मप्र में बढ़े कोरोना के मामले, महाराष्ट्र और मप्र के बीच चलने वाली बसों पर 30 अप्रैल तक रोक बढ़ी

Inter-state bus transport between Madhya Pradesh and Maharashtra closed till 15 April
मप्र में बढ़े कोरोना के मामले, महाराष्ट्र और मप्र के बीच चलने वाली बसों पर 30 अप्रैल तक रोक बढ़ी
मप्र में बढ़े कोरोना के मामले, महाराष्ट्र और मप्र के बीच चलने वाली बसों पर 30 अप्रैल तक रोक बढ़ी

डिजिटल डेस्क, भोपाल। कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव के मद्देनजर मध्य प्रदेश सरकार द्वारा लगातार एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं, उसी क्रम में मध्य प्रदेश-महाराष्ट्र के बीच अंतर्राज्यीय बस परिवहन सेवा को 30 अप्रैल तक बंद रखने का फैसला कोरोना की समीक्षा बैठक में लिया गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य में कोरोना की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने तमाम अधिकारियों से कोरोना की स्थित की जानकारी ली। महाराष्ट्र में कोरोना के संक्रमण में हो रही बढ़ोत्तरी के मद्देनजर मध्य प्रदेश-महाराष्ट्र के बीच बस परिवहन सेवा को 30 अप्रैल तक बंद रखने का फैसला हुआ।

ज्ञात हो कि पूर्व में मध्य प्रदेश-महाराष्ट्र के बीच बस परिवहन सेवा को 21 से 31 मार्च के मध्य स्थगित किया गया था। अब बस परिवहन सेवा 30 अप्रैल तक बंद रहेगी। भोपाल की स्थिति के बारे में कलेक्टर अविनाश लवानिया ने बताया कि भोपाल के अस्पतालों में बेड क्षमता चार से छह हजार है। वैक्सीनेशन के 171 केंद्र बनाए गए हैं। वैक्सीनेशन के लिए धर्म गुरु भी जागरूक कर रहे हैं। भोपाल में अनेक धर्मगुरु सार्वजनिक तौर पर वैक्सीन लगवा चुके हैं, जिससे अन्य लोग को प्रेरणा मिलती है।

मुख्यमंत्री चौहान ने इंदौर, भोपाल, जबलपुर, खरगोन की स्थिति पर चिंता जताई और कहा कि इन स्थानों पर कुछ माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाकर कोरोना को नियंत्रित किया जाए। राज्य के विभिन्न जिलों में रात्रि का कर्फ्यू लगाया जा रहा है, वहीं रविवार को कई जिलों में पूर्णबंदी रहती है, साथ ही मास्क का उपयोग न करने वालों पर जुर्माना लगाया जा रहा है।

महाराष्ट्र में सबसे अधिक 61 प्रतिशत से अधिक कोरोना पेशेंट
उल्लेखनीय है कि देश में कोविड-19 बीमारी से पीड़ित इलाज करा रहे लोगों में से 79 फीसदी से अधिक मामले पांच राज्यों में हैं जिनमें से 61 फीसदी से अधिक लोग अकेले महाराष्ट्र में हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘देश में कोविड-19 का इलाज करा रहे मरीजों में से 79.30 प्रतिशत मरीज पांच राज्यों महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल, पंजाब और छत्तीसगढ़ में हैं। महाराष्ट्र में सबसे अधिक 61 प्रतिशत से अधिक मरीज उपचाराधीन हैं।’

मध्यप्रदेश में मंगलवार तक ऐसी थी कोरोना की स्थिति
बता दें कि मध्य प्रदेश में मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 2173 नए मामले सामने आए थे। इसके साथ ही प्रदेश में इस वायरस से अब तक संक्रमित पाए गए लोगों की कुल संख्या दो लाख 93 हजार 179 तक पहुंच गई। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटों में इस बीमारी से प्रदेश में 10 और लोगों की मौत हुई है, जिसके बाद प्रदेश में अब तक इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 3,977 हो गई है।

इंदौर में 628 नए मामले मिले, भोपाल में संख्या रही 497
उन्होंने कहा कि प्रदेश में मंगलवार को कोविड-19 के 628 नए मामले इंदौर में आये, जबकि भोपाल में 497 और जबलपुर में 148 नए मामले आए। मंगलवार को 1279 रोगियों को ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में कुल दो लाख 93 हजार 179 संक्रमितों में से अब तक दो लाख 73 हजार 168 मरीज स्वस्थ होकर घर चले गए हैं। इसके अलावा 16,034 मरीजों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है।

आठ राज्यों में सबसे ज्यादा नए मामले, एमपी भी शामिल
वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि आठ राज्यों महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, गुजरात, पंजाब और मध्यप्रदेश में कोविड-19 के नए मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। वैश्विक महामारी के नए मामलों में से 84.73 प्रतिशत मामले इन राज्यों से ही हैं। 

 

Created On :   31 March 2021 12:24 PM GMT

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