कोयला कम, इसलिए लोडशेडिंग का सामना

Less coal, hence face load shedding
कोयला कम, इसलिए लोडशेडिंग का सामना
गडकरी ने कहा- वेकोलि युद्धस्तर पर कोयले का उत्पादन बढ़ाए कोयला कम, इसलिए लोडशेडिंग का सामना

डिजिटल डेस्क, नागपुर। राज्य में लोडशेडिंग और कोयले की उपलब्धता को लेकर प्रदेश और केंद्र सरकार में चल रहे टकराव के बीच केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितीन गडकरी ने वेकोलि को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि  वेस्टर्न कोल फील्ड्स को अपने खदानों में युद्धस्तर पर कोयला उत्पादन बढ़ाना चाहिए। लगभग 20 दशलक्ष टन कोयला उत्पादन बढ़ाना आवश्यक है। मौजूदा स्थिति में कोयला उपलब्ध नहीं होने से लोडशेडिंग का सामना करना पड़ रहा है। यह ध्यान में रखकर वेकोलि विद्युत निर्मिती के लिए लगने वाला कोयला आरक्षित रखे। 

4-4 साल तक फाइलें दबाकर रखता है प्रशासन : कार्यक्रम में गडकरी ने कहा कि कोयला का अधिक उत्पादन बढ़ाना अब आवश्यक है। प्रशासन 4-4 साल तक फाइलें दबाकर रखना बंद करे। इसके पहले ही उत्पादन बढ़ जाता तो आज कोयले की कमी नहीं होती। वेकोलि द्वारा सस्ते में कोयला देने के कारण गरीबों को सस्ते में बिजली मिलती है, लेकिन इस कोयले में पत्थर भी भेजे जा रहे हैं। नाशिक-कोराड़ी में भेजे गए कोयले में पत्थरों के ढेर देखने मिलते हैं। 

बंद खदानों का निजीकरण करें 
जो कोयला खदानें बंद हैं, अथवा आर्थिक परेशानी में है, उन कोयला खदानों को शुरू करने के लिए निजीकरण का प्रयोग करके देखें। यह सलाह देते हुए गडकरी ने कहा कि सरकार ने कोयला कानून में सुधार करने का निर्णय लिया है। अमोनियम नाइट्रेट की कमी हमारे देश में है। वेकोलि अमोनियम नाइट्रेट व मिथेन का उत्पादन करने की अनुमति दे। साथ ही डीएमई बनाने पर घरेलू उपयोग के लिए गैस में उसे मिलाया जा सकता है और सिलेंडर भी सस्ता होगा। खदान से निकलने वाली मिट्टी से रेत अलग कर उसे सस्ती कीमत में उपलब्ध कराने पर गरीबों को फायदा होगा। रेत माफियाओं के काला बाजार पर नियंत्रण आएगा। 

सरकार लगाएगी यूरो-6 की शर्त 
उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य के क्षेत्र में उपयोग में लाई जाने वाली मशीनरी के लिए सरकार यूरो-6 की शर्त लगाने वाली है। इसस इथेनॉल, मिथेनॉल, सीएनजी, एलएनजी का उपयोग किया जा सकेगा। इससे पर्यावरण की भी सुरक्षा होगा। गडकरी ने कहा कि वेकोलि अपनी खाली जगह, टीले सामाजिक संगठनों को वृक्षारोपण के लिए उपलब्ध कराए। कर्मचारियों को स्मार्ट घर बनाकर उन्हें अच्छी सुविधा दें। इससे शाश्वत विकास साधने में मदद मिलेगी। इस दौरान सांसद कृपाल तुमाने ने भी अपने विचार रखे। वेकोलि के व्यवस्थापकीय संचालक मनोज कुमार ने प्रास्ताविक भाषण में दिव्यांगों के लिए 2 करोड़ से अधिक रकम अब तक खर्च करने की जानकारी देते हुए बताया कि 1600 से ज्यादा लोग दिव्यांगों को इसका लाभ मिला है। आज भी 687 लाभार्थियों को विविध साहित्य वितरण किए गए। 

 


 

Created On :   17 April 2022 8:08 PM IST

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