लोकपाल सागर से जनकपुर तथा सुनहरा की नहरें बुरी तरह से हो चुकी है क्षतिग्रस्त

Janakpur and Golden canals have been badly damaged from Lokpal Sagar
लोकपाल सागर से जनकपुर तथा सुनहरा की नहरें बुरी तरह से हो चुकी है क्षतिग्रस्त
पन्ना लोकपाल सागर से जनकपुर तथा सुनहरा की नहरें बुरी तरह से हो चुकी है क्षतिग्रस्त

डिजिटल डेस्क पन्ना। जल संसाधन विभाग द्वारा किसानों के लिए सिचाई की व्वस्था के लिए जो पुरानी नहरें बनाई गई है उनका रख रखाव नही होने की वजह से अधिकाशं नहरों की हालत खराब हो चुकी है। नहरों की सुरक्षा नही होने की वजह से कई स्थानों में नहरें समाप्त भी हो चुकी है। जिला मुख्यालय पन्ना से सटे लोकपाल सागर तालाब के पानी से सिचाई के लिए जो नहर बनी है उसका बडा हिस्सा गायब हो चुका है। प्राचीन लोकपाल सागर तालाब से लगभग आधा दर्जन गांव सुनहरा,जनकपुर,राजापुर,कटरा,तिलगावं आदि गांवों के कृषकों को सिचाई के लिए नहर से पूर्व में पानी उपलब्ध होता है परंतु कुछ सालो से लोकपाल सागर तालाब जो पानी भरता है उस पानी को पन्ना नगर की पेय जल व्यवस्था के लिए आरक्षित कर लिया जाता रहा है जिससे किसानों को सूखे का सकंट का सामना करना पड रहा है।

इस वर्ष संतोषजनक बारिश होने से लोकपाल सागर में जितना पानी आया है उससे किसान उम्मीद कर रहे है कि उन्हेंं थोड़ा बहुत ही सही खेती के लिए पानी मिल जायेगा जिससे वह इस बार अपनी खेती कर लेगें किन्तु जल संसाधन विभाग द्वारा नहर की मरम्मत ओैर सुधार कार्य नही होने की वजह से किसान इस बात से चितिंत है जगह-जगह टूटी और क्षतिग्रस्त नहरों से वे अपने खेतों तक पानी कैसे ले जायेगें। लोकपाल सागर से जनकपुर तथा सुनहरा की जो नहर है वह बुरी तरह से क्षतिग्रस्त टूटी है। सुनहरा  से आगे तिलगवां कटरा की ओर जो आगे की नहर बनी थी वह पूरी तरह से विल्पुत हो चुकी है। स्थानीय कृषकों ने कहना है कि जल संसाधन विभाग द्वारा कई साल से नहर की मरम्मत का कार्य नही कराया गया है लोकपाल सागर नहर के अलावा पन्ना विकासखण्ड अंतर्गत स्थित कटरा बांध की नहर जिससे ग्राम कटरा, तिलगवां, लक्ष्मीपुर क्षेत्र के किसानों के सिचाई के लिए पानी मिलता है मरम्मत को लेकर जल संसाधन विभाग द्वारा उदासीनता बढती जा रही है और नहर कई जगह से टूट जाने से पानी की बर्बादी होती है तथा किसानों को भी परेशानी का सामना करना पड रहा है। नहरों की मरम्मत एवं रखरखाव के लिए जल उपभोक्ता संस्थायें भी गठित है जिनकी भूमिका कागजों तक ही सीमित है। थोडी बहुत राशि जो जल उपभोक्ता संस्थाओं से खर्च होती है वह कागजों तक ही सीमित है। ्र

मंत्री भी लिख चुके है पत्र मगर नही हुई कार्यवाही 

लोकपाल सागर तथा कटरा बांध की मरम्मत एवं सुधार कार्य के लिए किसानों द्वारा अपनी समस्या मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह के सामने काफी समय पहले रखी गई थी। जिसे गंभीरता लेते हुए मंत्री सिंह द्वारा जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री को लोकपाल सागर तालाब एवं कटरा बांध नहरों की मरम्मत किये जाने संबंधी पत्र लिखकर निर्देश दिये थे परंतु जल संसाधन विभाग द्वारा लंबा समय गुजर जाने के बाद भी कोई कार्यवाही नही की गई हैे। 

नहरों को पक्की बनाये जाने के लिए होनी चाहिए कार्यवाही 

लोकपाल सागर तथा कटरा बांध से निकली नहरें काफी पुरानी और क्षतिग्रस्त हो चुकी है नहरें कच्ची होने से पानी भी काफी मात्रा में बर्बादा हो जाता है। वाटर रिस्ट्रक्चरिंग प्रोजेक्ट के तहत पूर्व में कटरा बांध नहर को पक्की नहर में परिर्वर्तित करने के लिए योजना बनाई गई थी परंतु उस पर कोई काम नही हुआ और योजना ठण्डे बस्ते मेंं चली गई। जन अपेक्षा है कि दोनों बांधों की नहरों को पक्की नहर बनाने के लिए नये सिरे से योजना बनाकर प्रयास किये जाने चाहिए जिससे स्थाई रूप से किसानों की समस्या का समाधान हो और पानी की भी बर्बादी रोकी जा सके। 

Created On :   28 Oct 2022 5:33 PM IST

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