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जंगल सफारी : कीचड़ में फंस रही जिप्सी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। पिछले 1 अक्टूबर से जंगल सफारी शुरू हो चुकी की है, लेकिन पर्यटक घूमने का लुत्फ नहीं उठा पा रहे हैं। नागपुर जिले की पेंच, उमरेड करांडला से लेकर बोर में सैलानियों को लेकर जाने वाली जीप्सियां खराब रास्तों के कारण दलदल में फंस रही हैं। ऐसे में आधी-अधूरी सफारी कर सैलानियों को वापस लौटना पड़ रहा है। इसे देखते हुए वन विभाग ने कई गेट बंद कर दिया है, जिसमें पेंच के कोलीतमार, खुबाडा, सुरेवानी गेट शामिल हैं। यही हाल उमरेड करांडला जंगल सफारी का भी है।
यहां है परेशानी
विदर्भ में पेंच, बोर व्याघ्र प्रकल्प, ताड़ोबा व्याघ्र प्रकल्प, नवेगांव नागझिरा, मेलघाट व्याघ्र प्रकल्प, कारेपूर्णा अभयारण्य, उमरेड करांडला आदि जंगल सफारी हैं। बारिश के दौरान रास्तों पर कीचड़ हो जाता है। इस बार अक्टूबर में भी भारी बारिश होने के कारण रास्तों पर कीचड़ होने से जिप्सी कीचड़ में फंस जा रही है। इससे पर्यटक सफारी का आनंद नहीं ले पा रहे हैं।
पेंच व्याघ्र प्रकल्प
पेंच व्याघ्र प्रकल्प में कुल 6 गेट हैं, जिसमें सिल्लारी, खुर्सापार, चोरबाहुली, कोलीतमारा, खुबाडा व सुरेवानी गेट शामिल हैं। उक्त सभी गेटों को 1 अक्टूबर से सामान्य लोगों के लिए खोल दिया गया है, लेकिन आए दिन बारिश हो रही है। ऐसे में जंगल के रास्ते इतने ज्यादा खराब हो गए हैं कि यहां जिप्सी लेकर जाना किसी भी अनहोनी को जन्म दे सकता है। इसलिए कोलीतमारा, खुबाडा, सुरेवानी, चोरबाहुली गेट को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। केवल सिल्लारी व खुर्सापार गेट से नाममात्र सैलानियों को घुमाया जा रहा है।
उमरेड करांडला
उमरेड करांडला जंगल सफारी काफी लोकप्रीय है, लेकिन यहां भी बारिश के कारण घूमने का आनंद नहीं मिल रहा है। पवनी गेट से 33 किमी की सफारी है, लेकिन रास्ते खराब होने से 20 किमी ही सफर कराया जा रहा है। गोठनगांव से 20 से 25 किमी तक ही सफारी शुरू है। आगे बहुत ज्यादा कीचड़ होने से जिप्सी भीतर नहीं जा रही है। बोर का भी यही हाल है, केवल 20 किमी की सफारी मिल रही है।
रास्ते खराब हैं
बारिश के कारण रास्ते खराब होने से केवल पेंच में सिल्लारी व खुर्सापार में ही सफारी कराई जा रही है। पूरी तरह से बारिश थमने के बाद ही बाकी के गेट खोले जाएंगे। डॉ. प्रभुनाथ शुक्ला, डीएफओ, वनविभाग (वाइल्ड लाइफ)
बारिश रुकना जरूरी है
जहां तक रास्ते ठीक हैं, वहीं तक सफारी कराई जा रही है। पूरी तरह से सफारी का लुत्फ उठाने के लिए बारिश का पूरी तरह से रुकना जरूरी है।
पी. पंचभाई, डीएफओ, उमरेड करांडला (वाइल्ड लाइफ)
Created On :   22 Oct 2022 3:24 PM IST