मेन लाइन का ज्वाइंट खुलने से जबलपुर में भीषण जल संकट, नगर निगम ने सेना से मांगी मदद

Jabalpur faces gruesome water crisis, municipal corporation seeks help from army
मेन लाइन का ज्वाइंट खुलने से जबलपुर में भीषण जल संकट, नगर निगम ने सेना से मांगी मदद
मेन लाइन का ज्वाइंट खुलने से जबलपुर में भीषण जल संकट, नगर निगम ने सेना से मांगी मदद

डिजिटल डेस्क जबलपुर । मेडिकल के आगे रमनगरा की 1300 एमएम की राइजिंग मेन लाइन का ज्वॉइंट खुल गया है। निगम अधिकारियों ने इसे सुधारने की कोशिश की, लेकिन इसे अब तक सुधारा नहीं जा सका है। इसके बाद पाइप की कटिंग करके ज्वॉइंट को अंदर से जोड़ा गया और केमिकल की लेयर चढ़ाकर कांक्रीटिंग की गई । इसके बाद भी लीकेज में सुधार नहीं हुआ। गुरुवार की सुबह करीब 7 बजे टेस्टिंग की गई और करीब 1 घंटे तक लाइन चालू ही रही पर इसी बीच कटिंग वाले हिस्से में लीकेज हो गया। जिसके बाद पंप को बंद करना पड़ा है। इसके बाद केमिकल की कोटिंग करके सूखने के लिए छोड़ दिया गया। शुक्रवार की सुबह फिर से कांक्रीटिंग कराई गई। इस लाइन की शनिवार सुबह फिर टेस्टिंग की जाएगी। टेस्टिंग सफल रही तभी भीषण जल संकट झेल कर रहे नगरवासियों को शनिवार शाम से पानी मिल सकता है। ज्ञात हो कि लाइन में मरम्मत की वजह से शहर के आधे हिस्से में करीब 87 घंटों से पानी नहीं मिल पाया है। नगर निगम ने इस संकट से निजात पाने के लिए सेना और पुलिस की मदद ली है। अचानक पैदा हुए जल संकट की वजह से टैंकरों से भी जलापूर्ति संभव नहीं हो पा रही है। 

फायर ब्रिगेड को भी जलापूर्ति में लगाया 
नगर निगम के इतिहास में यह पहली दफा है कि जलसंकट ग्रस्त क्षेत्रों में फायर ब्रिगेड की मदद से पानी की की आपूर्ति की जा रही है। निगम की फायर ब्रिगेड में 12 वाहन हैं जिनमें से 8 वाहनों को पानी बांटने भेजा जा रहा है। 4 वाहनों को दमकल विभाग में ही किसी अग्निदुर्घटना आदि से निपटने के लिए तैयार रखा गया है। 

टैंकरों के लिए निगम ने किए ये प्रयास 
नगर निगम के पास फिलहाल करीब 100 टैंकर हैं जिनसे जलसंकट ग्रस्त क्षेत्रों में पानी की सप्लाई की जा रही है। इसके अलावा नगर निगम ने सेना और पुलिस के टैंकर लेने के लिए पत्र लिखे हैं, जबकि खमरिया फैक्ट्री ने 4, व्हीकल फैक्ट्री ने 2 और केन्ट बोर्ड ने 1 टैंकर देने का वादा कर लिया है। 

ट्रैक्टरों में टंकियां रखी जा रहीं
 नगर निगम के कार्यपालन यंत्री पुरुषोत्तम तिवारी न बताया कि पहले निगम 90 टैंकरों के माध्यम से जलापूर्ति कर रहा था पर सुरक्षा संस्थानों के साथ ही सेना और पुलिस को भी पत्र लिखे गए हैं। वहीं  नगर निगम ने 15 ट्रैक्टरों को भी वर्कशॉप में एकत्र किया है और उनमें बाजार से 2 तथा 5 हजार लीटर की टंिकयां खरीदकर रखी जा रही हैं। शुक्रवार से पानी की सप्लाई की जाएगी। 

महापौर और निगमायुक्त ने बनाई व्यवस्था
जलसंकट से सामना करने के लिए महापौर डॉ. श्रीमती स्वाति सदानन्द गोडबोले और निगमायुक्त चंद्रमौलि शुक्ला ने व्यवस्था बनाई और टैंकरों के लिए आने वाले कई फोन काल्स अटेंड भी किए। श्री शुक्ला ने कहा कि यह संकट का समय है और निगम अपनी तरफ से पूरा प्रयास कर रहा है कि हर घर में पानी पहुंचाया जाए। महापौर श्रीमती गोडबोले ने कहा कि अब रांझी में दोनों वक्त पानी सप्लाई हो रही है, वैसे ही रमनगरा का संकट भी जल्द ही हल हो जाएगा। 

राज्यमंत्री पहुंचे, लिया स्थिति का जायजा 
 राज्यमंत्री शरद जैन भी गुरुवार की दोपहर निगमायुक्त चंद्रमौलि शुक्ला के साथ मौके पर पहुंचे और निरीक्षण करते हुए आपने कहा कि जल्द ही कार्य कराकर लोगों को पानी दिया जाए। इस पर निगमायुक्त ने कहा कि हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। कई विशेषज्ञों की भी सलाह ली जा रही है। 


कांग्रेस पार्षद दल ने दिया धरना
 कांग्रेस पार्षद दल ने जलसंकट से निपटने में नाकाम रहने का आरोप लगाते हुए सत्ता पक्ष को घेरा और महापौर कार्यालय के समक्ष धरना दिया। नेता प्रतिपक्ष राजेश सोनकर, विनय सक्सेना, नीतू तेजकुमार भगत आदि ने कहा कि रमनगरा के लीकेज को नगर निगम सुधार नहीं पा रहा है जिससे जनता हलाकान हो चुकी है। रमनगरा की राइजिंग मेन लाइन में जीआरपी पाइप है जो कि रेगिस्तान में डाली जाती है। यहां तो डक्टाइल आयरन पाइप की जरूरत है। नगर सत्ता ने भ्रष्टाचार और कमीशनबाजी के फेर में यह पाइप डलवाई है। जल्द पानी नहीं मिला तो पूरे शहर में आंदोलन किया जाएगा।

 

Created On :   1 Jun 2018 7:26 AM GMT

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