लिंक का इंतजार करते रह गए और पेपर शुरू हो गया, 1000 स्टूडेंट्स नहीं दे पाए एग्जाम

Kept waiting for the link and the paper started, 1000 students could not give the exam
लिंक का इंतजार करते रह गए और पेपर शुरू हो गया, 1000 स्टूडेंट्स नहीं दे पाए एग्जाम
लिंक का इंतजार करते रह गए और पेपर शुरू हो गया, 1000 स्टूडेंट्स नहीं दे पाए एग्जाम

डिजिटल डेस्क, नागपुर। राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय की शीतकालीन परीक्षाएं जारी हैं। इसमें मंगलवार को कुछ ऐसा वाकया हो गया, जिससे यूनिवर्सिटी प्रशासन के आला अधिकारी सकपका गए।   आयोजित बीए ज्योग्राफी के पेपर में 3941 में से करीब 1000 विद्यार्थी परीक्षा नहीं दे पाए।  दोपहर 3 से शाम 6 के बीच होने वाली इस ऑनलाइन परीक्षा के लिंक का विद्यार्थी इंतजार करते रहे। विद्यार्थी विश्वविद्यालय की हेल्पलाइन पर लगातार फोन कर पूछते रहे कि परीक्षा की लिंक उन्हें कब भेजी जाएगी, जबकि ऐसी कोई लिंक विद्यार्थियों को भेजी ही नहीं जाती। यह परीक्षा www.rtmnu.net नामक पोर्टल पर होती है। 

अधिकांश स्टूडेंट्स भंडारा जिले के एक कॉलेज के
परीक्षा के टाइमटेबल से लेकर विद्यार्थियों के हॉल टिकट तक में इसका जिक्र किया गया है, लेकिन विद्यार्थियों को इसकी जानकारी ही नहीं थी। उन्हें लग रहा था कि विश्वविद्यालय पहले कॉलेज में परीक्षा की लिंक भेजता है और फिर कॉलेज विद्यार्थियों के फोन पर यह लिंक भेजेगा। यूनिवर्सिटी  की ओर से ही लिंक भेजने मे देर हो रही है। इस चक्कर में करीब 1000 विद्यार्थी परीक्षा में उपस्थित नहीं हो पाए गए। इसमें अधिकांश विद्यार्थी भंडारा जिले के एक कॉलेज से हैं। 

कॉलेजों की जिम्मेदारी
यूनिवर्सिटी परीक्षा नियंत्रक डॉ.प्रफुल्ल साबले ने इस घटना की पुष्टि की है। डॉ.साबले के अनुसार, परीक्षा के संबंध में यूनिवर्सिटी  ने काफी पहले यूजर मैनुअल जारी किया, कॉलेजों को सूचना दी कि विद्यार्थियों को ऑनलाइन परीक्षा के तौर-तरीकों से अवगत कराएं। टाइमटेबल, हॉल टिकट तक में दिशा-निर्देश स्पष्ट किए गए हैं। मुख्य रूप से तो कॉलेजों की जिम्मेदारी है कि वे अपने विद्यार्थियों को परीक्षा प्रणाली से अवगत कराएं, लेकिन इसके बाद भी इस प्रकार की घटना हुई। दिन भर हेल्पलाइन पर लिंक संबंधी कॉल आते रहे।
 
दोबारा एग्जाम का मौका
 डॉ.प्रफुल्ल साबले ने कहा कि यूनिवर्सिटी  विद्यार्थियों का नुकसान नहीं होने देगा, उनकी दोबारा परीक्षा ली जागी। परीक्षा से वंचित विद्यार्थियों को कॉलेज के माध्यम से आवेदन भेजना होगा। लेकिन कॉलेजों और विद्यार्थियों से अपील है कि परीक्षा संबंधी दिशा-निर्देश ध्यानपूवर्क पढ़ें, ताकि इस प्रकार की घटनाएं न हों।

Created On :   2 Jun 2021 9:59 AM IST

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