11 वी प्रवेश के लिए इन हाउस कोटा 20 से घट कर हुआ 10 फीसदी

In house quota reduced from 20 to 10 percent for 11th entrance
11 वी प्रवेश के लिए इन हाउस कोटा 20 से घट कर हुआ 10 फीसदी
11 वी प्रवेश के लिए इन हाउस कोटा 20 से घट कर हुआ 10 फीसदी

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश में शैक्षणिक वर्ष 2019-20 से कक्षा 11 वीं में विद्यार्थियों के दाखिला लेने के लिए महाविद्यालयों के इन-हाउस कोटा को 20 प्रतिशत से घटाकर 10 प्रतिशत कर दिया गया है। इससे समाज के सभी वर्गों के आरक्षण को लागू करने के बाद सामान्य वर्ग के विद्यार्थियों के लिए 7 प्रतिशत सीटें बची रहेंगी। गुरुवार को मंत्रालय में प्रदेश के शिक्षा मंत्री विनोद तावडे ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि प्रदेश सरकार के शिक्षा विभाग ने शैक्षणिक वर्ष 2019-20 के लिए कक्षा 11 वीं के प्रवेश के लिए शासनादेश के जरिए नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। तावडे ने कहा कि मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार समाजिक और शैक्षणिक पिछड़ा वर्ग (एसईबीसी) के 16 प्रतिशत, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए (ईडब्लूएस) 10 प्रतिशत आरक्षण लागू होने से आरक्षण का प्रतिशत 103 प्रतिशत हो जाएगा और इस कारण कक्षा 11 वीं में सामान्य श्रेणी के विद्यार्थियों के लिए सीटें नहीं मिलेंगी। पर ये खबरे सही नहीं हैं। तावडे ने कहा कि इस तरह की अनावश्यक खबर फैलाई जा रही है। 10वीं की परीक्षा में बैठने वाले छात्र किसी भी प्रकार की चिंता न करें और अच्छी तरह से परीक्षा दें। अच्छे नंबर मिलने पर उन्हें जूनियर कॉलेजों में जरूर प्रवेश मिलेगा।

तावडे ने कहा कि मुंबई में 1887 विभिन्न संकायों के महाविद्यालय हैं। इसमें से 306 महाविद्यालय अल्पसंख्यक हैं जबकि 333 वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल अथवा जूनियर महाविद्यालय अल्पसंख्यक हैं। इन गैर अल्पसंख्यक जूनियर महाविद्यालयों में कक्षा 11 वीं के प्रवेश प्रक्रिया में 103 प्रतिशत आरक्षण नजर आएगा। इसके मद्देनजर महाविद्यालय के प्रबंधन से चर्चा करके इन-हाऊस कोटा को घटाकर 10 प्रतिशत करने का फैसला किया गया है। 


खाली रही थी इन हाऊस कोटा की सीटें

तावडे ने कहा कि एसईबीसी और ईडब्लूएस के आरक्षण और इन-हाऊस कोटा को मिलाकर कुल सामान्य वर्ग के विद्यार्थियों लिए 33 प्रतिशत सीटें रहेंगी। क्योंकि एसईबीसी और ईडब्लूएस आरक्षण के जरिए सामान्य वर्ग के विद्यार्थियों को ही मौका मिलेगा। तावडे ने कहा कि पिछले साल कक्षा 11 वीं में प्रवेश के लिए 639 महाविद्यालयों में इन-हाऊस कोटा की 40156 सीटें थी लेकिन इसमें से 16799 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया। इन-हाऊस कोटा की बाकी सीटें रिक्त ही पड़ी थी।

Created On :   8 March 2019 9:18 AM IST

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