- Home
- /
- औपचारिकता के चक्कर में 10 घंटे घर...
औपचारिकता के चक्कर में 10 घंटे घर में पड़ा रहा कोविड शव

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोरोना महामारी के कारण लोग पहले ही परेशान और दहशत में है। ऐसे में कागजी औपचारिकता भी पीड़ितों पर भारी पड़ रही है। इसी औपचारिकता के चलते एक कोविड शव 10 घंटे तक घर में पड़ा रहा। मनपा अधिकारी शव उठाने के लिए पीड़ित परिवार से वॉट्सएप पर पॉजिटिव रिपोर्ट और आधार कार्ड मांगते रहे, लेकिन घर में स्मार्ट फोन नहीं होने से यह संभव नहीं हो पा रहा था। हालात ऐसे थे कि, कोई घर में भी जा नहीं पा रहा था। इस बीच एक समाजसेवी ने अपनी एंबुलेंस भेजकर शव श्मशान घाट ले जाने का प्रयास किया। मानकापुर घाट को पूर्व सूचना दी गई, लेकिन घाट के कर्मचारियों ने यह कहकर शव लेने से मना कर दिया कि, अगर मनपा छोड़कर कोई और शव यहां लाता है, तो लाने वाले सभी की कोविड जांच कर उन्हें आइसोलेशन में रहना होगा।
सुबह 8 से शाम 6 बजे तक पड़ा रहा शव
ऐसे में पहल करने वालों ने अपने कदम पीछे खींच लिए। पश्चात किसी तरह एंबुलेंस कर्मी ने पीड़ित के घर में जाकर पॉजिटिव रिपोर्ट और आधार की कॉपी ली और मनपा के संबंधित अधिकारियों को भेजी, तब कहीं जाकर करीब शाम 6 बजे शव को घर से श्मशान घाट ले जाया गया।
मृतक मजदूर था
मामला गोरेवाड़ा का है। चंद्रशेखर माहुले (31) मृतक का नाम है। वह मजदूर था। परिवार में पत्नी और डेढ़ साल का बेटा, चार साल की बेटी है। तीन दिन पहले चंद्रशेखर की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। अस्पताल में बेड नहीं मिलने से वह घर में ही इलाज करा रहा था। मीडिया कर्मी संदीप गुरघाटे की मदद से उसे घर में ऑक्सीजन लगाया गया था।
अॉक्सीजन खत्म हो गई
गुरुवार सुबह करीब 6 बजे ऑक्सीजन खत्म हो गई। स्थानीय समाजसेविका मंजू चाचेरकर ने एक लड़के को ऑक्सीजन सिलेंडर रीफिल करने भेजा। लड़का करीब सुबह 8 बजे सिलेंडर लेकर पहुंचा, लेकिन इसके पहले ही चंद्रशेखर ने दम तोड़ दिया। चंद्रशेखर की पत्नी ने इसकी जानकारी संदीप को दी। उन्होंने संबंधित मनपा कर्मचारियों को इससे अवगत कराया।
Created On :   23 April 2021 3:22 PM IST