कोविड की जंग में जांच को बनाया हथियार

Kovid made weapons for investigation in war
कोविड की जंग में जांच को बनाया हथियार
कोविड की जंग में जांच को बनाया हथियार

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोरोनाकाल में महामारी से निपटने के लिए ऐसी जांचों की शुरुआत हुई, जो पहले कभी होती ही नहीं थीं। मेडिकल अस्पताल ने जरूरत को देखते हुए यह सुविधा उपलब्ध कराई। इसका लाभ कोविड मरीजों के साथ ही सामान्य मरीजों को भी मिलने लगा है। इस तरह की जांच को "मार्कर टेस्ट" कहते हैं।

डीवीटी (डीप वेन थ्रोम्बोसिस) पल्मोनरी एम्बोलिज्म : इसके अंतर्गत सीने में दर्द और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत होती है। फेफड़े तक रक्त के थक्के के पहुंचने के 30 मिनट के अंदर मरीज की मृत्यु हो सकती है। इसकी जांच के लिए डीवीटी टेस्ट किया जाता है। 

सीआरपी  टेस्ट : यह एक सी रिएक्टिव प्रोटीन (सीआरपी) होता है। यह शरीर में जलन या सूजन को दिखाता है। अगर शरीर में किसी प्रकार की सूजन या जलन है, तो खून में सीअारपी की मात्रा बढ़ जाती है। 

फेरिटिन टेस्ट : फेरिटिन खून में पाया जाने वाला एक तरह का प्रोटीन होता है। यह आयरन को स्टोर करने का काम करता है। फेरिटिन की कमी होने के कारण खून में आयरन की कमी हो जाती है। 

एलडीएच टेस्ट : एलडीएच (लेक्टेट डिहाइड्रोजेनस) शरीर की काेशिकाओं में रहता है। यह ह्यूमिलेटिंग एनीमिया के लिए िकया जाता है। 
कार्डिएक ट्रोपोनिन : यह टेस्ट भी मेडिकल में शुरू किया गया है। यह दिल का दाैरा पड़ने पर किया जाता है। इससे पता चलता है कि दौरा पड़ने के कारण कितना नुकसान हुआ है।
 

Created On :   9 Dec 2020 1:12 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story