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नागपुर यूनिवर्सिटी कैंपस के पीछे 250 एकड़ में लगी भीषण आग
डिजिटल डेस्क, नागपुर। अंबाझरी जैव-विविधता उद्यान के जंगल में आग लग गई। दमकल विभाग के 11 वाहनों ने मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। यह उद्यान करीब 750 एकड़ में फैला हुआ है, इसमें जंगल का एक बड़ा हिस्सा भी शामिल है। नागपुर यूनिवर्सिटी कैंपस के पीछे उद्यान के जंगल वाले हिस्से में आग लगी और वह तेजी से फैल गई। हालांकि यह पता नहीं चल पाया कि आग कैसे लगी।
चारों दिशाओं से पानी की बौछारें
दमकल सूत्रों के अनुसार, करीब 250 एकड़ में आग फैलने से भारी नुकसान हो गया। पेड़-पौधे और कुछ औषधीय वनस्पतियां जलकर नष्ट हो गईं। दमकल विभाग के अग्निशमन अधिकारी तुषार बाराहाते ने बताया कि बुधवार को दोपहर करीब 1 बजे दमकल विभाग को सूचना मिली कि नागपुर यूनिवर्सिटी कैंपस के पीछे जंगल में आग लगी है। खबर मिलने के बाद सिविल लाइंस से 9, वाड़ी से 1 और एमआईडीसी से 1 दमकल वाहन को घटनास्थल पर भेजा गया। दमकल अधिकारियों और कर्मचारियों ने चारों दिशाओं से पानी की बौछारें कर आग पर काबू पाया। करीब 7 घंटे तक आग धधकती रही।
ऐसे मौसम में आम बात है
बाराहाते का कहना है कि गर्मी का मौसम शुरू होते ही जंगल में आग लग जाना कॉमन बात है, क्योंकि जंगल में घास-फूस और पेड़-पौधों की पत्तियां सूख जाती हैं। इससे आग लगने पर बेहद तेजी से फैलती है।
कर्मचारी रात में भी करेंगे निगरानी
दमकल विभाग के अधिकारी बाराहाते ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है। कर्मचारियों को वॉच टावर और गश्ती वाहनों से उद्यान क्षेत्र में निगरानी रखने का आदेश दिया है। उपवनसंरक्षक प्रभुनाथ शुक्ल ने बताया कि दोपहर में आग लगने की खबर मिली। घास के अंदर कागज और पाॅलीथिन के टुकड़े रहते हैं। आग लगने पर यह टुकड़े जंगल में इधर-उधर उड़कर जाते हैं, जिससे तेजी से आग फैलती है।
किसी भी प्राणी को नुकसान नहीं
अंबाझरी जैव-विविधता उद्यान परिसर में जंगल का काफी बड़ा हिस्सा है। यहां पर सांप, पक्षी, जंगली बिल्लियां, सियार, मसन्याउद, हिरण आदि प्राणी विचरण करते रहते हैं। शुक्ल का कहना है कि इसमें प्राणी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। करीब 750 हेक्टेयर में उद्यान फैला हुआ है। इसमें संरक्षित जंगल का प्रबंधन संयुक्त वन व्यवस्थापन समिति को दिया गया है। दो वर्ष पहले तैयार किए गए जैव-विविधता उद्यान के कारण शहर में निसर्ग भ्रमण का अवसर भी नागपुरवासियों को मिला है। इसके साथ ही साइकिल राइड और ई-वाहनों से सफारी की सुविधा भी इस उद्यान में है। छायाचित्र और पक्षियों के निरीक्षण के लिए अनेक निसर्ग प्रेमी इस उद्यान में आते हैं।
मई 2020 में भी खाक हुआ था 9 हेक्टेयर जंगल
सूत्रों के अनुसार, मई 2020 में अंबाझरी जैव-विविधता उद्यान परिसर में आग लग गई थी। उस समय करीब 9 हेक्टेयर से ज्यादा जंगल जल गया था। उस समय जैव-विविधता उद्यान कक्ष 797 वासुदेव नगर परिसर में शंकर नगर टावर लाइन के फीडर में जबरदस्त शॉर्ट-सर्किट हुआ था। उसमें से निकलीं चिंगारियां नीचे पड़े सूखे पत्तों व घास पर गिरीं। इससे आग लग गई थी और देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया था।
Created On :   4 Feb 2021 6:11 AM GMT