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बच्चों के खिलाफ अपराध के मामले में दूसरे क्रमांक पर है महाराष्ट्र

डिजिटल डेस्क, मुंबई । हाल ही में जारी राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों से खुलासा हुआ है कि महाराष्ट्र में बच्चों के खिलाफ होने वाले अपराध लगातार बढ़ रहे हैं जिस पर चाइल्ड राइट्स एंड यू (क्राई) संस्था ने चिंता जताई है। आंकड़ें बताते हैं कि साल 2021 में बच्चों के खिलाफ राज्य में 17261 आपराधिक मामले सामने आएं जबकि साल 2020 में बच्चों के खिलाफ 14371 अपराध सामने आए थे। बच्चों के खिलाफ सर्वाधिक अपराध उत्तर प्रदेश में दर्ज हुए हैं। क्राई की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि बच्चों के खिलाफ अपराध के कुल मामलों को देखे तो महाराष्ट्र दूसरे नंबर पर है। इसके अलावा बच्चों के अपहरण और पाक्सो कानून के तहत दर्ज मामलों में भी राज्य दूसरे नंबर पर है। साल 2021 में राज्य में पाक्सो कानून के तहत 6200 मामले दर्ज किए गए जबकि साल 2020 में यह आंकड़ा 5687 था। राज्य में पाक्सो के मामलों में 5.4 फीसदी की वृद्धि हुई है। इसके अलावा यौन उत्पीड़न के 99 फीसदी मामलों में पीड़ित लड़कियां है। देश में पाक्सो के तहत 33503 मामले दर्ज किए गए जिनमें 33186 मामलों में पीड़ित लड़कियां थी जबकि 317 मामलों में लड़कों का यौन उत्पीड़न किया गया।
महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा अपहरण
क्राई के मुताबिक पिछले पांच सालों के आंकड़े बताते हैं कि राज्य में बच्चों के खिलाफ अपराध लगातार बढ़ रहे हैं। साल 2021 में राज्य में बच्चों के अपहरण के सबसे ज्यादा 9555 मामले दर्ज किए गए जबकि मध्यप्रदेश 9137 मामलों के साथ दूसरे नंबर पर रहा। उत्तर प्रदेश में बच्चों के अपहरण के 6814 अपराध हुए जबकि पश्चिम बंगाल में इनकी संख्या 6394 रही। क्राई (पश्चिम) के क्षेत्रीय निदेशक क्रिएन रबाडी ने कहा कि यह चिंता की बात है कि राज्य बच्चों के खिलाफ अपराध खासकर यौन अपराध का केंद्र बनता जा रहा है। बच्चों को सुरक्षित वातावरण देने के लिए तत्काल कदम उठाए जाने की जरूरत है।
राज्य अपहरण के मामले
महाराष्ट्र 9555
मध्य प्रदेश 9137
उत्तर प्रदेश 6814
पश्चिम बंगाल 6394
Created On :   3 Sept 2022 7:25 PM IST