NMC में अब लावारिस श्वानों को पकड़ने के लिए भी मांगी जा रही रिश्वत, दो गिरफ्तार

In the NMC, bribery has risen so much that now it is taking bribe to catch the unclaimed dogs
NMC में अब लावारिस श्वानों को पकड़ने के लिए भी मांगी जा रही रिश्वत, दो गिरफ्तार
NMC में अब लावारिस श्वानों को पकड़ने के लिए भी मांगी जा रही रिश्वत, दो गिरफ्तार

डिजिटल डेस्क, नागपुर। NMC  में इस कदर रिश्वतखोरी फलफूल रही है कि अब लावारिस श्वानों को पकड़ने के लिए भी रिश्वत ली जा रही है। इसका ताजा उदाहरण सामने आया, जब टिमकी क्षेत्र में दादरा पुल के पास लावारिस श्वानों को पकड़ने के लिए 1500 रुपए की रिश्वत लेते दो एवजदारों को एसीबी (भ्रष्टाचार निरोधक विभाग) ने धर-दबोचा। आरोपियों के नाम विलास श्रीराम चरडे और सुरेश कृष्णराव डांगे हैं। विलास एवजदार कर्मचारी है और सुरेश वाहन चालक है। दोनों मनपा स्वास्थ्य विभाग के श्वान पकडने वाले विभाग में कार्यरत हैं। दोनों आरोपियों ने इसके लिए शिकायतकर्ता से 2500 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। 

क्षेत्र में है श्वानों का आतंक
शिकायतकर्ता ने रिश्वत मांगने की शिकायत एसीबी के पास की। उसने 2500 के बदले 1500 रुपए देने की बात की। एसीबी ने जाल बिछाया और दोनों आरोपियों काे रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया। खास बात है कि शिकायतकर्ता खुद मनपा विभाग में कार्यरत है। एसीबी से जुड़े सूत्र के अनुसार शिकायतकर्ता ने बताया कि प्रभाग-8 अंतर्गत आने वाले दादरा पुल के पास टिमकी परिसर में खुले मैदान पर लावारिस श्वान बैठते हैं। रात में किसी पर भी झपट पड़ते हैं। दिन में भी वह नागरिकों का आना-जाना दुश्वार कर रखे हैं। इन श्वानों को पकड़ने के लिए शिकायतकर्ता ने 13 नवंबर 2018 को गांधीबाग जोन क्रमांक-6 के  कार्यालय में शिकायत की। कुछ दिनों बात शिकायतकर्ता जब गांधीबाग जोन कार्यालय में पूछताछ करने पहुंचा, तब उसकी मुलाकात एवजदार कर्मी विलास श्रीराम चरडे व सुरेश कृष्णराव डांगे से हुई। इन दोनों को उन्होंने श्वानों के आतंक के बारे में बताया और उनसे पकड़ने के लिए बातचीत की। 

रंगेहाथ पकड़े गए
शिकायतकर्ता के खुद  मनपा में कार्यरत होने के बावजूद चरडे और डांगे ने श्वानों को पकड़ने के लिए 2500 रुपए की रिश्वत मांगी। शिकायतकर्ता ने जब कहा कि रकम ज्यादा है, तो वे 1500 रुपए में तैयार हो गए। उसके बाद उसने एसीबी कार्यालय में अधीक्षक पी. आर. पाटील और उपअधीक्षक राजेश दुधलवार से शिकायत की। दोनों पुलिस अधिकारियों ने इसकी जांच करने एसीबी के अधिकारियों को आदेश दिया। एसीबी की पुलिस निरीक्षक  शुभांगी देशमुख व सहयोगियों ने कार्रवाई करने की योजना बनाई। बुधवार को शिकायतकर्ता से 1500 की रिश्वत लेते दोनों आरोपी एसीबी के हत्थे चढ़ गए। आरोपियों के खिलाफ तहसील थाने में मामला दर्ज किया गया है। इस कार्रवाई में हवलदार वकील शेख, नायब पुलिस सिपाही रविकांत डहाट, महिला सिपाही दीप्ति, रेखा यादव व अन्य सहयोगियों ने सहयोग किया। 
 

Created On :   15 Nov 2018 5:15 AM GMT

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