शौचालय निर्माण में अनियमितता : 6 सरपंचों के यहां होनी थी कुर्की, कुछ भी संपत्ति नहीं मिली

Irregularity in toilet construction by six sarpanch of shahdol district
शौचालय निर्माण में अनियमितता : 6 सरपंचों के यहां होनी थी कुर्की, कुछ भी संपत्ति नहीं मिली
शौचालय निर्माण में अनियमितता : 6 सरपंचों के यहां होनी थी कुर्की, कुछ भी संपत्ति नहीं मिली

डिजिटल डेस्क शहडोल । शैचालय निर्माण में अनियमितता मामले में 6 सरपंचों के विरुद्ध अधिरोपित राशि की वसूली किए जाने के लिए संपत्ति की कुर्की की जानी थी, लेकिन उनके पास चल-अचल संपत्ति ही नहीं मिली। अब राशि अपलेखन के लिए कलेक्टर के पास प्रकरण भेजा गया है।    जनपद पंचायत बुढ़ार अंतर्गत कुछ गांवों में निर्मित शौचालय मानक स्तर पर गुणवत्ता विहीन पाए गए थे। मामला 2011-12 का है। इसका प्रकरण लोकायुक्त में भी चल रहा है। लोकायुक्त के आदेश के बाद तत्कालीन कमिश्नर बीएम शर्मा ने नवंबर 2017 में शौचालय निर्माण में दोषी पाए गए सभी 26 सरपंच, सचिवों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए थे। इनमें से अधिकतर सरपंच सचिवों ने एफआईआर के विरुद्ध हाईकोर्ट से स्थगन प्राप्त कर लिया है। अब इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं कराई जा सकती है। वहीं छह सरपंचों के कुर्की की कार्रवाई की जानी थी। तहसीलदार जैतपुर कार्रवाई करने के लिए गए थे, लेकिन इनमें से किसी के पास भी चल-अचल संपत्ति नहीं मिली। इसकी रिपोर्ट तहसीलदार ने सीईओ जनपद पंचायत बुढ़ार को सौंपी। सीईओ ने अपलेखन (वसूली माफ करने) की कार्रवाई के लिए कलेक्टर को लिखा है।लोकायुक्त की पेशी में यही रिपोर्ट सौंपी गई है।
इन सरपंचों के खिलाफ होनी थी कुर्की
सुरेश सरपंच ग्राम पंचायत जमगांव से एक लाख 88 हजार रुपए की वसूली की जानी थी। इसी तरह शोभन सिंह सरपंच ग्राम पंचायत सेमरिहा से 84 हजार, प्रेमा सिंह सरपंच ग्राम पंचायत मलयाकुंड से 83 हजार, फुलमतिया सरपंच ग्राम पंचायत नौगांव से 33 हजार, सुखलाल सरपंच ग्राम पंचायत झींक बिजुरी से 51 हजार और मुन्ना सिंह सरपंच ग्राम पंचायत कुड्डी से 41 हजार रुपए की वसूली की जानी थी। इस मामले में सरपंचों के कुल 17 लाख 11 हजार रुपए की वसूली होनी थी। इनमें से 6 लाख रुपए सरपंचों ने जमा करा दिए हैं। इस तरह अभी 11 लाख 11 हजार रुपए वसूली सरपंचों से की जानी है।
इनका कहना है
 छह सरपंचों के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई जैतपुर तहसीदार करने गए थे। उनके पास चल-अचल संपत्ति नहीं मिली। अपलेखन की कार्रवाई प्रचलन में है।
अरुण भारद्वाज, सीईओ, बुढ़ार

Created On :   17 Feb 2018 4:53 PM IST

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