मवेशियों के लिए लाने गई थी चारा खुद बन गई बाघ का निवाला 

Lane Gayi Thi Chara Khud Ban Gai Baig Ka Niwala for Cattle
मवेशियों के लिए लाने गई थी चारा खुद बन गई बाघ का निवाला 
चंद्रपुर मवेशियों के लिए लाने गई थी चारा खुद बन गई बाघ का निवाला 

डिजिटल डेस्क, नागभीड़ (चंद्रपुर)।  ब्रम्हपुरी वनविभाग अंतर्गत आने वाले नागभीड़ वनपरिक्षेत्र के एरव्हा टेकड़ी के समीप बाघ के हमले में निर्मला भोयर नामक महिला की मौत हो गई। घटना से परिसर में पुन: बाघ की दहशत निर्माण हो गई है। इसलिए वनविभाग ने ट्रैप कैमरे लगाकर गश्त बढ़ा दी है। इस घटना के बाद 2022 में हिंसक जानवरों के हमले में मरने वालों की संख्या 52 हो गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार नागभीड़ तहसील के पाहर्णी गांव निवासी निर्मला प्रकाश भोयर (45) शुक्रवार को सुबह अपने खेत में जानवरों के लिए चारा लाने गई थी। इस दौरान वहां दबिश देकर बैठे बाघ ने हमला कर दिया, जिसमें महिला की मौत हो गई। इसकी जानकारी मिलने पर ग्रामीण मौके पर पहुंचे और वनविभाग को सूचना दी। सूचना के आधार पर आरएफओ हजारे अपने दल के साथ मौके पर पहुंचे और महिला के परिवार को तत्काल सहायता के रूप में 20,000 रुपए दिए हैं। महिला का शव पोस्टमार्टम के लिए ग्रामीण हास्पिटल नागभीड़ भेज दिया है। घटना को देखते हुए वनविभाग ने घटनास्थल पर ट्रैप कैमरा लगाया है और गश्त बढ़ा दी है। 

जनवरी से अब तक 52 लोग गंवा चुके जान
शुक्रवार को हुई घटना के साथ ही चंद्रपुर जिले में जनवरी से अब तक हिंसक जानवरों के हमले में मरने वालों की संख्या 52 हो गई है। जिसमें 45 बाघ के हमले में और 7 तेंदुए के हमले में मरे हैं। जिले में जानवरों के अधिवास का क्षेत्र कम पड़ने की वजह से अनेक हिसंक जानवर गांव के पास जंगलों में अपना निवास बना लिए हैं और इस प्रकार की घटनाएं बढ़ती जा रही है। पिछले पांच वर्षों की तुलना में इस वर्ष हिंसक जानवरों के हमले में मरने वालों की संख्या अधिक है। इसलिए अब जिले में बाघों की बढ़ती संख्या चिंता का विषय बनती जा रही है।

लगातार हो रहे बाघ के हमले
नागभीड़ तहसील में लगातार बाघ के हमले शुरू है। 26 नवंबर को पाहर्णी निवासी एक महिला पर बाघ ने हमला कर दिया था जिसमें उसकी मौत हो गई थी। महिला पास के जंगल में घास काटने के लिए गई थी। उस पर बाघ ने हमला कर कर मार दिया था। इसके पश्चात ढोरपा के पास टेकरी परिसर में बाघ ने महिला पर हमला कर मार दिया था। इसके पूर्व पान्होडी निवासी चरवाहे को बाघ ने मार दिया था। इसकी वजह से ढोरपा, पाहर्णी, पान्होडी परिसर में बाघ की दहशत मची है। घास लाने गई नर्मदा की मौत के साथ ही परिसर में यह चौथीं मौत है।
 

Created On :   31 Dec 2022 6:56 PM IST

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