फर्जी लॉटरी के नाम पर लोगों को ठगने वाला अंतरराज्यीय गिरोह सक्रिय

Interstate gang duping people in the name of fake lottery active
फर्जी लॉटरी के नाम पर लोगों को ठगने वाला अंतरराज्यीय गिरोह सक्रिय
साइबर विभाग को मिल रही शिकायतें फर्जी लॉटरी के नाम पर लोगों को ठगने वाला अंतरराज्यीय गिरोह सक्रिय

डिजिटल डेस्क, नागपुर। फर्जी लॉटरी के जरिए लोगों को चूना लगाने वाला गिरोह अंतरराज्यीय स्तर पर सक्रिय है। कंपनी के नाम से मोबाइल पर मैसेज और घर पत्र भेजकर ठगी करने के कई प्रकरणों की शिकायतें साइबर विभाग को प्राप्त हुई हैं। नाम और पता फर्जी होने से आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। ऐसा ही एक मामला सोमवार को उजागर हुआ।  साइबर विभाग में इसकी शिकायत पहुंची है। आरोपी की सरगर्मी से तलाश जारी है। 

प्रकरण-1 मजदूर को ऐसे बनाया शिकार
कामगार नगर निवासी मनेाहर (परिवर्तित नाम) मजदूरी करता है। नामी कंपनी के नाम से उसके घर पत्र और मोबाइल पर मैसेज आया। जिसमें उसे कुछ दिन पहले की गई खरीदी पर साढ़े सात लाख रुपए का इनाम लॉटरी के रूप में लगने का जिक्र था। मामला लाखों रुपए की लॉटरी से जुड़ा होने के कारण मनोहर ने परिवार के अलावा िकसी को भी यह बात नहीं बताई और दिए गए कंपनी के फर्जी मोबाइल नंबर पर बात की। उत्साहित मनोहर ने अपनी लॉटरी का कोड नंबर उसे दे दिया। दूसरी तरफ से बात करने वाला व्यक्ति गिरोह का ही सदस्य था। उसके पास मनोहर नाम-पता और फर्जी लॉटरी का कोड नंबर पहले से था, जो मनोहर को झांसे में लेने के लिए काफी था। आरोपी ने मनोहर को शुल्क के रूप में पहले 7,500 रुपए फोन पे जरिए बताए गए खाते में जमा करवाए। इसके बाद मनोहर से और रुपए की मांग करने पर मनोहर को ठगे जाने का एहसास हुआ, तब उसने सोमवार को साइबर टीम के सहायक निरीक्षक केशव वाघ से संपर्क किया और इस तरह गुमराह कर रकम वसूलने का खुलासा हुआ।

प्रकरण-2 न घर कार पहुंची न राशि मिली
इसी तरह की एक ठगी की घटना हुड़केश्वर निवासी प्रतिभा नामक महिला के साथ हुई। उसके मोबाइल पर भी मैसेज और घर पर लॉटरी लगने का पत्र आया था। मैसेज और पत्र में लॉटरी में कार और नकद राशि लगने का जिक्र था। बगैर कुछ िकए घर बैठे लॉटरी लगने से खुश हुई प्रतिभा ने बचत समूह से रकम लेकर ठग के खाते में 50 हजार रुपए जमा किए थे, लेकिन आज तक उसके घर न कार पहुंची और न ही इनाम की राशि मिली है। ठगे जाने का एहसास होने पर यह यह मामला भी पुलिस के पास पहुंचा है। 

प्रकरण-3 महिला का जवाब सुनकर फोन काट दिया
साइबर विभाग के जनजागृति अभियान का असर जरीपटका निवासी एक जागरूक महिला देखने को मिला। जब उसे लॉटरी लगने का फोन आया, तो आरोपी के झांसे में आने के बजाय महिला ने उलटा आरोपी से ही सवाल िकया कि, उसने लॉटरी खरीदी ही नहीं है, तो उसकी लाखों रुपए की लाॅटरी कैसे लग गई। यह सुनते ही साइबर अपराधी ने फोन काट दिया। 

अब तक ठग चुके हैं 14 लाख
1 जनवरी से 31 दिसंबर 2021 तक लॉटरी के नाम पर धोखाधड़ी करने की साइबर विभाग को 17 शिकायतें प्राप्त हुई हैं, जो विविध थानों में दर्ज की गई हैं। साइबर अपराधी अब तक पीड़ितों से कुल 14 लाख रुपए ठग चुके हैं। आए दिन मिल रही शिकायतों के बाद साइबर टीम ने जनजागृति अभियान चलाया। जिससे गत कुछ वर्षों की तुलना में कुछ हद तक शिकायतें कम होने का दावा साइबर विभाग के सहायक निरीक्षक केशव वाघ ने किया है। 

ऐसे करते हैं शिकार
 लोग कभी न कभी ऑनलाइन पेमेंट अथवा खरीदी करते हैं। संबंधित कंपनी से इसका डाटा लीक होने पर डाटा साइबर अपराधियों के हाथ लगता है। इससे अपराधियों के हाथ में ऑनलाइन पेमेंट करने या खरीदी करने वाले व्यक्ति का नाम, नंबर और पता पहुंच जाता है और इसकी मदद से बड़ी आसानी से वे लोगों को अपने जाल में फंसाने मंें सफल हो जाते हैं।  
 

Created On :   11 Jan 2022 4:40 PM IST

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