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- lack of constant rainfall, 27 percent sowing till end of June
दैनिक भास्कर हिंदी: जून के आखिर तक खरीफ की 27 प्रतिशत बुवाई, जानिए कहां पर कितनी हुई बारिश

हाईलाइट
- प्रदेश में लगातार बारिश न होने के कारण खरीफ फसल की बुवाई की गति धीमी है।
- राज्य भर में जून के आखिर तक 27 प्रतिशत बुवाई हुई है।
- सूबे में गन्ने के क्षेत्र को मिलाकर 149.74 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ की बुवाई होती है।
डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश में लगातार बारिश न होने के कारण खरीफ फसल की बुवाई की गति धीमी है। राज्य भर में जून के आखिर तक 27 प्रतिशत बुवाई हुई है। सूबे में गन्ने के क्षेत्र को मिलाकर 149.74 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ की बुवाई होती है। जिसमें से अभी तक 39.88 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बुवाई हुई है। प्रदेश सरकार के कृषि विभाग के एक अधिकारी ने दैनिक भास्कर से बातचीत में यह जानकारी दी। अधिकारी ने कहा कि अभी किसान सोयाबीन की फसलों की बुवाई अधिक कर रहे हैं। दमदार बारिश शुरू होने के बाद कपास की बुवाई में तेजी आएगी। जुलाई महीने के दूसरे सप्ताह के बाद धान की बुवाई को गति आएगी।खरीफ सत्र में कपास, तुअर (अरहर), बाजरी, मक्का, सोयाबीन, ज्वारी, सूरजमुखी समेत अन्य फसलों की बुवाई होती है।
पुणे स्थित राज्य कृषि आयुक्तालय के अनुसार राज्य में सबसे अधिक लातूर विभाग में 39 प्रतिशत, अमरावती विभाग में 34 प्रतिशत, कोल्हापुर में सबसे अधिक 33 प्रतिशत, नागपुर विभाग में 28 प्रतिशत, नाशिक विभाग में 19 प्रतिशत, औरंगाबाद विभाग में 28 प्रतिशत, पुणे विभाग में 5 प्रतिशत और कोंकण विभाग में सबसे कम 0.35 प्रतिशत बुवाई हुई है। राज्य भर के बुवाई के आंकड़े 29 जून तक के हैं।
कृषि विभाग के अनुसार लातूर विभाग में 27.87 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में से 10.79 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बुवाई हुई है। अमरावती विभाग के खरीफ क्षेत्र के 32.31 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में से 10.93 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बुवाई हुई है। नागपुर विभाग में 19.18 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में से 5.42 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में किसानों ने बुवाई की है। नाशिक विभाग में 21.31 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बुवाई होती है पर बारिश कम होने से अब तक 3.96 लाख हेक्टेयर बुवाई हुई है।
औरंगाबाद विभाग में हर साल करीब 20.15 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बुवाई होती है। लेकिन बारिश कम होने से किसान फिलहाल बुवाई के लिए जल्दबाजी नहीं दिखा रहे हैं। संभाग में 5.74 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बुवाई हुई है। यहां पर किसानों द्वारा बुआई की गई खरीफ की फसलें उग रही हैं।
तहसील स्तर पर बारिश की स्थिति
राज्य के 355 तहसील में से 2 तहसील में 25 प्रतिशत तक बारिश हुई है। 21 तहसील में 25 से 50 प्रतिशत और 75 तहसील में 50 से 75 प्रतिशत, 67 तहसील में 75 से 100 प्रतिशत और 190 तहसीलों में 100 प्रतिशत से अधिक वर्षा हुई है। राज्य में 29 जून तक 219.5 मिमी बारिश हुई है।
कहां पर कितनी बारिश
बारिश का प्रतिशत जिले का नाम
50 से 75 प्रतिशत सोलापुर, बुलढाणा
75 से 100 प्रतिशत नाशिक, नंदूरबार, जलगांव, कोल्हापुर, औरंगाबाद,
जालना, बीड़, भंडारा, गोंदिया, चंद्रपुर
100 प्रतिशत से अधिक नागपुर, यवतमाल, वर्धा, गडचिरोली, नांदेड़,
परभणी, हिंगोली, अकोला, वाशिम, अमरावती,
सातारा, सांगली, लातूर, उस्मानाबाद, अहमदनगर,
पुणे, ठाणे, पालघर, रत्नागिरी, रायगड, सिंधुदुर्ग,
धुलिया
आईसेक्ट ग्रुप भोपाल: आईसेक्ट द्वारा ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट विषय पर विशेष ट्रेनिंग सेशन आयोजित
