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गंगा किनारे शव के मामले में अर्धसत्य सामने रखा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। पत्रकारिता के मूल्यों का जिक्र करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह प्रचार प्रमुख नरेंद्र कुमार ने कहा है कि, किसी भी स्थिति में पत्रकारिता के आदर्श से समझौता नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि, गंगा किनारे शव मिलने का मामला नया नहीं है। 2015 में भी शव मिले थे, लेकिन इस बार संवाद माध्यम ने अर्धसत्य सामने रखा। पत्रकारिता का आदर्श कायम रखना होगा। रविवार को विश्व संवाद केंद्र नागपुर की ओर से आयोजित देवर्षि नारद जयंती के ऑनलाइन कार्यक्रम में नरेंद्रकुमार बोल रहे थे। कार्यक्रम की प्रस्तावना महानगर प्रचार प्रमुख समीर गौतम ने रखी। नरेंद्रकुमार ने कहा कि, भारत में पत्रकारिता का इतिहास पुराना है। देश में पत्रकारिता के मूल्यों व जिम्मेदारी को पत्रकारों ने निभाया है।
लोकमान्य तिलक, लाला लाजपत राय, महात्मा गांधी ने समाचार पत्र संपादित कर प्रेरणादायी लेख लिखे। देश में विविध आंदोलन को दिशा दी। देशभक्ति व स्वतंत्रता की चिंगारी जली। ऐसे में आदर्श पुरुषों को कारागृह में डाला गया। यातनाएं दीं, लेकिन उन्होंेने पत्रकारिता के आदर्शों से समझौता नहीं किया। कोरोना महामारी से मिलकर लड़ना होगा। शासन प्रशासन के साथ सभी नागरिक नैतिक व राष्ट्रीय जिम्मेदारी को निभाएं। तीसरी लहर आने की संभावना को देखते हुए सुरक्षा उपाययोजना की पूर्व तैयारी करना होगा। महामारी में कई सामाजिक संस्थाओं ने अनुकरणीय कार्य किए हैं। संवाद माध्यम ने भी अपनी भूमिका निभायी है। पहले हैजा, प्लेग, स्पेनिश फ्लू जैसी महामारियों का सामना विश्व ने किया। विश्व युद्ध के समय स्पेनिश फ्लू था। कोरोना महामारी से कई गुना लोग पहले की बीमारियों में जान गंवा बैठे। फिलहाल सकारात्मक बात यह है कि, विश्व के कई विकसित देशों के मुकाबले भारत में संक्रमण व मृत्यु दर कम रही। कार्यक्रम का आभार संघ के महानगर सह प्रचार प्रमुख ब्रजेश मानस ने माना।
Created On :   31 May 2021 3:37 PM IST