कैश की कमी से जूझ रहा है कोयलांचल, छुट्टियों से बढ़ेगी समस्या

koyalanchal is facing a shortage of cash in all banks atm
कैश की कमी से जूझ रहा है कोयलांचल, छुट्टियों से बढ़ेगी समस्या
कैश की कमी से जूझ रहा है कोयलांचल, छुट्टियों से बढ़ेगी समस्या

डिजिटल डेस्क  सिंगरौली (वैढऩ)। कैश की कमी से हवा उगलते जिले के ज्यादातर एटीएम की समस्या अभी पूरी तरह से खत्म भी नहीं हुई थी कि अब 5 दिनों तक शासकीय अवकाशों की झड़ी के लगने से समस्या और बढ़ जाएगी । एटीएम से कैश नहीं मिलने पर बैंकों में लाइन लगाकर लोग जैसे-तैसे कैश की व्यवस्था कर लेते थे। वह सुविधा बैंक की छुट्टी दौरान नहीं मिल सकेगी। जाहिर है ऐसे हालात में कैश की किल्लत बढ़ेगी और लोगों की परेशानियां भी बढ़ेगी।
बढ़ा रहा काम-काज का बोझ
एक खास बात यह भी है कि लगातार पड़ रहे इन अवकाशों के दौरान ही फाइनेंशियल इयर क्लोजिंग का भी समय है जिससे बैंकों में इन छुट्यिों के पहले से ही क्लोजिंग को लेकर काम-काज की रस्साकसी बैंकों में बढ़ गई है। इसके अलावा महीने का अंत होने से लोगों की सैलरी का लेनदेन और अन्य व्यवसायिक लेनदेन ज्यादा बना रहा है। जिससे बैंकों में जो कस्टमर्स पहुंचते रहे उन्हे दी जाने वाली सेवाएं भी प्रभावित होती रहीं।
परेशानियां ही परेशानियां
आलम यह है कि अगर एक व्यवासायी ने कैशलेस के मद्देनजर एक बैंक में वॉलेट एकाउंट ओपेन कुछ समय पहले करा लिया था। ऐसे में उसके खाते में कस्टमर्स द्वारा पेमेंट भी किया जाने लगा। जिसके बाद वह अब अपने वॉलेट से पैसा अपने बैंक एकाउंट में ट्रांसफर करना चाहता है। लेकिन ट्रांसफर नहीं हो पा रहा, बैंक में पता करने पर पता चला कि केवायसी नंबर जोडऩा पड़ेगा। उसने यह भी करा दिया, इसके बाद भी उसकी समस्या से खत्म नहीं हो रही है। बैंक वालों का कहना है कि फाइनेंशियल ईयर क्लोजिंग का समय चल रहा है इस दौरान ऐसे कार्यो में समय लगेगा। ऐसे ही अगर कोई बैंक खाते में नामिनी जोड़वाने गया, कोई स्टेटमेंट लेने गया तो उसे भी खाली हाथ बैंकों से लौटना पड़ रहा है। इसके लिये भी कारण फाइनेंशियल ईयर क्लोजिंग ही बतायी जा रही है।
दो हजार के नोट की कमी
पिछले कुछ माह से दो हजार की नोट काफी कम आ रही है। बैंकों द्वारा भी बताया गया कि दो हजार की नोट काफी कम आ रही है। जिससे पैसों की समस्या भी कुछ बढ़ी है। बताया जाता है खासकर बड़े कस्टमर जो बड़ी रकम बैंक से निकालते हैं उन्हे दो हजार से कम ही नोट देना पड़ रहा है, जिसे लेने से कई कस्टमर हिचकते हैं। लेकिन जब व्यवस्था नहीं रहती है तो छोटे नोट से ही काम चलाना पड़ रहा है।
रोजाना के लेनदेन ने सम्हाल रखी थी नैया
बताया जाता है कि आरबीआई से बैंकों को पर्याप्त नहीं कैश मिलने के दौरान डूबती नैया को प्रतिदिन के लेनदेन ने बचा रखा था। लीड बैंक से मिली जानकारी के अनुसार जिले में रोजाना करीब 10 से 12 करोड़ का लेनदेन बैंको के माध्यम से होता है। जिससे कैश की काफी कुछ पूर्ति इसी के सहारे होती है। ऐसे में जाहिर है बैंक के अवकाश दौरान जब लेनदेन ठप रहेगा, तो इससे भी कैश की समस्या बढ़ेगी ही और इसका असर छुट्यिां समाप्त होने के कुछ दिनों बाद तक भी दिखेगा।
किसके कितने एटीएम हैं
जिले में यूबीआई के 37, एसबीआई के 54 एटीएम हैं। पीएनबी, सिंडिकेट बैंक व सेंट्रल बैंक के 2-2 और आईसीआईसीआई के 6 एटीएम हैं। आईडीबीआई, बैंक ऑफ बडौदा, ओबीसी, एक्सिस बैंक, इलाहाबाद बैंक, एचडीएफसी, केनरा, विजया बैंक व यूको बैंक के 1-1 एटीएम हैं।
इनका कहना है
हां, पिछले कुछ समय में कैश की कमी हुई थी। खासकर इससे एटीएम में कैश उपलब्ध नहीं हो पा रहा था। लेकिन अब कैश की व्यवस्था कर ली गई है और करीब एक सप्ताह तक के लिये कैश हमारे पास है, इसलिए लगातार पड़ रही 29-30 मार्च और 1-2 अप्रैल की छुट्टी दौरान कैश की समस्या न के बराबर रहेगी। वैसे भी 31 मार्च को छुट्टी नहीं रहेगी, बैंक खुलेंगे तो लोगों का काम-काज भी नहीं रूकेगा।
- अमर सिंह, लीड बैंक मैनेजर

 

Created On :   29 March 2018 2:23 PM IST

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