सिंचाई विभाग ने मालखेड़ से पानी उपलब्ध करवाने से किया इंकार

Irrigation department refused to provide water from Malkhed
सिंचाई विभाग ने मालखेड़ से पानी उपलब्ध करवाने से किया इंकार
किसान परेशान सिंचाई विभाग ने मालखेड़ से पानी उपलब्ध करवाने से किया इंकार

डिजिटल डेस्क, अमरावती।  खरीफ फसलों में बडे पैमाने पर नुकसान झेलने के बाद किसानों की आशाएं रबी की बुआई पर टिकी हुई है। किसान रबी के दौरान गेहूं की बुआई करने के लिए पिछले एक महिने से खेतों को तैयार किया जा रहा है। लेकिन गेहूं के बदले चने की बुआई करने की सलाह सिंचन विभाग द्वारा दी गई है। मालखेड तालाब में पानी का जमाव कम होने की वजह से इस बार स्थानीय किसानों को पानी न देने की बात कही गई है। जिससे किसानों में रोष उत्पन्न हो रहा है।  चांदुर रेलवे तहसील के मालखेड तालाब के पानी बडे पैमाने पर रबी की बुआई में किया जाता है। इस तालाब से मिलनेवाले पानी के जरिए करीब 1500 हेक्टेअर क्षेत्र में गेहूं की फसल उगाई जाती है। तहसील के सभी तालाब ओवरफ्लो हो चुके है। लेकिन गेहूं की बुआई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले मालखेड तालाब में केवल 90 प्रतिशत पानी उपलब्ध होने की बात कही गई है।

पानी कम होने का कारण बताते हुए सिंचन विभाग ने तालाब से पानी न देने की जानकारी दी है।  सिंचन विभाग की ओर से कहा गया है कि कम पानी रहने से गेहूं की फसल को नुकसान होगा। इसीलिए किसान अपने खेतों में चने की बुआई करे। जबकि किसानों का कहना है कि तालाब में भले ही शतप्रतिशत पानी न हो इसके बावजूद चार कैनल पानी दिया जा सकता है। इसके पहले भी 2015 व 2016 में इस तरह से पानी दिया जा चुका है।  किसानों का कहना है कि इसके पहले भी तालाब नहीं भरा था। तब किसानों को मायनस चार तक पानी उपलब्ध कराया गया था। इसी के तहत इस बार भी किसानों को पानी दिया जाना चाहिए। मालखेड तालाब भले ही पूरा न भरा हो लेकिन पास का बसलापुर तालाब भी पूरी तरह भरा नहीं है। जिससे किसानों के सामने सिंचाई को लेकर समस्याएं निर्माण हुई है। गेहूं की फसलों से किसानों को मुख्य आमदनी होती है। इसीलिए सिंचन विभाग द्वारा जलापूर्ति करनी चाहिए। 
 

Created On :   9 Nov 2021 8:59 PM IST

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