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ऐसा लग रहा जैसे पूरा राज्य माफियाओं के हाथ में है

डिजिटल डेस्क, नागपुर। राज्य में दिवाली के पटाखे फूटने लगे हैं। राष्ट्रवादी व भाजपा में विवाद शुरू है। यह एक तरह से अच्छा है। इस बहाने पार्टी के कुछ लोगों का चरित्र जनता के सामने आ रहे हैं। सेवा के रूप में की जाने वाली राजनीति अब कमर्शियल हो गई है। एक-दूसरे पर आरोप और विवाद से ऐसा लग रहा है, जैसा पूरा राज्य माफियाओं के हाथ में चला गया है। यह आरोप वंचित बहुजन आघाड़ी के नेता व पूर्व सांसद एड. प्रकाश आंबेडकर ने लगाया।
निम्न स्तर पर पहुंच गई है राजनीति : पत्र-परिषद में एड. आंबेडकर ने कहा कि राज्य और केंद्र दोनों जगह राजनीति निम्न स्तर पर पहुंच गई है। लोगों की शार्ट टर्म मेमोरी को देखते हुए रोजाना नए-नए आरोप लगाए जा रहे हैं। एक प्रकरण दबाने के लिए दूसरा बाहर निकाला जा रहा है। इस ओर ध्यानाकर्षित करते हुए पूर्व सांसद ने कहा कि, ऐसा ही विवाद जारी रहता, तो जो अंडरवर्ल्ड में होता है वह राजनीति में होने समय नहीं लगेगा। इस अवसर पर पूर्व राज्यमंत्री डॉ. रमेश गजबे उपस्थित थे। एड. आंबेडकर ने कहा कि, फिलहाल राजनीति को देखते हुए न्यायालय की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण हो गई है। न्यायालय को जितना संभव हो, उतनी जल्दी राजनीतिक अपराधों के प्रकरणों का निपटारा करना चाहिए। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने एक बड़ा मौका गंवा दिया है। पेगासस मामले में दो सवालों के जवाब मांगे होते, तो अच्छा होता। स्पाइवेयर केंद्र ने खरीदा क्या? खरीदा है तो किसके लिए उपयोग किया और उसकी सूची पेश करने को कहते। अगर, केंद्र सरकार जवाब नहीं देती, तो न्यायालय को स्वयं याचिका दाखिल कर जवाब ढूंढना था। राफेल में 100 करोड़ की वसूली का मामला सामने आ रहा है। ऐसे में राजनीतिक भ्रष्टाचार के प्रकरणों पर न्यायालय त्वरित सुनवाई करे।
वजीर और राजा ढूंढ़ने की जरूरत : वंचित नेता ने कहा कि, पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख को 40 साल से पहचानता हूं। वह अच्छी प्रतिमा के व्यक्ति हैं। वसूली प्रकरण में पैसे देने का मामला सामने आया है। जिस कारण वह मोहरे हैं, लेकिन इस प्रकरण में वजीर और राजा कौन? इसे ढूंढ़ने की जरूरत है। पैसा किसके पास पहुंचाया गया और किसके पास गया, यह सामने आना चाहिए। देशमुख ने अपनी प्रताड़ना करने के बजाय कानून को सहयोग कर माफी का गवाह बनना चाहिए।
फडणवीस अब तक चुप क्यों थे : देवेंद्र फडणवीस पांच साल राज्य के मुख्यमंत्री थे। अभी उन्होंने मलिक पर अंडरवर्ल्ड से संबंध होने का आरोप क्यों लगाय? फडणवीस पर संकट आया, इसलिए उन्होंने आरोप किया। वह चुप थे। उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित बातें दबाकर क्यों रखीं? आंबेडकर ने कहा कि, मुख्यमंत्री व पुलिस की तरह राज्यपाल को भी गोपनीय जानकारी दी जाती है। जिस कारण राज्यपाल को इस प्रकरण में ध्यान देकर राज्य में क्या चल रहा है, इसकी जानकारी लेने की जरूरत है।
Created On :   10 Nov 2021 7:58 PM IST