महाराष्ट्र ने नहीं देखा ऐसा धमकाने वाला मुख्यमंत्री: फडणवीस

Maharashtra has not seen such a threatening Chief Minister: Fadnavis
महाराष्ट्र ने नहीं देखा ऐसा धमकाने वाला मुख्यमंत्री: फडणवीस
महाराष्ट्र ने नहीं देखा ऐसा धमकाने वाला मुख्यमंत्री: फडणवीस

डिजिटल डेस्क, मुंबई । विधानसभा मे विपक्ष के नेता व पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडवीस ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के धमकी भरे लहजे की आलोचना करते हुए कहा है कि महाराष्ट्र के इतिहास में ऐसा धमकी देने वाला मुख्यमंत्री नहीं देखा। फडणवीस ने कहा कि ठाकरे सरकार के एक साल के कार्यकाल पर सुप्रीम कोर्ट व हाईकोर्ट के फैसले भारी पड़ गए हैं। दोनों शीर्ष अदालतों ने जिस तरह से सरकार के कामकाज को लेकर कड़ी टिप्पणी की है, उससे इन्हें चुल्हू भर पानी में डूब मरना चाहिए।  शनिवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में फडणवीस ने मुख्यमंत्री ठाकरे द्व्रारा अपने सरकार का एक साल का कार्यकाल पूरे होने पर शिवसेना के मुखपत्र को दिए इंटरव्यू का उल्लेख करते हुए कहा कि मैं भी मुख्यमंत्री रहा हूं। और देश में बहुत से मुख्यमंत्री हैं। ऐसे मौके पर मुख्यमंत्री अपने सालभर के कामकाज का लेखा-जोखा पेश करते हुए भविष्य के योजनाओं का खाका पेश करते हैं। लेकिन उद्वव ठाकरे ने पूरे इंटरव्यू में सिर्फ विपक्ष को धमकी देने का काम किया है। 

राष्ट्रपति शासन की मांग नहीं, पर हुआ संविधान का उलंघन 
भाजपा नेता ने कहा कि मैं महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग नहीं कर रहा पर सुप्रीम कोर्ट व हाईकोर्ट की कड़ी टिप्पणी से यह साबित हुआ है कि राज्य में संविधान का उलंघन हो रहा है। उन्होंने सवाल किया कि क्या अब सुप्रीम कोर्ट व हाईकोर्ट को भी महाराष्ट्रद्रोही ठहराएंगे। कंगना रनौत के ऑफिसमें तोड़क कार्रवाई मामले में हाईकोर्ट ने शिवसेना प्रवक्ता संजय राऊत की भी आलोचना की है। दोनों अदालतों की टिप्पणी से साफ हो गया है कि महाराष्ट्र में सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग हो रहा है। फडणवीस ने कहा कि आप पांच साल सरकार चलाओ पर हमें धमकी मत दो।

मोदी के नाम पर मांगा था वोट
उन्होंने फिर दुहराया कि तीन दलों की यह सरकार विश्वासघात से बनी है। मोदी जी के नाम पर वोट मांग कर विरोधियों से मिल गए। यह महाराष्ट्र की जनता के साथ धोखा है। फडणवीस ने कहा कि एक साल के दौरान इस सरकार ने केवल स्थगन का काम किया है। हर काम पर रोक लगाने के अलावा यह सरकार कुछ नहीं कर सकी। कोरोना की स्थति भी इनसे संभाले नहीं गई। फडणवीस ने कहा कि मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठे व्यक्ति को इस तरह की भाषा शोभा नहीं देती। 

मेरी पत्नी के बारे में शिवसेना नेताओं ने की टिप्पणी
मुख्यमंत्री ठाकरे के परिजनों को निशाना बनाने के सवाल पर फडणवीस ने कहा कि जो राजनीति में है उस पर टिका टिप्पणी होगी ही पर शिवसेना नेताओं ने तो मेरी पत्नी को लेकर ट्विटर पर बहुत कुछ टिप्पणी की। एक सवाल के जवाब में फडणवीस ने कहा कि भाजपा की इतनी दहशत है कि तीनों दल सभी चुनाव मिल कर लड़ने की बात कर रहे हैं पर इससे हमें कोई फर्क नहीं पड़ेगा। 

राऊत की घोषणा, चव्हाण को पता नहीं
फडणवीस ने कहा कि सरकार में बैठे तीनों दलों में कोई समन्वय नहीं है। ऊर्जामंत्री नितीन राऊत ने बिजली बिलों में राहत की घोषणा की पर अब उनके दूसरे मंत्री अशोक चव्हाण कह रहे कि बगैर चर्चा राऊत ने यह एलान कर दिया। जबकि राऊत कह रहे कि उपमुख्यमंत्री अजित पवार के कहने पर यह घोषणा की पर अजित कह रहे कि हमें तो पता ही नहीं। उन्होंने कहा कि तबादले के लिए दलाल घूम रहे हैं। ऐसी खराब स्थिति तो कांग्रेस-राकांपा सरकार के समय में भी नहीं थी। 

Created On :   28 Nov 2020 5:10 PM IST

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