इंटरनेट पर विज्ञापन देख गवा दिए लाखों रुपए

Lakhs of rupees lost on gas agency advertisement on internet
इंटरनेट पर विज्ञापन देख गवा दिए लाखों रुपए
इंटरनेट पर विज्ञापन देख गवा दिए लाखों रुपए

डिजिटल डेस्क, सतना। लकी ड्रा के जरिए गैस एजेंसी की डीलरशिप हासिल करने के चक्कर में एक महिला को लाखों की तगड़ी चपत लग गई। जिसके आवेदन पर नागौद पुलिस ने अज्ञात जालसाज के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी है। उक्त जानकारी देते हुए टीआई अजय सिंह पवार ने बताया कि शिवराजपुर निवासी अंजना त्रिपाठी पति रुद्र प्रसाद त्रिपाठी 49 वर्ष का पुत्र भानुप्रताप त्रिपाठी इंदौर में रहकर पढ़ाई करता है। जिसने 1 दिसंबर 18 को डब्लूडब्लू डब्लू. गैस एजेंसी.इन पर गैस एजेंसी के लिए आवेदन करने का विज्ञापन देखा तो ऑनलाइन फार्म भर दिया। 2 दिन बाद युवक के पास मोबाइल नंबर 6207393960 से अज्ञात व्यक्ति का फोन आया कि आपका आवेदन इंडेन एजेंसी के लिए स्वीकार कर लिया गया है। जिसका लकी ड्रा निकलना है। इसके लिए 22 हजार रुपए बैंक ऑफ बड़ौदा की मुम्बई ब्रांच के खाता क्रक्रमांक 12188-100007695 में जमा कराइये। तब महिला ने एसबीआई नागौद के अपने खाते से रकम भेज दी। फिर 7 दिसंबर को रात साढ़े 9 बजे बेटे के मोबाइल पर फोन आया कि लकी ड्रा में नाम आ गया है। 50 सिलेण्डरों की अग्रिम राशि 75 हजार रुपए पूर्व में दिए खाते में जमा कराओ। तब भी मां-बेटे को फर्जीवाड़े का आभास नहीं हुआ और मध्यांचल ग्रामीण बैंक शिवराजपुर के खाते से रकम ट्रांसर्फर कर दी।

तब ठनका माथा

रुपए जालसाज के खाते में जमा करने के बाद 12 जनवरी को भानुप्रताप त्रिपाठी के व्हाट्सएप एकाउंट पर पत्र आया जिसमें 306 सिलेंडर व रेगुलेटर के लिए 2 लाख 99 हजार 800 रुपए भेजने के लिए कहा गया। पत्र पढ़कर युवक को गड़बड़ी का आभास हुआ और उसने मां अंजना को ज्योति इंडेन एजेंसी के सतना स्थित कार्यालय भेजा। जहां मैनेजर ने ऐसे किसी लकी ड्रा और एजेंसी देने के विज्ञापन को फर्जी बता दिया। यह बात पता चलते ही मां-बेटे के होश उड़ गए। उन्होंने ठग के मोबाइल नम्बर पर संपर्क किया तो फोन बंद मिला। लिहाजा शिकायत लेकर नागौद थाने पहुंचे, जहां जांच के बाद अपराध क्रमांक 54/19 धारा 420 आईपीसी पंजीबद्ध कर ठग की धरपकड़ के प्रयास शुरु कर दिये गए। इसके लिए साइबर सेल की सहायता ली जा रही है।

Created On :   29 Jan 2019 8:04 AM GMT

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