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आईसेक्ट के एचआर एवं लर्निंग एंड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट द्वारा एम्पलॉइज के लिए ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट पर एक विशेष ट्रेनिंग सेशन का आयोजन किया गया। इसमें यूनाइटेड किंगडम के कॉर्पोरेट इंटरनेशनल ट्रेनर जुबेर अली द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिसमें उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को अपने अनुभवों, डेमोंस्ट्रेशन, वीडियो, स्लाइड शो के माध्यम से नई स्किल्स को प्राप्त करने और अपनी पर्सनेलिटी को बेहतर बनाने के तरीके बताए। साथ ही उन्होंने पर्सनेलिटी डेवलपमेंट और अपस्किलिंग के महत्व पर बात की और बताया कि करियर ग्रोथ के लिए यह कितना आवश्यक है। इस दौरान उन्होंने सफलता के लिए नौ सक्सेस मंत्र भी दिए। इस दौरान कार्यक्रम में एचआर कंसल्टेंट डी.सी मसूरकर और अल नूर ट्रस्ट के सदस्य उपस्थित रहे।
इस पहल पर बात करते हुए आईसेक्ट के निदेशक सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने कहा कि आईसेक्ट कौशल विकास के महत्व को समझता है इसी कारण अपने एम्पलॉइज की अपस्किलिंग के लिए लगातार विभिन्न प्रशिक्षण सेशन का आयोजन करता है। इसी कड़ी में ग्लोबल पर्सनेल डेवलपमेंट पर यह ट्रेनिंग सेशन भी एक कदम है।
स्कोप कैम्पस: खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली भीमबेटका, ओबेदुल्लागंज, मंडीदीप, भोजपुर होते हुए पहुंची रबीन्द्रनाथ नाथ टैगोर विश्वविद्यालय और स्कोप कैम्पस
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय और खेल एवं युवा कल्याण विभाग रायसेन के संयुक्त तत्वावधान में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली आयोजित की गई। यह यात्रा होशंगाबाद से पर्वतारोही भगवान सिंह भीमबेटका लेकर पहुंचे। फिर भीमबेटका से रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने मशाल लेकर ओबेदुल्लागंज की ओर प्रस्थान किया। ओबेदुल्लागंज में रैली का स्वागत किया गया। साथ ही ओबेदुल्लागंज में मशाल यात्रा को विभिन्न स्थानों पर घुमाया गया। तत्पश्चात यात्रा ने मंडीदीप की ओर प्रस्थान किया। मंडीदीप में यात्रा का स्वागत माननीय श्री सुरेंद्र पटवा जी, भोजपुर विधायक ने किया। अपने वक्तव्य में उन्होंने खेलों को बढ़ावा देने के लिए मप्र सरकार द्वारा की जा रही पहलों की जानकारी दी और युवाओं को खेलों को जीवन में अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके अलावा खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 में खिलाड़ियों को जीत के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने खेलों इंडिया यूथ गेम्स के आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों को रेखांकित किया।
साथ ही कार्यक्रम में रायसेन के डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स ऑफिसर श्री जलज चतुर्वेदी ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला और खेलों इंडिया यूथ गेम्स के खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं। यहां से धावकों ने मशाल को संभाला और दौड़ते हुए भोजपुर मंदिर तक पहुंचे। मंदिर से फिर यात्रा रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय तक पहुंचती और यहां यात्रा का डीन एकेडमिक डॉ. संजीव गुप्ता द्वारा और उपकुलसचिव श्री समीर चौधरी, उपकुलसचिव अनिल तिवारी, उपकुलसचिव ऋत्विक चौबे और स्पोर्ट्स ऑफिसर सतीश अहिरवार द्वारा भव्य स्वागत किया जाता है। मशाल का विश्वविद्यालय में भी भ्रमण कराया गया। यहां से यात्रा स्कोप कैम्पस की ओर प्रस्थान करती है। स्कोप कैम्पस में स्कोप इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. डी.एस. राघव और सेक्ट कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सत्येंद्र खरे ने स्वागत किया और संबोधित किया। यहां से मशाल को खेल एवं युवा कल्याण विभाग के उपसंचालक जोश चाको को सौंपा गया।