बेटे ने पानी नहीं भरा तो पिता ने कर दी हत्या

If the son did not fill the water, the father killed him
बेटे ने पानी नहीं भरा तो पिता ने कर दी हत्या
नागपुर बेटे ने पानी नहीं भरा तो पिता ने कर दी हत्या

डिजिटल डेस्क,नागपुर।  पानी नहीं भरने पर एक शराबी ने मासूम बच्चे को पहले पीट-पीट कर अधमरा कर दिया। उसके बाद रस्सी से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी।  दिल दहला देने वाली यह घटना सुरादेवी गांव में हुई। सोमवार को काेराड़ी थाने में हत्या का मामला दर्ज कर आरोपी पिता को गिरफ्तार किया गया है। 

बच्चों से क्रूरता से पेश आता था 
संतलाल मड़ावी सुरादेवी गांव निवासी है। उसे 10 साल का बेटा गुलशन उर्फ गबरू और 12 साल की बेटी है। संतलाल मजदूरी करता है। उसे शराब पीने की बुरी लत है। उसकी इस आदत से त्रस्त होकर उसकी पत्नी करीब 4 साल पहले उसे छोड़कर किसी के साथ भाग गई। इधर, दोनों बच्चे संतलाल के ही पास रह गए। संतलाल अपने ही बच्चों से बेहद क्रूरता के साथ पेश आता रहा है। यहां तक कि घर के सारे काम उन्हीं  से कराता रहा है। इस कारण उन्हें कभी पढ़ने नहीं जाने दिया।  

पिटाई देख बेटी भाग गई : रविवार को गबरू ने पानी नहीं भरा। यह देखकर संतलाल ने पहले तो उसकी जमकर पिटाई की। गबरू की पिटाई होते देखकर उसकी बहन घर से भाग गई, क्योंकि उसे लगा कि गबरू की पिटाई के बाद उसकी भी बारी आने वाली है। ऐसा दोनों भाई-बहन के साथ रोजाना होता था। गबरू को अधमरा होने तक संतलाल ने पीटा। इसके बाद गबरू का गला घोंटकर उसे मौत के घाट उतार दिया। 

शव दरवाजे के पीछे छुपाया और बेटी को गबरू को ढूंढने गांव में भेजा : गबरू की हत्या करने के बाद संतलाल ने उसका शव अपनी झोपड़ी में ही दरवाजे के पीछे छुपा दिया। इसके बाद बेटी को साइकिल पर बिठाकर भाई सुखमन और भाभी अनिता (कलमेश्वर तहसील निवासी) को लेने महादुला गया। वह लोग रविवार को पहली बार संतलाल के घर आए थे। घर आने के बाद संतलाल ने गांव में गबरू को ढूंढने भेजा। गबरू नहीं िमला। बेटी जब झोपड़ीो में गई तो उसने गबरू को दरवाजे के पीछे सोया पड़ा होने की जानकारी दी। जब गबरू ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी, तो उसे मेयो अस्पताल ले जाया गया। चिकित्सकों ने वहां गबरू की मौत होने की पुष्टि की।

जल्दी दाह-संस्कार की फिराक में था संतलाल : खुद को हत्या के आरोप से बचाने की संतलाल ने पूरी कोशिश की। इस कारण गांव के पुलिस पाटील और अन्य लोगों को भी उसने बुला लिया। इस बीच संतलाल दाह संस्कार की तैयारी करता, इसके पहले ही गांव के लोगों ने गबरू को मेयो अस्पताल ले जाने को कहा, जिससे संतलाल फंस गया। गले पर निशान देखकर चिकित्सकों ने गला घोंटे जाने का संदेह व्यक्त िकया। पुलिस को भी गबरू की हत्या होने की शंका थी, लेकिन कोई पुख्ता सबूत नहीं थे। सोमवार को पुलिस ने संतलाल की बेटी को विश्वास में लेकर महिला पुलिस की मदद से पूछताछ की। बेटी ने बताया उसने गबरू को मारते हुए पिता को देखा था, लेकिन हत्या की बात उसे नहीं पता है। सख्ती बरतने पर संतलाल ने हत्या की बात स्वीकार की। निरीक्षक भेदोडकर ने हत्या का प्रकरण दर्ज कर संतलाल को िगरफ्तार िकया है। 
 

Created On :   24 May 2022 5:24 PM IST

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