नागपुर यूनिवर्सिटी को छोड़ BATU से जुड़ेंगे 50 इंजीनियरिंग कॉलेज

Leaving Nagpur University, 50 engineering colleges are now going to join Batu
नागपुर यूनिवर्सिटी को छोड़ BATU से जुड़ेंगे 50 इंजीनियरिंग कॉलेज
नागपुर यूनिवर्सिटी को छोड़ BATU से जुड़ेंगे 50 इंजीनियरिंग कॉलेज

डिजिटल डेस्क, नागपुर। नागपुर यूनिवर्सिटी को छोड़ 50 इंजीनियरिंग कालेज अब BATU से जुड़ने जा रहे हैं। बता दें राज्य में इंजीनियरिंग शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा डॉ. बाबासाहब आंबेडकर टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (BATU) की स्थापना की गई है। अब नागपुर और अमरावती विश्वविद्यालय के करीब 50 कॉलेज BATU से सम्बद्धता ले रहे हैं। आगामी शैक्षणिक सत्र में इसके लिए BATU को कुल 70 कॉलेजों के आवेदन मिले हैं, जिसमें से 50 कॉलेजों को सम्बद्धता दी जाने वाली है। ये कॉलेज विदर्भ, मुख्य रूप से नागपुर से हैं। BATU के कुलगुरु डॉ. वी. जी. गायकर ने चर्चा के दौरान यह जानकारी दी है। वे शहर के जे. डी. कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में आयोजित एक कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने पहुंचे थे।

उल्लेखनीय है कि बीते कुछ समय से इंजीनियरिंग कॉलेज पारंपरिक विश्वविद्यालयों को छोड़ BATU का रुख कर रहे हैं। अपडेट सिलेबस, बेहतर कार्यप्रणाली और टेक्नोलॉजिकल सर्पोट इसकी मुख्य वजह है। नागपुर का जे. डी. कॉलेज भी BATU से ही सम्बद्ध है। वहीं आस-पास के अन्य कॉलेजों ने भी सम्बद्धता के लिए BATU के पास आवेदन किया है। बीते दिनों शुरू हुआ वर्धा के बजाज इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी भी BATU से ही सम्बद्ध है। अब नागपुर और विदर्भ के अन्य इंजीनियरिंग कॉलेजों ने भी BATU की राह पकड़ी है।

नागपुर यूनिवर्सिटी ने कहा गुडबाय, BATU कह रहा वेलकम
इस विषय पर बीते दिनों नागपुर यूनिवर्सिटी कुलगुरु डॉ. सिद्धार्थ विनायक काणे ने विचार व्यक्त करते हुए सभी इंजीनियरिंग कॉलेजों को BATU से सम्बद्धता लेने की अपील की थी। उनका तर्क था कि BATU का गठन ही इंजीनियरिंग विश्वविद्यालय के रूप में हुआ है। इसी सुर में BATU कुलगुरु डॉ. वायकर ने भी सुर मिलाया। उन्होंने नागपुर और विदर्भ के सभी इंजीनियरिंग कॉलेजों का अपने यहां स्वागत किया है। उन्होंने इसके साथ ही स्पष्ट किया कि BATU से सम्बद्धता की आस रखने वाले कॉलेजों को अपने यहां गुणवत्ता सुनिश्चित करनी होगी। BATU की सम्बद्धता की प्रक्रिया सख्त है, इसके लिए सख्ती से निरीक्षण भी होता है। सभी पात्रताओं की पूर्ति करने वाले कॉलेजों को BATU अवश्य सम्बद्धता देगा। 

रिक्त पद, कम फंडिंग की कमी
राज्य सरकार चाहे इंजीनियरिंग शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए BATU की स्थापना का दावा करती हो, मगर हकीकत इसके विपरीत है। अन्य विश्वविद्यालयों की ही तरह BATU में भी बड़ी संख्या में शिक्षक और गैर-शिक्षक पद खाली हैं। इसी तरह BATU को सरकार से मिलने वाला अनुदान भी बेहद समिति है। BATU कुलगुरु वायकर के अनुसार इस स्थिति में सुधार होना चाहिए।BATU यूनिवर्सिटी को शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए कई उपक्रम और योजनाएं चलाना जरूरी है। यदि उन्हें पर्याप्त नियुक्तियां और फंडिंग नहीं मिलेगी, तो वे अपने लक्ष्य प्राप्ति में मुश्किल से सफल हो पाएंगे। 

 

Created On :   24 Nov 2018 8:43 AM GMT

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