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महाराष्ट्र में किसानों की आत्महत्या सभी के लिए शर्म की बात : वेंकैया नायडू

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कृषि विकास के लिए सामूहिक प्रयासों और योगदान का आह्वान करते हुए वाइस प्रेसिडेंट एम. वेंकैया नायडू ने कहा कि महाराष्ट्र में किसान आत्महत्या सभी के लिए शर्म की बात है। उन्होंने कहा, "सवाल किसी दल विशेष का नहीं है। सभी दलों ने राज किया, लेकिन किसी ने भी कृषि पर विशेष ध्यान नहीं दिया। विकास की नीति में कृषि और किसान पर खास ध्यान देना होगा।"
वेंकैया नायडू शुक्रवार को एग्रोविजन राष्ट्रीय कृषि प्रदर्शनी व परिसंवाद के उद्घाटन मौके पर बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि कृषि और उद्योग देश के विकास की दो आंखें हैं। किसान के हितों की रक्षा करना सरकार का कर्तव्य है। किसान एकजुट हो रहे हैं। आंदोलन भी होने लगे हैं, लेकिन आंदोलन हिंसक नहीं होना चाहिए। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, राज्य के कृषि मंत्री पांडूरंग फुंडकर, जल संसाधन मंत्री गिरीश महाजन समेत अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी और किसान प्रतिनिधि मौजूद थे।
25 तक किसानों के खातों में जमा हो जाएगी कर्जमाफी की राशि : मुख्यमंत्री
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, किसानों के खाते में 25 नवंबर तक कर्जमाफी की राशि जमा हो जाएगी। पहले कर्जमाफी का लाभ वित्तीय संस्थाओं को हुआ था। अब कर्जमाफी का लाभ पारदर्शी तरीके से दिया जा रहा है। यवतमाल में कीटनाशक से किसानों की मृत्यु के मामलों को देखते हुए गलत बीज और कीटनाशक बेचने वाले केंद्रों के पंजीयन रद्द करने के संबंध में भी राज्य सरकार काम कर रही है। आर्गेनिक और सामूहिक खेती को भी प्रोत्साहन दिया जा रहा है। राज्य सरकार ने प्रदेश में विकास दर बढ़ाने का काम किया है।
25 हजार करोड़ के सिंचाई प्रोजेक्ट जल्द
केंद्रीय सड़क परिवहन व जल संसाधन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, केंद्र सरकार की 90 प्रतिशत आर्थिक सहायता से 4 नए सिंचाई प्रोजेक्ट शुरू किए जा रहे हैं। 25 हजार करोड़ की लागत के ये प्रोजेक्ट महाराष्ट्र व गुजरात के लिए होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 3 माह में इन प्रकल्पों का शुभारंभ करेंगे। तापी नीर नर्मदा परियोजना का काम भी हो रहा है। इन परियोजनाओं के लिए केंद्र सरकार 10 हजार करोड़ रुपए देगी। इन योजनाओं का अधिकतम लाभ भी महाराष्ट्र के किसान आत्महत्या से ग्रस्त जिलों को होगा।
गडकरी ने गोसीखुर्द परियोजना को 2019 तक पूरा करने का आश्वासन भी दोहराया। यह भी कहा कि विश्व बैंक के सहयोग से 6000 करोड़ के जल संसाधन विकास के कार्य किए जाएंगे। इन कार्यों का लाभ भी महाराष्ट्र को मिलेगा। महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश में सिंचाई जलापूर्ति के लिए पाइप लाइन डाली जाएगी। गडकरी ने कहा कि विदर्भ के किसान आत्महत्या वाले जिलों में योगगुरु बाबा रामदेव का पतंजलि समूह गाय पालन योजना लाना चाहते हैं। वे 1000 एकड़ जमीन चाहते हैं। राज्य सरकार रामदेव बाबा के साथ 2 हजार करोड़ की गाय पालन योजना को साकार कर सकती है।
Created On :   10 Nov 2017 11:54 PM IST