वनसंपदा के साथ किले का भी भारी नुकसान 

Heavy loss of fort along with forest wealth
वनसंपदा के साथ किले का भी भारी नुकसान 
चिखलदरा के गाविलगढ़ किला में लगी भीषण आग वनसंपदा के साथ किले का भी भारी नुकसान 

डिजिटल डेस्क, चिखलदरा ( अमरावती)। मेलघाट के चिखलदरा के ऐतिहासिक गावीलगढ़ परिसर में गुरुवार 5 मई की शाम भीषण आग लग गई। आग के कारण किले सहित वनसंपदा का भारी नुकसान हुआ है।   जानकारी के मुताबिक गावीलगढ़ किला परिसर व्याघ्र प्रकल्प के कब्जे में है। परिसर में चरवाहों को मवेशी ले जाने पर पाबंदी लगाई गई है। दो साल से इस परिसर में मवेशियों को चराई के लिए प्रवेश करने नहीं दिया जाता है। गुरुवार को अचानक इस गावीलगढ़ परिसर में आग लग गई। देखते ही देखते आग ने भीषण रूप धारण कर लिया और संपूर्ण किले को अपनी चपेट में ले लिया। घटना प्रकाश में आते ही वन विभाग के अधिकारी घटनास्थल की तरफ दौड़ पड़े। चिखलदरा के वन परिक्षेत्र अधिकारी दिनेश वालके के नेतृत्व में ब्लोअर मशीन की सहायता से आग को काबू में करने के प्रयास जारी है। 

रात भर चली आग से किले का काफी नुकसान हुआ है। साथ ही किला परिसर और आसपास के अनेक पेड़ जलकर खाक हो गए। आग से वन्यप्राणियों को भी नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है। इस जंगल में पट्‌टेदार बाघ, तेंदुए, नीलगाय, हिरण, बारासिंगा, जंगली भैसे, खरगोश, जंगली कुत्ते, भालू, आदि वन्य प्राणी हैं। कुछ चरवाहों द्वारा आग लगाने का संदेह वन विभाग के अधिकारियों ने दर्शाया है। 
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Created On :   7 May 2022 2:33 PM IST

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