कौशल विकास सेंटर में स्टाफ नहीं, भटक रहे हैं युवा

How to develop youth in the skill development center
कौशल विकास सेंटर में स्टाफ नहीं, भटक रहे हैं युवा
कौशल विकास सेंटर में स्टाफ नहीं, भटक रहे हैं युवा

डिजिटल डेस्क, मवई। बेरोजगार पढ़े लिखे युवाओं को तकनीकी और व्यवसायिक ट्रेनिंग देकर रोजगार उपलब्ध कराने के लिए केंद्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे कौशल विकास सेंटर में ट्रेनिंग के लिए स्टाफ नहीं है। यहां मवई में बेरोजगार युवा रजिस्ट्रेशन कराने के बाद ट्रेनिंग के लिए भटक रहे है। 

 ब्लाक स्तर पर कौशल विकास सेंटर खोले गए हैं। इन केन्द्रों में बेरोजगार युवाओं को मोटर मैकेनिक, ड्राइवर, बढ़ई, निर्माण कार्य समेत अन्य ट्रेनिंग दी जानी है जिससे युवा रोजगार हासिल कर सकें। युवकों को केन्द्र में रजिस्ट्रेशन कराना पड़ता है। इसके बाद 3-6 महीनों की ट्रेनिंग सेंटर में दी जाती है। युवाओं में कौशल विकास कर रोजगार से जोड़ने की कवायद के बावजूद युवाओं में कौशल विकास नहीं हो पा रहा है। मंडला जिले के सबसे पिछड़े इलाके मवई में पिछले तीन साल से ट्रेनिंग के नाम पर सिर्फ सर्टिफिकेट दिए जा रहे हैं। लेकिन इस साल सर्टिफिकेट मिलने की भी स्थिति नहीं है। यहां सेंटर में ट्रेनिंग देने के लिए कोई भी स्टाफ अरेंज नहीं किया गया है। सिर्फ एक कर्मचारी सेंटर में ताला खोलने और लगाने का काम करता है। यहां युवाओं का पंजीयन किया जा रहा है। 

व्यवस्था न होने के बावजूद युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है। यहां कई महीनों से युवक रजिस्ट्रेशन के लिए आ रहे हैं, लेकिन ट्रेनिंग के लिए कोई व्यवस्था न होने से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिससे युवाओं में रोष भी देखा जा रहा है। यहां दूर-दूर से युवा ट्रेनिंग के लिए आते हैं, लेकिन उन्हें कोई फायदा नहीं मिल पा रहा है। यहां युवाओं को जानकारी देने के लिए स्टाफ भी नहीं है। 

Created On :   3 Sept 2017 10:17 PM IST

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