- Home
- /
- नागपुर में सरकार का दरबार, आनलाइन...
नागपुर में सरकार का दरबार, आनलाइन संबोधन में सीएम ने कहा- ‘विदर्भ पर अन्याय नहीं होने देंगे, ढाल बनकर खड़े रहेंगे’

डिजिटल डे्स्क, नागपुर। विदर्भ व नागपुर के महत्व का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि विदर्भ उनके दिल में है, विदर्भ के साथ अन्याय नहीं होने देंगे। मुख्यमंत्री बोले-विदर्भवासियों को वचन देता हूं कि तुम सदैव हमारे दिल में हो। अन्याय नहीं होने देंगे। कोई अन्याय करेगा तो ढाल बनकर तुम्हारी सहायता करेंगे। केंद्र सरकार पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने यह भी कहा-अब केंद्रीयकरण का माहौल है। सब कुछ अपने हाथ में रखने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन हमने विकेंद्रीकरण किया है।
सीएम ने ऑनलाइन संबोधित किया
विधानमंडल सचिवालय के नागपुर कक्ष का उद्घाटन विधानसभा के अध्यक्ष नाना पटोले ने किया। इसी कार्यक्रम को मुख्यमंत्री आॅनलाइन संबोधित कर रहे थे। उन्होंने नागपुर में होनेवाले विधानमंडल के अधिवेशन व विधानभवन इमारत के महत्व को गौरवपूर्ण कहा। विधानसभा के सभागृह में आयोजित कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष पटोले के अलावा उपाध्यक्ष नरहरि झिरवाल, संसदीय कार्यमंत्री अनिल परब, पालकमंत्री नितीन राऊत मंच पर उपस्थित थे। उपमुख्यमंत्री अजित पवार, विधानपरिषद की उपसभापति नीलम गोरहे, गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कार्यक्रम को ऑनलाइन संबोधित किया।
संसदीय कार्यमंत्री अनिल परब ने कहा कि नागपुर का सचिवालय कक्ष इस क्षेत्र के विधायकों के लिए सहायक साबित होगा। भविष्य में ऐसी व्यवस्था भी की जा सकती है कि नागपुर के विधायकों को यहीं से बोलने का मौका मिल सके।
प्रकाश गजभिये को सराहा : सभी वक्ताओं ने पूर्व विधानपरिषद सदस्य प्रकाश गजभिये की सराहना की। कार्यक्रम की प्रस्तावना रखते हुए विधानमंडल के संसदीय सचिव राजेंद्र भागवत ने कहा कि नागपुर में सचिवालय कक्ष की मांग सबसे पहले प्रकाश गजभिये ने रखी थी। बाद में सभी वक्ताओं ने गजभिये के नाम का जिक्र किया।
पुणे में भी सचिवालय कक्ष : विधानमंडल के सचिवालय का कक्ष पुणे में भी शुरू होगा। पुणे में विधानमंडल कामकाज संबंधित लाइब्रेरी पहले से ही है। विधानपरिषद की उपसभापति नीलम गोरहे के निवेदन पर विधानसभा अध्यक्ष पटोले ने कहा कि पुणे में सचिवालय शुरु करने के प्रस्ताव पर सहमति बन गई है। जल्द वहां भी सचिवालय शुरू होगा।
नए मुख्यालय नागपुर में लाएं : पालकमंत्री नितीन राऊत ने कहा कि विदर्भ के साथ न्याय की मांग बरसों से की जाती रही है। विधानमंडल के भीतर व बाहर आवाज उठती रही है। विदर्भ में विधानसभा व विधानपरिषद के करीब 80 सदस्य हैं। उनकी आवाज सुनी जानी चाहिए। राज्य सरकार के कुछ विभागों के मुख्यालय पुणे में है। उसी तरह नए मुख्यालय नागपुर में लाए जाने चाहिए।
स्थिति जो भी हो, अधिवेशन होने ही चाहिए : विधानसभा अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि स्थिति जैसी भी हो लोकतांत्रिक व्यवस्था के तहत विधानमंडल के निर्धारित अधिवेशन होने ही चाहिए। कोरोना संकट में अधिवेशन का नहीं हो पाना दु:खद है। कोरोना जैसे संकटों में भी अधिवेशन कराने के लिए व्यवस्था व उपाय योजना की जानी चाहिए। यह भी तय किया जाना चाहिए कि अधिवेशन व्यवस्थित हो।
करें अच्छे अधिकारी नियुक्त : उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि नागपुर के सचिवालय कक्ष में अच्छे अधिकारी नियुक्त करने की आवश्यकता है। ऐसा न हो कि किसी को जबर्दस्ती नियुक्त किया जाए। इच्छा के विपरीत नियुक्त अधिकारी मन से काम नहीं करेंगे।
बीपीएसटी शुरू किया जाए : पालकमंत्री नितीन राऊत ने निवेदन किया कि नागपुर विधानभवन में स्थायी सचिवालय की तरह ही बीपीएसटी शुरू किया जाए। बीपीएसटी अर्थात ब्यूरो आफ पार्लियामेंट्री स्टडी एंड ट्रेनिंग का केंद्र होने से यहां संसदीय कामकाज का अध्ययन होगा। देश भर से सांसद यहां आएंगे। संसदीय कामकाज के अध्ययन के लिए विद्यार्थियों को भी सुविधा मिलेगी। विधानमंडल सचिव राजेंद्र भागवत ने कहा कि नागपुर में बीपीएसटी के मामले में भी पहल की गई है। विधानसभा अध्यक्ष नाना पटोले ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से इस संबंध में चर्चा की है। देश के मध्य में होने से नागपुर में इस तरह का केंद्र खोलना अनुकूल होगा।
मंत्री, विधायक की कुर्सी पर सामान्य जन
विधानसभा के सभागृह में सचिवालय उद्घाटन की संबोधन सभा थी। लिहाजा सभागृह का माहौल एकदम अलग था। सभागृह में मंत्री, विधायकों की कुर्सी पर विविध क्षेत्रों के सामान्य जन बैठे थे। सभागृह की गैलरी में भी ऐसी ही स्थिति थी। सभागृह की प्रत्येक कुर्सी पर दो लोगों के बैठने की व्यवस्था रहती है। कोरोना प्रतिबंधक उपाय योजना के तहत एक को ही बैठने की व्यवस्था की गई थी, लेकिन सभागृह में पहुंचे लोग नियमों का उल्लंघन करते दिखे। विधानसभा अध्यक्ष नाना पटोले ने खास अंदाज में कहा-आज का यह कार्यक्रम इसलिए भी ऐतिहासिक है कि जिन्होंने विधानसभा का सभागृह नहीं देखा था, उन्हें सीधे सभागृह के भीतर बैठने का मौका मिला है। सभागृह में ही विधानसभा अध्यक्ष ने मीडिया को भी संबोधित किया।
Created On :   5 Jan 2021 4:26 PM IST