कांग्रेस का आरोप- महाराष्ट्र को ‘मद्यराष्ट्र’ बनाना चाहती है सरकार, जलयुक्त शिवार योजना भी फेल

Jalyukt Shivar scheme is failed, Congress is attacked on Government
कांग्रेस का आरोप- महाराष्ट्र को ‘मद्यराष्ट्र’ बनाना चाहती है सरकार, जलयुक्त शिवार योजना भी फेल
कांग्रेस का आरोप- महाराष्ट्र को ‘मद्यराष्ट्र’ बनाना चाहती है सरकार, जलयुक्त शिवार योजना भी फेल

डिजिटल डेस्क, मुंबई। कांग्रेस ने प्रदेश में जलापूर्ति के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले टैंकरों की बढ़ी संख्या को आधार बनाकर राज्य सरकार की जलयुक्त शिवार योजना के विफल होने का आरोप लगाया है। बुधवार को कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने कहा कि राज्य में टैंकरों की संख्या लगातार बढ़ रही है। यह दर्शाता है कि जलयुक्त शिवार योजना असफल और भ्रष्टाचार से ग्रस्त हो चुकी है। सावंत ने प्रदेश के जलसंरक्षण मंत्री राम शिंदे के इस्तीफे की मांग की है। सावंत ने कहा कि सरकार के जलापूर्ति विभाग के 17 नवंबर के आंकड़ों के अनुसार राज्य भर में लगभग 715 टैंकर शुरू हैं।

इस साल बारिश 74.3 प्रतिशत बारिश हुई है। साल 2014 में 70.2 प्रतिशत बारिश हुई थी। जो कि साल 2018 से कम है। उस समय राज्य में टैंकरों की संख्या केवल 71 थी। साल 2014 में मौजूदा परिस्थिति की तुलना में केवल 10 प्रतिशत टैंकर लगे थे। जबकि साल 2015 में 59.4 प्रतिशत बारिश हुई थी। उस दौरान 16 नवंबर 2015 को 693 टैंकरों से जलापूर्ति की जा रही थी। इसका मतलब है कि बारिश ज्यादा होने के बावजूद टैंकरों की ज्यादा जरूर पड़ रही है। दूसरी ओर जलयुक्त शिवार योजना पर 7 हजार 789 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं। यह धनराशि कहां पर खर्च हुई है। इसकी न्यायालयीन जांच होनी चाहिए। 

भ्रामक आकड़े देकर लोगों को गुमराह कर रहे सावंतः उपाध्ये

दूसरी ओर सरकार पर लगाए गए आरोपों पर भाजपा ने पलटवार किया है। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता केशव उपाध्ये ने कहा कि कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत महाराष्ट्र की बदनामी करने का एक भी मौका नहीं छोड़ रहे हैं। भ्रामक आंकड़े देकर मीडिया और जनता को भ्रमित कर रहे हैं। सावंत ने यदि मई महीने के टैंकरों की संख्या बताया होता तो आघाड़ी सरकार की सच्चाई सामने आ गई होती। सावंत ने कहा कि आघाड़ी सरकार के समय 109 प्रतिशत बारिश होने के बावजूद 2322 टैंकर शुरू थे। जबकि भाजपा के शासन काल में केवल 84 प्रतिशत बारिश होने के बाद भी 1047 टैंकरों की जरूरत पड़ी है। 

महाराष्ट्र को ‘मद्यराष्ट्र’ बनाना चाहती है सरकार

वहीं दूसरी तरफ प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने आरोप लगाया है कि राज्य की फडणवीस सरकार महाराष्ट्र को मद्यराष्ट्र बनाने पर तुली है। प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता डा सुधीर ढोणे ने शराब की दुकाने सुबह दो घंटे पहले खोलने की अनुमति दिए जाने के फैसले की आलोचना की है। डा ढोणे ने कहा कि राज्य सरकार ने शराब की दुकानों के खोलने का समय सुबह 10 बजे की बजाय सुबह 8 बजे कर दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार चाय पीने के समय शराब पिलाना चाहती है। इससे पता चलता है कि भाजपा-शिवसेना सरकार शराब के इस्तेमाल को बढ़ावा देना चाहती है। कांग्रेस नेता ने कहा कि आखिर शराब की दुकाने सुबह 2 घंटे पहले खोलने की अनुमति देने की क्या जरूरत है। ऐसा लग रहा है कि इस सरकार को शराब कुछ ज्यादा ही प्रिय है।        

Created On :   21 Nov 2018 2:45 PM GMT

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