झारखंड और उत्तराखंड राजनीतिक अस्थिरता के सबसे बड़े शिकार

Jharkhand and Uttarakhand biggest victims of political instability
झारखंड और उत्तराखंड राजनीतिक अस्थिरता के सबसे बड़े शिकार
कांग्रेस महासचिव अविनाश पांडे ने कहा झारखंड और उत्तराखंड राजनीतिक अस्थिरता के सबसे बड़े शिकार

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कांग्रेस महासचिव अविनाश पांडे ने कहा है कि केंद्र सरकार षड़यंत्र रचकर गैर भाजपाई राज्य सरकारों को अस्थिर कर रही है। झारखंड व उत्तराखंड जैसे राज्य राजनीतिक अस्थिरता के सबसे बड़े शिकार हैं। दोनों राज्यों में राजनीतिक बदलाव होगा। गैरभाजपाई दलों के साथ मिलकर कांग्रेस स्थिर सरकार देने की रणनीति पर काम कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि देश में इतिहास व शिक्षा के मामले में  संघीकरण चल रहा है।   दैनिक भास्कर कार्यालय में पांडे ने संपादकीय सहयोगियों से चर्चा की। वे झारखंड कांग्रेस के प्रभारी हैं। उत्तराखंड की राजनीतिक स्थिति को लेकर उन्होंने कहा कि देश में इतिहास व शिक्षा के मामले में जो आरएसएससीकरण अर्थात संघीकरण चल रहा है वह सबसे अधिक उत्तराखंड में देखा जा सकता है। उत्तराखंड में देवस्थान बोर्ड को भी भाजपा सरकार अपने नियंत्रण में ले रही है। पांडे उत्तराखंड में कांग्रेस की चुनाव संबंधी स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष रहे हैं। 

छोटे राज्यों में विकास की राजनीति की आवश्यकता : झारखंड और उत्तराखंड राज्य की भौगोलिक व आर्थिक स्थिति का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि छोटे राज्यों में विकास की राजनीति की सबसे अधिक आवश्यकता है। रोजी-रोटी के लिए पलायन उत्तराखंड का सबसे अधिक प्रभावी मुद्दा बना है। यही स्थिति झारखंड में है। झारखंड में कांग्रेस को मजबूत बनाने का अभियान शुरू किया गया है। 8 फरवरी को दिल्ली में राहुल गांधी के साथ झारखंड के कांग्रेस विधायक दल के नेताओं की बैठक होगी। 
विचारधारा के मूल्यों में कमी : राजनीतिक अस्थिरता व कांग्रेस के विधायकों के दलबदल के विषय पर उन्होंने कहा कि विचारधारा के मूल्यों में कमी आने के कारण यह स्थिति देखी जा रही है, लेकिन विचारधारा निष्ठ कार्यकर्ताओं की कमी नहीं है। भाजपा एक-दो विषय छोड़ शेष समय हिंदू, मुसलमान, पाकिस्तान आदि की बात करती रहती है। पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह के पार्टी छोड़ने को दुर्भाग्यपूर्ण मानते हुए पांडे ने कहा कि उन्हें लेकर कांग्रेस विधायकों में असंतोष भी था। संवाद का अभाव था। चर्चा के समय कांग्रेस के प्रदेश महासचिव रवींद्र दरेकर, प्रफुल गुडधे, राजू आकोलकर, अभिजीत सपकाल उपस्थित थे।

60 दिन का संगठन कार्य : पांडे ने बताया कि झारखंड में उन्होंने 60 दिन के संगठन विस्तार कार्य की योजना बनाई है। वहां कांग्रेस में उदासीनता है। संगठन मामले में क्षेत्रीय स्तर पर 5 बैठकें ली जाएंगी। सदस्यता अभियान के माध्यम से केंद्र सरकार की असफलता को लेकर जनजागरण किया जाएगा। झारखंड में गठबंधन सरकार के कार्य का प्रचार किया जाएगा। 

विपक्ष के लिए राहुल गांधी का विकल्प नहीं : पत्रकार क्लब में प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में कांग्रेस महासचिव अविनाश पांडे ने प्रमुखता से कहा कि फिलहाल देश की राजनीति में विपक्ष के लिए राहुल गांधी का विकल्प नहीं है। कुछ लोग व्यक्तिगत तौर पर अपना नाम आगे बढ़ा रहे हैं। 


 

Created On :   5 Feb 2022 5:57 PM IST

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