94 फीसदी मामलों में साइबर अपराधी पुलिस के शिकंजे से दूर

In 94 percent of the cases, cyber criminals are away from the clutches of the police.
94 फीसदी मामलों में साइबर अपराधी पुलिस के शिकंजे से दूर
महाराष्ट्र 94 फीसदी मामलों में साइबर अपराधी पुलिस के शिकंजे से दूर

दुष्यंत मिश्र, मुंबई । देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में साइबर अपराधों के मामले लगातार बढ़ रहे हैं लेकिन पांच अलग पुलिस स्टेशनों के बावजूद इन अपराधों को सुलझाने में पुलिस को ज्यादा कामयाबी नहीं मिल पा रही है। महानगर में इस साल अक्टूबर तक साइबर अपराध के 3960 मामले दर्ज किए गए हैं लेकिन इनमें से 243 मामलों की ही गुत्थी सुलझ पाई है। यानी करीब 94 फीसदी मामलों में साइबर अपराधी पुलिस के शिकंजे से दूर हैं। इन मामलों में पुलिस ने कुल 395 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। लोगों को लालच देकर ठगी की भी खूब वारदातें हो रही हैं। आंकड़े बताते हैं कि इस साल अक्टूबर के अंत तक मुंबई के 1817 लोग ऑनलाइन ठगी के शिकार हो चुके हैं। पुलिस इनमें से 68 मामलों को ही सुलझा पाई है जिनमें 140 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।

ऑनलाइन सस्ता सामान खरीदने की कोशिश में 172 लोग ठगी का शिकार हुए हैं लेकिन इनमें से सिर्फ एक की गुत्थी सुलझी और एक आरोपी को पुलिस गिरफ्तार कर पाई। आसानी से कर्ज लेने के चक्कर में भी 102 लोग ठगों के जाल में फंसे। पुलिस इनमें से छह मामलों में ही आरोपियों तक पहुंच पाई और 27 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा भेजा गया मंहगा गिफ्ट कस्टम में फंसा होने, नौकरी, इंश्यूरेंस, प्राविडेंट फंड, निवेश, शादी, दाखिला, क्रिप्टो करेंसी, फर्जी वेबसाइट के नाम पर भी बड़ी संख्या में लोग ठगी का शिकार हो रहे हैं। सेक्सटॉर्शन के जाल में भी बड़ी संख्या में लोग फंस रहे हैं। इसके तहत सोशल मीडिया के जरिए दोस्ती कर लड़कियां/ लड़के लोगों को अपने जाल में फंसाते हैं और अश्लील वीडियो चैट के लिए उकसाते हैं। ऐसा करते ही आरोपी वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करना शुरू कर देते हैं। कई मामलों में पुलिस ने पाया है कि इसके पीछे संगठित गिरोह हैं। सेक्सटॉर्शन के भी अब तक 68 मामले सामने आ चुके हैं जिनमें से 14 मामलों में पुलिस 21 आरोपियों को गिरफ्तार करने में कामयाब रही है। 

पुलिसवालों को विशेष प्रशिक्षण
बढ़ते साइबर अपराधों और उनके सुलझने की दर से पुलिस अधिकारी भी चिंतित हैं। यही वजह है कि मुंबई के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में तैनात 225 पुलिस वालों को साइबर अपराधों की छानबीन के लिए विशेष ट्रेनिंग दी जा रही है। पुलिस उपायुक्त (साइबर) बालसिंह राजपूत ने कहा कि हम चाहते हैं कि साइबर अपराध के छोटे मामले पुलिस स्टेशनों में ही दर्ज कर उन्हें सुलझा लिया जाए। साइबर अपराध की जांच कैसे की जानी है और आरोपियों तक कैसे पहुंचना है। इसके लिए पुलिसवालों को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उम्मीद है इससे साइबर अपराध के ज्यादा मामले सुलझाने में मदद मिलेगी।

साल दर साल बढ़ रहे साइबर अपराध
  साल                        दर्ज मामले        सुलझे       
2022(अक्टूबर तक)        3960             243        
2021                         2883              455        
2020                         2435             207
8 दिसंबर 2022

 

Created On :   8 Dec 2022 7:06 PM IST

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