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क्रशर को लीज मिली तो बंजर हो जाएगी खेती की जमीन, रजिस्ट्री भी जांच का विषय

डिजिटल डेस्क शहडोल ब्यौहारी के भमरहा द्वितीय स्थित आराजी खसरा नंबर 775 रकबा 1.700 हेक्टेयर भूमि पर इस्कान इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड द्वारा क्रशर संचालन के लिए लीज लिए जाने संबंधी आवेदन का ग्रामीणों ने विरोध किया है। कमिश्नर के नाम दिए आवेदन में ग्रामीणों ने बताया कि यहां पर खनिज विभाग व प्रशासन द्वारा क्रशर संचालन की अनुमति स्वीकृत की जाती है तो आसपास की खेती की जमीनें बंजर हो जाएगी। इसका सीधा नुकसान गांव के किसानों को होगा, जिनका जीविकोपार्जन ही यहां पर खेती से जुड़ा है। इसके साथ ही क्रशर के लिए पूर्व में हुई जमीन की रजिस्ट्री और चौहद्दी की जांच की मांग भी की गई है।
आवेदन में लेख चौहद्दी और मौका अलग-अलग, आदिवासियों की जमीन होगी बंजर
क्रशर संचालन के लिए लीज आवेदन में उत्तर में नंदलाल गोड़, दक्षिण में रामेश्वर व पूर्व में प्रेमलाल सिंह सहित अभिषेक गोयल का लेख किया गया है। जबकि उक्त भूमि से लगी भूमि बांकेलाल गोड़, चंद्रपाल सिंह, रज्जू बाई, प्रेमलाल गोड़, फूलबाई गोड़ की जमीन है। कमिश्नर को दिए आवेदन में ग्रामीणों ने बताया कि यहां क्रशर लीज स्वीकृत किया जाता है तो सीधे तौर आदिवासियों की खेती की जमीन पर बंजर होगी। ग्रामीणों ने बताया कि अमूमन ऐसे मामलों में खनिज विभाग के अधिकारी किसान हितों की अनदेखी कर निर्णय लेते हैं।
ऐसे परेशान होंगे किसान
> क्रशर संचालन के लिए चिन्हित लीज आवेदन के आसपास 60 से 65
एकड़ खेती की जमीन है। क्रशर खुलने से इस जमीन पर खेती करना
मुश्किल हो जाएगा।
> हैवी ब्लास्टिंग से आसपास निवास कर रहे किसानों को भी परेशानी होगी, आदिवासी परिवारों के दिनचर्या पर भी असर पड़ेगा।
> क्रशर के लिए क्रयशुदा भूमि खसरा नंबर 755 क्रेता रामराज कोल निवासी खुटेहरा की मलियती की जांच की मांग भी की गई है।
-शिकायत की जानकारी मिली है। क्रशर संचालनकर्ताओं के बीच प्रतिस्पर्धा के कारण भी पूर्व में ऐसी शिकायतें आती रही है। हमने मौके पर जाकर देखा है। उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट प्रस्तुत कर रहे हैं।
पुष्पेंद्र त्रिपाठी खनिज निरीक्षक शहडोल
Created On :   3 Dec 2022 3:47 PM IST












