समाज को जागरुक करने में पत्रकार निभा रहे हैं अहम भूमिका- गडकरी

Journalists have a very important role in making the society aware says Gadkari
समाज को जागरुक करने में पत्रकार निभा रहे हैं अहम भूमिका- गडकरी
समाज को जागरुक करने में पत्रकार निभा रहे हैं अहम भूमिका- गडकरी

डिजिटल डेस्क, मुंबई। समाज को जागरूक करने में पत्रकारों की बेहद अहम भूमिका है, ईमानदारी और निष्ठापूर्वक काम करने वाले पत्रकारों के चलते ही ध्येयपूर्ण पत्रकारिता फल फूल रही है। केंद्रीय जल एवं भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने मुंबई में आयोजित एक पुरस्कार समारोह के दौरान यह बात कही। बता दें कि विश्व संवाद केंद्र हर वर्ष नारद जयंती के अवसर पर पत्रकारिता के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने वाले पत्रकार को "देवर्षि नारद उत्कृष्ट पत्रकारिता पुरस्कार" देता है। इस साल वरिष्ठ पत्रकार विमल मिश्र को यह पुरस्कार दिया गया।

लोकतंत्र का चौथा स्तंभ इसलिए मजबूती से खड़ा है
समारोह में वरिष्ठ पत्रकार विमल मिश्र, रविंद्र दाणी, स्वाति तोरसेकर, फोटोग्राफर मोहन बने समेत कई पत्रकारों को देवर्षि नारद उत्कृष्ट पत्रकारिता पुरस्कार से सम्मानित किया गया। माटुंगा स्थित वेलिंगकर इंस्टिट्यूट के सभागृह में आयोजित समारोह में कई गणमान्य शामिल हुए। विश्वसंवाद केंद्र ने इस समारोह का आयोजन किया था। इस दौरान गडकरी ने कहा कि लोगों तक सही जानकारी पहुंचाने और समाज के प्रबोधन में पत्रकारों की भूमिका सराहनीय है। गडकरी ने कहा कि अपने विचारों पर अडिग रहते हुए निष्ठापूर्वक पत्रकारिता करने वालों की वजह से ही लोकतंत्र का चौथा स्तंभ आज मजबूती से खड़ा है। यह स्वस्थ पत्रकारिता का ही परिणाम है कि आज विमल मिश्र को पुरस्कृत किया जा रहा है। जब पत्रकार किसी राजनेता के बारे में अच्छा लिखता है तो उसे ख़ुशी होती है लेकिन जब नकारात्मक लिखा होता है तो नाराजगी होती है। पत्रकारों को नेताओं की भूल की तरफ लेखनी से दर्पण दिखाने का अधिकार है. गलती पर कान खींचना भी उनके अधिकार क्षेत्र में आता है।

कौन है विमल मिश्र?
काशी हिंदू विश्वविद्यालय से उच्च शिक्षित विमल मिश्र पत्रकारिता के लिए कई बड़े पुरस्कार जीत चुके हैं जिनमें मदर टेरेसा इंटरनैशनल अवॉर्ड, महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी पुरस्कार (2010 और 2017), गणेश शंकर विद्याथीं पुरस्कार, डॉ. राममनोहर त्रिपाठी पुरस्कार, आशीर्वाद पुरस्कार और दुर्गादेवी सराफ पुरस्कार प्रमुख हैं। मुंबई पर अपने शोधपरक लेखों के लिए उन्हें मुंबई महानगरपालिका सभागार में सम्मानित होने का दुर्लभ सम्मान हासिल है। उनके साप्ताहिक स्तंभ ‘लोग’ और ‘हमसे है मुंबई’ और हर र‌विवार छपने वाले विविधरंगी फीचर लेख बहुत लोकप्रिय हैं। मुंबई की लोकल ट्रेनों पर लिखी और भारतीय रेलवे द्वारा प्रकाशित उनकी कॉफी टेबल ‘मुंबई लोकल’ अपनी तरह की पहली पुस्तक मानी जाती है।

Created On :   7 May 2018 12:01 AM IST

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