नए साल पर नहीं कर पाएंगे जंगल सफारी, जानिए क्या है कारण ?

Jungle Safari will be closed from December 31 to January 1
नए साल पर नहीं कर पाएंगे जंगल सफारी, जानिए क्या है कारण ?
नए साल पर नहीं कर पाएंगे जंगल सफारी, जानिए क्या है कारण ?

डिजिटल डेस्क, नागपुर। नए साल के अवसर पर शोर-शराबे से दूर जंगल में अगर आप नया  साल मनाना चाहते हैं तो इस साल निराशा होगी। नागपुर से सटे सारे वन्यजीव अभयारण्य और टाइगर रिजर्व के गेट 31 दिसंबर और 1 जनवरी को बंद रखे जाने का निर्णय लिया गया है। दरअसल पेंच टाइगर रिजर्व के क्षेत्रीय निदेशक व मुख्य वनसंरक्षक कार्यालय ने इन दो दिनों में सफारी को बंद करने का निर्णय लिया है। विभाग के अधिकारियों का मानना है कि साल के इन्हीं दिनों में जंगल के आस-पास शिकारियों के मंडराने का खतरा रहता है, लिहाजा इन दो दिनों में विशेष तौर से वन विभाग का स्टाफ जंगल की पेट्रोलिंग करने में मशगूल रहेगा। 
बंद रखे रखे गए फारेस्ट के गेट: प्राप्त जानकारी के अनुसार 31 दिसंबर और 1 जनवरी को पेंच टाइगर रिजर्व क्षेत्रीय कार्यालय के अधीन आने वाले पेंच टाइगर रिजर्व, उमरेड करांडला वन्यजीव अभयारण्य, बोर टाइगर रिजर्व, टीपेश्वर वन्यजीव अभयारण्य के सभी गेट बंद रखे गए हैं। इसके अलावा 25 और 26 दिसंबर को सभी सफारियों के गेट बंद रखे गए। चर्चा  है कि बीते वर्ष अत्यधिक पर्यटकों के पहुंचने के कारण जंगल सफारी के दौरान एक बाघिन जिप्सी के करीब तक आ गई थी, इसलिए भी अत्यधिक लोड को नियंत्रण में रखने के लिए भी इस तरह का निर्णय लिए जाने की चर्चा है।
ताड़ोबा की सबसे ज्यादा मांग
जंगल सफारी के लिए पर्यटकों की सबसे पहली पसंद ताड़ोबा अंधारी बाघ परियोजना है। यहां 90 प्रतिशत टाइगर सफारी का आकर्षण सबको अपनी ओर खींच लाता है। यहां बाघ सबसे ज्यादा है और लोगों को दर्शन भी होते हैं । इसलिए पर्यटकों का आकर्षण इस ओर अधिक रहता है। इस बार आलम यह है कि 27 दिसंबर से लेकर 7 जनवरी तक लगभग सारे गेट फुल  हैं। बता दें कि ताड़ोबा अंधारी में मोहर्ली, कुंडवंड़ा, कोलरा, नवेगांव, पांगडी आदि सभी गेट में पर्यटक खूब जुट रहे हैं।

Created On :   26 Dec 2017 3:50 PM IST

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