अमरावती: गवर्मेंट इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर में घूम रहा तेंदुआ!

Leopard roaming in Government Engineering College campus!
अमरावती: गवर्मेंट इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर में घूम रहा तेंदुआ!
दहशत अमरावती: गवर्मेंट इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर में घूम रहा तेंदुआ!

डिजिटल डेस्क, अमरावती। एक्सप्रेस हाइवे पर महादेव खोरी पुलिया के पास तेंदुए के दो शावक मिलने की घटना के बाद अब व्यंकटेश कॉलोनी परिसर में तेंदुए की दहशत फैल गई। व्यंकटेश कॉलोनी परिसर निवासी राजगुरे के पालतू श्वान का तेंदुए ने शिकार किया। जिसकी पुष्टि वन विभाग के अधिकारी ने की है। इसी बीच शेगांव नाका के गवर्मेंट इंजीनियरिंग महाविद्यालय परिसर में दो दिन पहले विद्यार्थियों को तेंदुआ दिखा। सूचना मिलने पर सोमवार 12 सितंबर को वडाली वन विभाग की आरएफओ वर्षा हरणे ने मौके पर जाकर पूछताछ की। जिससे अब महादेवखोरी परिसर से अभियांत्रिकी महाविद्यालय तक तेंदुए की दहशत फैल गई है। 

उल्लेखनीय है कि 2 सितंबर को महादेवखोरी परिसर के पुलिया के पास कुछ लोगों को तेंदुए के दो शावक दिखाई दिए। वडाली वन विभाग के रेस्क्यू दल ने इन शावकों को पकड़कर वडाली वन कार्यालय परिसर के पिंजरे में रखा। दूसरे दिन मादा तेंदुआ उस पिंजरे के पास पहुंची और अपने दोनों शावकों को साथ लेकर वडाली के जंगल में चली गई। इस घटना के बाद महादेवखोरी, मंगलधाम कॉलोनी, एसआरपीएफ क्वॉर्टर परिसरवासियों में तेंदुए की दहशत कायम है। इसी बीच तीन दिन पहले व्यंकटेश कॉलोनी में रहनेवाले किसी राजगुरे नामक व्यक्ति के घर के आंगन में बांधे हुए पालतू कुत्ते का तेंदुए ने शिकार किया। परिसरवासियों का कहना है कि एसआरपीएफ कैम्प से कुछ दूरी पर श्मशानभूमि की दीवार फांदकर तेंदुआ परिसर में घुस आता है और उसने अब तक परिसर के तीन से चार आवारा कुत्तों का शिकार किया है। जहां एक ओर महादेवखोरी, मंगलधाम कॉलोनी, व्यंकटेश कॉलोनी परिसर में तेंदूए की दहशत कायम थी। वहीं तीन दिन पहले गर्व्हमेंट इंजीनिअरिंग कॉलेज परिसर में तेंदूआ दिखाई देने के बाद इस महाविद्यालय के होस्टल में रहनेवाले विद्यार्थियों ने अधिकारियों को बताई। अधिकारियों ने इसकी जानकारी वन विभाग के अधिकारियों को दी। वडाली वन विभाग की परिक्षेत्र अधिकारी वर्षा हरणे ने सोमवार 12 सितंबर को दोपहर 4 बजे अभियांत्रिकी महाविद्यालय को भेंट देकर उस परिसर का मुआयना किया। जहां तेंदूआ दिखाई देने की अफवाह चल रही है। उन्होंने महाविद्यालय के विदयार्थी और अधिकारियों से भी इस बाबत चर्चा की। लेकिन इस अफवाह को फैलते चार दिन बीतने के कारण वन विभाग ने परिसर के फुटप्रिंट नहीं लिए। 
 

Created On :   13 Sept 2022 1:38 PM IST

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