ये सजा है या मजा ?

Is this punishment or fun?
ये सजा है या मजा ?
ये सजा है या मजा ?

डिजिटल डेस्क,कटनी। क्या कभी आपने सुना है कि किसी को सजा मिले और वो जेल में न रहकर अस्पताल में ही पूरी सजा काट ले। शायद नहीं, लेकिन ऐसा मामला सामने आया है शहर के संतनगर में। जहां दुष्कर्म मामले में आरोपी एक शख्स ने न्यायिक हिरासत की पूरी अवधि अस्पताल में ही काट दी। आरोपी घड़ी कारोबारी ने जेल अधिकारियों और जिला चिकित्सालय के डॉक्टरों से सांठगांठ कर इसे अंजाम दिया।

दरअसल संतनगर का रहने वाला ओमप्रकाश गुरवानी घड़ी व्यापारी है। ओमप्रकाश पर उसकी बहू ने डरा-धमका कर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। पीड़िता की शिकायत के बाद उसके खिलाफ मामला दर्ज कर 29 जून को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया था। जेल पहुंचते ही घबराहट और सीने में दर्द की शिकायत कर आरोपी को अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल में डॉक्टरों की सांठगांठ से 6 जुलाई तक भर्ती रहा। इसके बाद उसे जेल भेजा गया, लेकिन फिर घबराहट की शिकायत कर वो अस्पताल में भर्ती हो गया। पूरे मामले में पुलिस जांच की बात कह रही है।

 

Created On :   21 July 2017 9:19 AM IST

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