ग्रामीणों ने किया एलान ट्रांसफार्मर नहीं बदले, तो विधानसभा चुनाव का करेंगे बहिष्कार

In the Satna circle villagers are facing various problems due to negligence of Electricity board officers
ग्रामीणों ने किया एलान ट्रांसफार्मर नहीं बदले, तो विधानसभा चुनाव का करेंगे बहिष्कार
ग्रामीणों ने किया एलान ट्रांसफार्मर नहीं बदले, तो विधानसभा चुनाव का करेंगे बहिष्कार

डिजिटल डेस्क, सतना। मप्र पूर्वी विद्युत वितरण कम्पनी सतना वृत क्षेत्र में  अमरपाटन, सतना ओएंडएम और मैहर संभाग के अधिकारियों की लापरवाही से ग्रामीणों को रात अधेंरे में गुजरनी पड़ रही है। अल्प बारिश होने से धान समेत अन्य फसले सूखने की कगार पर पहुंच गई है। ग्रामीणों द्वारा ट्रांसफार्मर फेल होने की शिकायत विद्युत कम्पनी के अधिकारियों के पास कई बार दर्ज कराया गया, लेकिन कम्पनी के अधिकारी कोई सुनने को तैयार नहीं है। जिसका खमियाजा आम विद्युत उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने ज्ञापन सौंप कर कहा कि अगर करहींकला में मल्लाहन टोला, कुम्हारन टोला, हरिजन बस्ती, भडगड़ा एवं मुसलिम मोहल्ला में लगे 5 ट्रांसफार्मर जल चुके है। खराब ट्रांसफार्मरों को बदलने के लिए मांग ग्रामीणों द्वारा की गई हैं। अगर ट्रांसफार्मर नहीं बदले गए तो, आगामी विधानसभा चुनाव का ग्रामीण वासी बहिष्कार करेंगे।

थ्री फेस लाइन की सप्लाई
समाज सेवी पुष्पेन्द्र सिंह ने बताया कि विद्युत कम्पनी द्वारा करही कला गांव में सिर्फ थ्री फेस ही बिजली सप्लाई लाइन डाली गई है, जिससे प्रत्येक विद्युत उपभोता को घर में अर्थिंग देना पड़ रहा है। उधर खेत में लगे ट्रांसफार्मर भी खराब होने से धान की फसल सूख चुकी है। अधिकारियों को लगातार शिकायतें देेने के बाद भी किसी प्रकार की कार्रवाई अब तक नहीं हो सकी है।

पानी के लिए ग्रामीण परेशान
अमरपाटन संभाग के अन्तर्गत बेला डीसी के गांव बहेलिया भाठ गांव का ट्रांसफार्मर फेल होने से करीब पांच सैकड़ा ग्रामीणों के सामने पानी का संकट खड़ा हो गया। ग्रामीण पानी के लिए कई किलोमीटर साइकिल से ढो रहे है। वहीं सतना ओएंडएम संभाग के सोनौरा टोला असरार का 65 केवी का ट्रांसफार्मर फेल हो गया। जिससे यहां के लोगों को रात अधेंरे में गुजरने के साथ पानी के लिए चक्कर लगा रहे है।

जलस्तर भी गिरा
अल्प बारिश होने से जल स्तर भी खिसकने लगा है। ग्रामीणों ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र के अधिकांश कुए सुखने के कगार पर पहुंच गए है। वहीं भूजल स्तर काफी नीचे चले जाने से हैंड पंप भी टाइट चलने लगे है। लोगों को एक डिब्बा पानी निकालने में पसीना भी छूटने लगा है। 

सुनने को तैयार नहीं कम्पनी के अधिकारी
ग्रामीण क्षेत्रों में ट्रांसफार्मर फेल होने की जानकारी विद्युत कम्पनी के अधिकारियों को कई बार दी  गई, लेकिन उनकी बातें कोई  सुनने को तैयार नहीं है। ट्रांसफार्मर फेल होने से अधिकांश किसानों की फसले खराब हो गई है। लोग ट्रांसफार्मर लगवाने के लिए बिजली कम्पनी कार्यालय के साथ जनप्रतिनिधियों के यहां सुबह और शाम को चक्कर लगा रहे है। ग्रामीणों को सिर्फ आज और कल का आश्वसन ही मिल रहा हैं।

Created On :   13 Oct 2018 1:21 PM IST

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