विधायक निधि खर्च करने में जयसिंहनगर आगे, स्वेच्छानुदान में जैतपुर विधायक पीछे

नागरिकों को बेहतर सुविधा मुहैया करवाने के लिए विधायकों को मिलने वाली विधायक निधि और स्वेच्छानुदान राशि खर्च करने के मामले में जिले के विधायकों का मिजाज अलग-अलग है। विधायक निधि खर्च करने के मामले में जयसिंहनगर विधानसभा के विधायक जिले के तीनों विधायकों में सबसे आगे हैं। वहीं स्वेच्छानुदान राशि खर्च करने के मामले में जैतपुर विधायक पीछे चल रहीं हैं। हालांकि वित्तीय वर्ष समाप्त होने में अभी दो माह शेष हैं। खासबात यह है कि विधायक निधि पर काम करने वाली एजेंसियों का मानना है कि राशि जल्दी मिलने पर वित्तीय वर्ष समाप्ति में जल्दी खर्च करने का दबाव नहीं रहता है, इससे काम की गुणवत्ता बनी रहती है।
जानिए किस विधायक ने कितनी राशि स्वीकृत की
विधायक विधायक निधि स्वेच्छानुदान
जयसिंह मरावी 242.94 50
शरद कोल 143.21 30.20
मनीषा सिंह 170.82 14.31
(नोट- आंकड़े लाख रूपए में है। विधायकों को एक विधानसभा में विधायक निधि में हर साल ढाई करोड़ रुपए और स्वेच्छानुदान में 50 लाख रुपए की राशि मिलती है।)
सांसद निधि में हर साल 5 करोड़ का प्रावधान, चार साल में 7 करोड़ रुपए ही आए
सांसद निधि के मामले में भी जरुरतमंद नागरिकों को निराशा ही हाथ लगी है। वित्तीय वर्ष 2019-20 से 2022-23 तक चार वित्तीय वर्ष में जिले को 7 करोड़ रुपए ही मिले हैं। इसमें वित्तीय वर्ष 2019-20 में 5 करोड़ रुपए आने के बाद वित्तीय वर्ष 2020-21 व 2021-22 में कोरोना के कारण राशि नहीं आई। इस बार वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए पहली किश्त 2 करोड़ रुपए मिले हैं, दूसरी किश्त की राशि 3 करोड़ रुपए का इंतजार है। सांसद निधि को लेकर पहले साल नोडल जिला शहडोल था, लेकिन इसके बाद के वर्षों में नोडल जिला अनूपपुर बना दिया गया। नागरिकों की मांग है कि शहडोल संसदीय क्षेत्र के लिए नोडल जिला भी शहडोल होना चाहिए।
Created On :   18 Jan 2023 4:12 PM IST