तम्बाकू एवं धूम्रपान के सेवन के दुष्परिणामों पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश

Instructions for organizing awareness programs on the ill-effects of tobacco and smoking
तम्बाकू एवं धूम्रपान के सेवन के दुष्परिणामों पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश
शाजापुर तम्बाकू एवं धूम्रपान के सेवन के दुष्परिणामों पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश

डिजिटल डेस्क, शाजापुर। कलेक्टर श्री दिनेश जैन ने तम्बाकू एवं धूम्रपान के सेवन के दुष्परिणामों पर आधिरत कार्यक्रम जैसे: सेमीनार, पोस्ट प्रर्दशनी बाद-विवाद निबंध लेखन प्रश्न मंच चित्रकला प्रतियोगिताएं व नुक्कड़ नाटक, गीत नृत्य आदि के कार्यक्रमों आयोजित करने के निर्देश दिये हैं। उल्लेखनीय है कि भारत सरकार द्वारा सिगरेट और अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध व्यापार और वाणिज्य उत्पादन अपूर्ति विवरण का विनियमन) अधिनियम 2003 अधिसूचित का प्रभावशील किया गया है। उक्त परिप्रेक्ष्य में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री द्वारा तम्बाकू के उपयोग के प्रसार में 30 प्रतिशत की कमी वर्ष 2025 तक करने का उल्लेख किया गया है।

ग्लोबल यूथ टुबको सर्वे वर्ष 2019 के प्रमुख निष्कर्षों में भारत में 3 से 15 वर्ष आयु के स्कूल जाने वाले बच्चों के बीच तम्बाकू सेवन पाया गया है। 8.5 प्रतिशत छात्र 0 से 10 तक और 13 से 15 वर्ष की आयु के है। लड़को में 9.6 प्रतिशत तथा लड़कियों में 7.4 प्रतिशत तम्बाकू का सेवन करना पाया गया है। इस प्रकार कुल 29 प्रतिशत बच्चों में तम्बाकू उत्पादों का सेवन करना पाया गया है। 3 गुना अधिक महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों की भूम्रपान करते गया गया है। यह सर्वाविदित है कि तम्बाकू उत्पाद गुटखा, बीड़ी सिगरेट के सेवन से युवाओं में केंसर, टीबी हृदयघात की बीमारियां हो रही है।

Created On :   11 Dec 2021 8:45 AM GMT

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