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जमीन में दफन हैं एंटी एयरक्राफ्ट गन के पुर्जे , 506 वर्कशॉप के मामले की सीबीआई जांच की मांग

डिजिटल डेस्क जबलपुर । 506 आर्मी बेस वर्कशॉप में एंटी एयर क्राफ्ट गन के पुर्जों की बड़ी मात्रा में खरीदी किये जाने एवं बाद में पुर्जों का इस्तेमाल नहीं होने पर उसे जमीन में दफन करने के मामले में सीबीआई जांच की मांग की गई है। इससे पहले जांच में किसी प्रकार की कोई अनियमितता नहीं पाये जाने की बात वर्कशॉप प्रशासन ने कही थी।
एक बार फिर से इस मामले को उठाने वाले वर्कशॉप कर्मी चिट्टी बाबू ने पुलिस कंट्रोल रूम के पास स्थित आईसीएच में पत्रकारों से चर्चा में कहा है कि वर्कशॉप में एंटी एयर क्राफ्ट गनों के पुर्जों की खरीद में अनियमितता तथा बाद में उसे जमीन में दबा दिये जाने की शिकायत पर एक बार जांच हो चुकी है। यह जांच सीबीआई के द्वारा होना चाहिए, ताकि सच्चाई सामने आ सके। पहली बार हुई जांच में उन स्थानों पर खुदाई नहीं की गई जहां पर पुर्जे दबाए गए थे। कुछ स्थानों पर गन के पुर्जे खोद कर निकाल लिये गए, ताकि जांच में यह साबित न हो सके कि पुर्जों का घोटाला हुआ है। चिट्टी बाबू का यह भी आरोप है कि उनको भी इसी कारण हाल ही में निलम्बित कर दिया गया है, ताकि वे वर्कशॉप में हो रही अनियमितताओं को उजागर न कर सकें।
चिट्टी बाबू ने 55 कर्मचारियों के प्रमोशन में भी अनियमितताओं का आरोप एक बार फिर से दोहराया है। उनका कहना है कि इस मामले में कर्मचारियों से पैसा वसूली की बजाय अधिकारियों से होना चाहिए।
जांच में आरोप सही नहीं पाये-
इधर दूसरी तरफ वर्कशॉप प्रशासन द्वारा एक बार फिर चिट्टी बाबू के आरोपों को झूठा बताया गया है। प्रशासन की ओर से कहा गया है कि गन के पुर्जों के मामले की जांच हो चुकी है और उसमें कुछ भी नहीं पाया गया था। यह मामला वर्ष 2006 का होने की बात कही जा रही है, जबकि खुद चिट्टी बाबू वर्ष 2013 में वर्कशॉप की नौकरी में आया था। पुर्जों को दफन करने की बात पूरी तरह से गलत है और इस मामले की जांच के दौरान जब जांच कमेटी ने चिट्टी बाबू से पुर्जे दबाने वाले स्थल को बताने के लिए कहा था तो चिट्टी बाबू भाग निकला था।
Created On :   17 Feb 2018 2:44 PM IST