिहाई नहीं हुई तो स्कूल बंद कर धरना, प्रदर्शन किया जाएगा।


गैंग को लेकर संशय बरकरार

वहीं 30 हजार के इनामी डकैत ललित पटेल ने अब तक जिले के नयागांव थाना क्षेत्र के अलावा बांदा के फतेहगंज व चित्रकूट जिले के कर्वी-कोतवाली क्षेत्र में ही वारदातों को अंजाम दिया है। उसके छिपने के ठिकाने भी थरपहाड़, भैरम बाबा, कोल्हुआ जंगल के आसपास ही है। इस आधार पर पुलिस यह अनुमान लगा रही है कि हेडमास्टर के अपहरण में ललित गिरोह का हाथ नहीं है पर जिस तरह से कोल्हुआ जंगल में 3 ग्रामीणों की हत्या कर लाशों को जलाने के बाद दोनों राज्यों की पुलिस ने गिरोह पर दबाव बना रखा है उससे यह आशंका बढ़ गई है कि जान बचाने के लिए डकैत जंगल के रास्ते कालिंजर की तरफ चले गए और पुलिस का जोर चित्रकूट में होने का फायदा उठाकर हेडमास्टर को अगवा कर लिया।

कोढ़न जंगल में मिली ललित की लोकेशन

उधर ललित गिरोह की लोकेशन चित्रकूट जिले के भरतकूप चौकी अंतर्गत कोढ़न जंगल में मिलने पर यूपी पुलिस ने पूरा इलाका छान मारा। चौकी प्रभारी सुजीत सिंह ने सहयोगी स्टाफ और पीएसी के दो दर्जन सशस्त्र जवानों के साथ कोढ़न, कोल्हुआ, नौवस्ता से लेकर खम्हरिया जंगल तक सर्चिंग की। ग्रामीणों से भी पूछताछ में पता चला कि गिरोह इसी इलाके में था, लेकिन पुलिस के पहुंचने से काफी देर पहले सुरक्षित ठिकाने की तरफ निकल गया। हालांकि इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई कि गिरोह के साथ अगवा शिक्षक था या नहीं।

Created On :   12 July 2017 8:57 AM IST

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