विधान परिषद चुनाव में उम्मीदवारी के लिए शुरु हुई लॉबिंग

Lobbying started for candidature in the Legislative Council elections
विधान परिषद चुनाव में उम्मीदवारी के लिए शुरु हुई लॉबिंग
विधान परिषद चुनाव में उम्मीदवारी के लिए शुरु हुई लॉबिंग

 डिजिटल डेस्क, मुंबई। भारत निर्वाचन आयोग ने महाराष्ट्र विधान परिषद की रिक्त हुई 9 सीटों पर 21 मई को चुनाव घोषित किया है। विधानसभा सदस्यों के मतदान से चुने जाने वाले विधान परिषद के नौ सदस्यों का चुनाव निर्विरोध होने की प्रबल संभावना है। इसके संकेत राज्य में सत्ताधारी महाविकास आघाड़ी और विपक्षी दल भाजपा दोनों ओर से मिले हैं। विधान परिषद की ये 9 सीटें 24 अप्रैल से रिक्त हैं। इसमें राकांपा की 3, भाजपा की 3, कांग्रेस की 2 और शिवसेना की 1 सीटें शामिल हैं।

आघाडी पांच, भाजपा के हिस्से चार सीटें
शनिवार को राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी कार्यालय के एक अफसर ने ‘दैनिक भास्कर’ से बातचीत में बताया कि विधान परिषद की 9 सीटों पर होने वाले चुनाव में एक उम्मीदवार को जीतने के लिए 29 वोटों की जरूरत पड़ेगी। ऐसे में विधानसभा में मौजूदा संख्या बल के आधार पर महाविकास आघाडी को 5 और भाजपा को 3 सीटें आसानी से मिल जाएंगी जबकि बाकी की 1 सीट पर कब्जा जमाने के लिए महाविकास आघाडी और भाजपा के बीच रस्साकशी देखने को मिल सकती है। भाजपा के प्रदेश नेतृत्व ने निर्दलीय विधायकों के समर्थन के बल पर 4 सीटों पर उम्मीदवार उतराने की तैयारी की है। ऐसी स्थिति में महाविकास आघाडी को 5 सीटों पर संतोष करना पड़ेगा। हालांकि महाविकास आघाड़ी को 6 सीटों पर जीत हासिल करने के लिए केवल 4 अतिरिक्त वोटों की जरूरत पड़ेगा। महाविकास आघाडी के पास 170 विधायकों का समर्थन है। इसलिएमहाविकास आघाडी आखिर तक छठवीं सीट के लिए प्रयास करेगी। वहीं भाजपा के पास 105 विधायक हैं। ऐसे में भाजपा को 4 सीटें जीतने के लिए 11 अतिरिक्त वोट आवश्यक होंगे। इस परिस्थिति में निर्विरोध चुनाव के लिए सत्ताधारी और विपक्ष में से किसी एक को समझौता करना पड़ेगा। अगर महाविकास आघाडी 5 सीटों पर लड़ती है तो इसमें शिवसेना को 2, राकांपा को 2 और कांग्रेस को 1 सीटें मिलेंगी।

उद्धव होंगे उम्मीदवार
विधान परिषद चुनाव में शिवसेना की 2 सीटों में से पहली सीट पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे उम्मीदवार होंगे जबकि दूसरी सीट पर विधान परिषद की निवर्तमान उपसभापतिनीलम गोर्हे को दोबारा उम्मीदवारी मिल सकती है। विधान परिषद में राकांपा के तीन सदस्य हेमंत टकले, किरण पावसकर और आनंद ठाकुर का कार्यकाल समाप्त हुआ है। टकले राकांपा के शीर्ष नेतृत्व के बेहद करीबी माने जाते हैं। इसलिए टकले को उम्मीदवारी मिलना तय है। वहीं दूसरी सीट पर पावसकर को मौका दिया जा सकता है। 

भाजपा से खडसे, पंकजा व बावनकुले दावेदार
विधान परिषद में भाजपा की 3 सीटें रिक्त हुई हैं। भाजपा के सदस्य अरुणभाऊ अडसड, पृथ्वीराज देशमुख और स्मिता वाघ का कार्यकाल खत्म हुआ है। लेकिन अबकी बार तीनों के पत्ते कटने के आसार हैं। क्योंकि भाजपा में पूर्व मंत्री एकनाथ खडसे, पूर्व मंत्री पंकजा मुंडे, पूर्व मंत्री विनोद तावडे और पूर्व मंत्री चंद्रकांत बावनकुले जैसे अनुभवी नेता दावेदार हैं। विधानसभा चुनाव में तावडे और बावनकुले का टिकट काट दिया गया था। चूंकि विधान परिषद में फिलहाल भाजपा के पास कोई बड़ा चेहरा नहीं है। ऐसेमें पार्टी के पूर्व मंत्रियों की लॉटरी लग सकती है। वहींकांग्रेस की विधान परिषद में 2 सीटें खाली हुई हैं। इसमें कांग्रेस सदस्य हरिसिंग राठोड का कार्यकाल समाप्त हुआ है जबकि कांग्रेस के सदस्य रहे चंद्रकांत रघुवंशी ने 1 अक्टूबर 2019 को इस्तीफा दे दिया था। रघुवंशी फिलहाल शिवसेना में हैं। वहीं राठोड भी कांग्रेस से खफा चल रहे हैं। इस नाते उम्मीद जताई जा रही है कि कांग्रेस कोई नया उम्मीदवार उतारेगी। कांग्रेस में दावेदारों की बहुत लंबी सूची है। 

सरकार का संकट टला
निर्वाचन आयोग के विधान परिषद की रिक्त सीटों पर चुनाव कराने के फैसले के साथ ही ठाकरे सरकार का संभावित संकट भी टल गया है। मुख्यमंत्री उद्धव को विधानमंडल के दोनों सदनों में से किसी एक सदन का 28 मई तक सदस्य बनना जरूरी है। राज्य मंत्रिमंडल ने मुख्यमंत्री को विधान परिषद में राज्यपाल कोटे की रिक्त सीट पर नामित करने के लिए राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी के पास दो बार प्रस्ताव भेजा था लेकिन राज्यपाल ने मुख्यमंत्री को नामित नहीं किया। इस कारण लगभग 20 दिनों से पेंच फंस गया था। हालांकि बाद में राज्यपाल ने चुनाव आयोग से विधान परिषद की रिक्त सीटों पर चुनाव कराने का आग्रह किया और चुनाव आयोग कोरोना संकच के बीच चुनाव कराने तैयार हो गया है। इससे मुख्यमंत्री के विधान परिषद का सदस्य बनने की राह आसान हो गई है।

21 मई को होगा चुनाव 
विधान परिषद की रिक्त 9 सीटों के लिए 11 मई तक उम्मीदवार पर्चा दाखिल कर सकेंगे। 12 मई को उम्मीदवारों के नामांकन पत्रों की छानबीन होगी। 14 मई को उम्मीदवार अपना नामांकन वापस ले सकेंगे। इसके बाद 21 मई को मतदान होगा। इसी दिन चुनाव परिणाम भी घोषित किए जाएंगे।  
 

Created On :   2 May 2020 7:40 PM IST

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