मां किडनी देगी, ट्रांसप्लांट के पैसे नहीं- पिता दमा के मरीज, बड़ी बहन सूरदास

Kidney transplant in shahdol district of mp
मां किडनी देगी, ट्रांसप्लांट के पैसे नहीं- पिता दमा के मरीज, बड़ी बहन सूरदास
मां किडनी देगी, ट्रांसप्लांट के पैसे नहीं- पिता दमा के मरीज, बड़ी बहन सूरदास

डिजिटल डेस्क शहडोल । यहां  किडनी  ट्रांसप्लांट का एक ऐंसा केस सामने आया है जिसमें मरीज के इलात के लिए पैसे ही नहीं हें पैसा तो दूर यह परिवार ऐसी समस्याओं से घिरा है कि इलाज कराने की स्ििथतियां बनना ही काफी कठिन हो रहा है । नगर के घरौला मोहल्ला वार्ड नंबर 22 निवासी नीलेश सिंह चौहान का 37 वर्ष की युवास्था में ही दोनों किडनियां बेकार हो गईं। वृद्ध मां कमला देवी किडनी देने को तैयार है।

                                                           ट्रांसप्लांट में आने वाले साढ़े सात लाख का खर्च कहां से आएगा यह सोचकर पूरा परिवार परेशान है। नीलेश के पिता रवि नंदन सिंह चौहान दमा के मरीज हैं। आटो चलाकर परिवार का गुजर बसर करते हैं। बड़ी बहन नीलम जब 14 वर्ष की थीं तब आंखों से दिखाई देना बंद हो गया। छोटा भाई अखिलेश की छोटी सी किराना दुकान है, जो बंद होने की स्थिति में आ गई है। मप्र राज्य बीमारी सहायता के लिए आवेदन किया है लेकिन उससे दो लाख ही मिल सकते हैं। बाकी रकम के लिए पीडि़त परिवार को लोगों से मदद की आस है।

                                                        रवि नंदन ने बताया कि बड़े बेटे की किडनी खराब है इसकी जानकारी जनवरी 17 में पता चली। तब से लेकर अब तक इलाज में जो भी जमा पूंजी थी खर्च हो चुकी है। सप्ताह में तीन बार डायलिसिस हो रही है। डाक्टरों ने जल्द से जल्द किडनी ट्रांसप्लांट की सलाह दी है। उन्होंने बताया कि इंदौर के निजी चिकित्सालय में किडनी ट्रांसप्लांट की सारी औपचारिकता पूरी कर ली गई हैं। सहायता के लिए कलेक्टर से मिले थे। जिन्होंने सीएमएचओ के माध्यम से मदद के लिए आवेदन देने को कहा था। आवेदन दिये हैं, 9 फरवरी को मेडिकल बोर्ड बैठेगा, उसमें कोई निर्णय हो सकता है। परिवार की माली हालत को देखते हुए लोगों ने मदद करना शुरु भी कर दिया है। लेकिन इलाज के लिए लाखों चाहिए।

 

Created On :   3 Feb 2018 12:59 PM IST

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