RSS विचारक वैद्य ने कहा- हिंदू राष्ट्र सपना नहीं, वस्तुस्थिति है

Hindu nation is not a dream, it is a fact : RSS member Vaidya
RSS विचारक वैद्य ने कहा- हिंदू राष्ट्र सपना नहीं, वस्तुस्थिति है
RSS विचारक वैद्य ने कहा- हिंदू राष्ट्र सपना नहीं, वस्तुस्थिति है

डिजिटल डेस्क, नागपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के विचारक मा. गो. वैद्य ने कहा कि हिंदू राष्ट्र यह सपना नहीं, वस्तुस्थिति है। वहीं अन्य वक्ताआें ने संघ के हिंदुत्व पर तंज कसते हुए कई सवाल उठाए। RSS के हिंदुत्व को ब्राह्मण हिंदू की संज्ञा दी। शंकरनगर स्थित बाबूराव धनवटे सभागृह में "संघ का हिंदू राष्ट्र का सपना साकार होगा" किताब का विमोचन RSS विचारक मा. गो. वैद्य, वरिष्ठ पत्रकार सुरेश द्वादशीवार, मराठा सेवा संघ के पुरुषोत्तम खेडेकर व समाजसेवी रवींद्र पंढरीनाथ के हाथों हुआ। प्रमुख अतिथि संघ विचारक मा. गो. वैद्य व  कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार सुरेश द्वादशीवार ने की। मंच पर पुरुषोत्तम खेडेकर व रवींद्र पंढरीनाथ प्रमुखता से उपस्थित थे।

RSS विचारक श्री वैद्य ने कहा कि हिंदू राष्ट्र यह सपना नहीं, वस्तुस्थिति है। राज्य व राष्ट्र अलग-अलग है। राज्य यह राजनीतिक संस्था है, तो राष्ट्र यह लोगों का समूह है। इसके लिए 3 शर्तें भी बताईं। जो भूमि को मां मानते हैं, उनका राष्ट्र है। राष्ट्र का इतिहास होता है। जिनका जीवनमूल्य समान होता है, वे राष्ट्र में रहते हैं, देश की विविधता का सत्कार करते हैं। संपूर्ण मानव जाति से जोड़ने वाला मानवधर्म है। धर्म व रिलीजन दोनों अलग हैं, धर्म व्यापक है। पहले सभी लोग धर्म से चलते थे, सबसे पहला राजा मनू था। भारत माता की जय व वंदे मातरम् बोलने से खुशी होती है उनका यह राष्ट्र हैै।

धर्मनिरपेक्षता हमारी राष्ट्रीय नीति
वरिष्ठ पत्रकार श्री द्वादशीवार ने कहा कि धर्मनिरपेक्षता हमारी राष्ट्रीय नीति है। कोई भी धर्म सनातन नहीं। दुनिया में 14000 से ज्यादा युद्ध हुए हैं आैर इसमें से 12500 युद्ध सिर्फ धर्म के नाम पर हुए हैं। धर्म के नाम पर सबसे ज्यादा लोग मारे गए हैं। उन्होंने धर्म की दुकानें चलाने वालों पर निशाना साधते हुए कहा कि सभी धर्मों में मौजूद कड़वे लोग संगठित हाे रहे हैं। हिंदू, अहिंदू का वर्गीकरण करनेे का अधिकार संघ को किसने दिया। विवेकानंद की परंपरा को टिकाए रखना है। न्याय व्यवस्था को भी कड़वे लोगों ने खराब कर दिया है। हिंदुआें को मारने वाले भी हिंदू ही हैं, जो पहले भी था आैर आखिरी में भी रहेगा वह सनातन है आैर सनातन ही मानवधर्म है।

पंढरीनाथ ने कहा कि महात्मा गांधी अच्छे हैं तो नाथुराम गोडसे का निषेध होना चाहिए। हिंदू धर्म व हिंदू राष्ट्र परंपरा के साथ मूल्य व विचार भी होने चाहिए, कौन सा हिंदू राष्ट्र तुम्हें चाहिए। हम सभी भारतीय हैं। मनू यह संतों से श्रेष्ठ यह बयान ठीक नहीं। दलित, आदिवासी व महिलाएं हमारे साथ हैं क्या यह देखने की जरूरत है। भाजपा 4 साल में कांग्रेस बन गई। जिसका जन्म ही नहीं हुआ वह जियो विद्यापीठ आईआईटी खड़कपुर से श्रेष्ठ कैसा बन गया। संघ के लिए धक्के खाने वाले आज कहां हैं। हमें विवेकानंद चाहिए या तालिबान यह RSS तय करे। धार्मिक उन्माद से देश व समाज को खतरा है। समाज को खतरे में लाने का पाप नहीं करने का आह्वान किया। विचारों की प्रक्रिया आगे बढ़नी  चाहिए।

चिंतन करने की जरूरत
खेडकर ने कहा कि हम ब्राह्मण नहीं बन सकते, लेकिन ब्राह्मण मानव बनता है तो खुशी होगी। RSS के प्रति लोगों में संभ्रम व चिढ़ है। दूसरों की नींद खराब करने का काम RSS कर रही हैै। ब्राह्मण मुस्लिमों से लड़ नहीं सकते, इसलिए RSS ने हिंदू को बीच में डाला। ब्राह्मणवाद खत्म होकर मानवतावाद आगे आना चाहिए। ब्राह्मणवाद को खत्म करना जरूरी है। ब्राह्मण हिंदू व बहुजन हिंदू की परिभाषा हो रही। संघ व ब्राह्मणों की सोच पर प्रहार करते हुए कहा कि चिंतन करने की जरूरत है। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।

Created On :   15 July 2018 12:14 PM GMT

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