नागपुर और अमरावती में बनेंगे लर्निंग डिस-एबिलिटी सेंटर, रेलवे स्टेशन पर 210 नए खुफिया कैमरे रखेंगे नजर

Learning Disability Center will be built in Nagpur and Amravati
नागपुर और अमरावती में बनेंगे लर्निंग डिस-एबिलिटी सेंटर, रेलवे स्टेशन पर 210 नए खुफिया कैमरे रखेंगे नजर
नागपुर और अमरावती में बनेंगे लर्निंग डिस-एबिलिटी सेंटर, रेलवे स्टेशन पर 210 नए खुफिया कैमरे रखेंगे नजर

डिजिटल डेस्क, नागपुर। दिव्यांगों के शैक्षणिक अध्ययन अक्षमता उपचार केंद्र (लर्निंग डिस-एबिलिटी सेंटर) नागपुर और अमरावती में स्थापित करने के आदेश राज्य सरकार ने दिए हैं। इससे पहले मुंबई और पुणे में यह सुविधा थी। अब विदर्भ में दो केंद्र बनाने को सरकार की हरी झंडी मिलने की जानकारी सोलास्टिक ऑपरेशंस फॉर एकेडेमिकली हैंडिकैप एंड मेंटरशीर (सोहम) के अध्यक्ष संजय अवचट ने प्रेस कांफ्रेंस में दी।

मेडिकल कॉलेज में बनेगा सेंटर
उन्होंने बताया कि शैक्षणिक अध्ययन अक्षम दिव्यांग मतिमंद नहीं, गतिमंद रहते हैं। सामान्य विद्यार्थियों से होशियार रहते हैं। उन्हें समुपदेशन की आवश्यकता रहती है। योग्य समुपदेशन मिलने पर सामान्य विद्यार्थियों से आगे जाते हैं। इसकी सैकड़ों मिसाले हैं। महाराष्ट्र में सिर्फ मुंबई और पुणे में यह सुविधा है। विदर्भ और मराठवाड़ा के विद्यार्थियों को मुंबई, पुणे में समुपदेशन के लिए जाने पर लाखों रुपए खर्च आता है। आर्थिक स्थिति ठीक नहीं रहने पर अनेक विद्यार्थियों को समुपदेशन नहीं मिल पाता। उनकी इस समस्या को सोहम के माध्यम से सरकार के सामने रखने पर मुख्यमंत्री द्वारा इसे हरी झंडी दी गई है। नागपुर में शासकीय मेडिकल कॉलेज और अमरावती में सुपर स्पेशलिटी सेंटर में यह सुविधा उपलब्ध कराने का आदेश जारी किए जाने की अवचट ने जानकारी दी। पत्र परिषद में मुधमिता क्षीरसागर, चंद्रकांत रागीट, जवाहर चरडे, प्रसन्न धनकर उपस्थित थे।

210 नए खुफिया कैमरे रखेंगे स्टेशन पर नजर
स्वतंत्रता दिवस के पहले नागपुर रेलवे स्टेशन पर अत्याधुनिक प्रणाली के 2 सौ से अधिक कैमरे लगनेवाले हैं। इसका उद्घाटन 13 अगस्त को मध्य रेलवे के जीएम डी. के. शर्मा करेंगे।   नागपुर रेलवे स्टेशन व्यस्त स्टेशनों में शामिल है। संवेदनशील स्टेशनों में भी इसे जाना जाता है। वर्तमान में यहां पुराने जमाने के कैमरे भी लगे हैं। सुरक्षा को देखते हुए अब यह काफी नहीं हैं। लिहाजा, यहां इंटीग्रेटेड सिक्यूरिटी सर्विस की शुरूआत की जा रही है। जानकारी के अनुसार, कुल 210 कैमरे यहां लगाए जानेवाले हैं। कई कैमरे घूमनेवाले रहेंगे। आरपीएफ में इनके लिए एक स्वतंत्र कक्ष बनाया गया है, जहां इन कैमरों के 10 मॉनिटर रखे गए हैं। यहां बैठा स्टॉफ 24 घंटे इन पर नजर रखेगा।  

काम अंतिम चरण में
नए कैमरों को इन्स्टॉल करने का काम अंतिम चरण में है, 15 अगस्त तक यह काम करना शुरू कर देगा। 
ज्योतिकुमार सतिजा, वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त, मध्य रेलवे नागपुर मंडल 
 

Created On :   2 Aug 2018 1:34 PM IST

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