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मुंबई बंद : आंदोलन और मौत के बाद बातचीत के लिए तैयार सरकार, दो विधायकों ने दिया इस्तीफा
- मराठा आरक्षण की मांग को लेकर महाराष्ट्र में शुरू हुआ आंदोलन अब हिंसक हो गया है।
- औरंगाबाद में एक युवक ने गोदावरी नदी में कूदकर अपनी जान दे दी है।
- वहीं महाराष्ट्र के कई इलाकों में गाड़ियों
- बसों और ट्रकों को तोड़फोड़ कर आग के हवाले कर दिया गया है।
डिजिटल डेस्क, मुंबई। मराठा आरक्षण की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों ने एक बार पुलिस पर पथराव किया। छह घंटे लंबे जाम के बाद मुंबई-पुणे हाईवे को पुलिस प्रशासन की मदद से खुलवाया गया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए लाठीचार्च करने के साथ आंसू गैसे के गोले भी छोड़े। इससे पहले मराठा आरक्षण आंदोलन क्रांति के बीच मराठा क्रांति मोर्चा ने मुंबई बंद का फैसला वापस लिया था।
आंदोलन का नेतृत्व कर रहे एक नेता ने कहा कि लोगों को दफ्तर से घर लौटने में दिक्कत न हो इसलिए आंदोलन को वापस लिया गया है। वहीं मुंबई, नवी मुंबई, पालघर, ठाणे, कल्याण, सातारा, नासिक में बंद का हिंसक असर देखने को मिला है। इसी बीच महाराष्ट्र के सीएम देवेन्द्र फडणवीस ने कहा है कि हम आरक्षण की मांग कर रहे संगठनों से बातचीत करने के लिए तैयार है। सीएम फडणवीस ने कहा है कि, इस मराठा समुदाय के लिए आरक्षण का कानून बनाया गया है, लेकिन इस पर मुंबई हाईकोर्ट ने रोक लगा रखी है। मराठा आंदोलन को लेकर शिवसेना विधायक के बाद एनसीपी विधायक भाऊसाहब चिकटगांवकर ने इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष हरिभाऊ बागड़े के कार्यालय को ई-मेल के जरिये भिजवा दिया।
The government has taken cognisance of protest by Maratha community and has taken several decisions. Govt is ready to talk to them. Govt had made a law for reservation to the community but that was stayed by Bombay HC: Maharashtra CM Devendra Fadnavis pic.twitter.com/YLwht6EQpv
— ANI (@ANI) July 25, 2018
There"s no question of us taking political benefit.Till when you"ll deceive ppl in name of discussions? BJPShiv Sena are taking political benefits by asking people to vote in their favourthen they"ll help:Congress" Ashok Chavan on Maha CM statement on #MarathaReservationProtest pic.twitter.com/88K6MxakMh
— ANI (@ANI) July 25, 2018
#WATCH: Maharashtra police fires tear gas shells on #MarathaKrantiMorcha"s protesters who were blocking the Mumbai-Pune highway in Kalamboli over demand for reservation in govt jobs education, earlier today. The organisation has called off #MumbaiBandh now. #Maharashtra pic.twitter.com/7PdrwMOfH2
— ANI (@ANI) July 25, 2018
बंद के दौरान नवी मुंबई को मराठा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने पूरी तरह से जाम कर दिया। यहां पुलिस की भी एक गाड़ी को आग के हवाले कर दिया गया। इस दौरान पुलिस को भी हवाई फायर करना पड़ा। बंद के दौरान मराठा कार्यकर्ताओं ने ठाणे स्टेशन पर ट्रेन रोकने की भी कोशिश की। आरक्षण की मांग को लेकर मंगलवार से शुरू हुआ मराठा आंदोलन अब तक काफी हिंसक रहा है। महाराष्ट्र के 15 जिलों में इसका असर सबसे ज्यादा देखने को मिला है, जहां तोड़फोड़ और आगजनी की गई। इस आंदोलन में अब तक एक कांस्टेबल समेत 2 लोगों की मौत हो चुकी है।
सतारा में बेकाबू भीड़ का पुलिस पर हमला
महाराष्ट्र के सातारा जिले में आंदोलनकारियों ने पुलिस को निशाना बनाते हुए जमकर पथराव किया। जिसमें पुलिस अधीक्षक संदीप पाटील समेत अन्य चार पुलिस कर्मी घायल हो गए। पुलिस वैन में भी तोड़फोड़ की गई। भीड़ पर काबू पाने के लिए पुलिस को हवा में गोलियां चलानी पड़ी, साथ ही गैस के गोले छोड़ने पड़े। राजवाड़ा से जिलाधिकारी कार्यालय तक मोर्चा निकाला गया था। उसके बाद कुछ आंदोलनकारी मुंबई-बेंगलुरू नेशनल हाईवे रोकने के लिए गए। जहां आंदोलनकारियों ने जमकर नारेबाजी की। टायर जलाकर यातायात रोका। इस दौरान पुलिस को हल्के बल का प्रयोग करना पड़ा। कराड़ में भी प्रदर्शनकारियों ने आगजनी कर दुपहिया रैली निकालकर बंद करवाया।
मुंबई बंद LIVE Update....
हिंसा के बीच मराठा क्रांति मोर्चा ने मुंबई बंद वापस ले लिया। लोगों को घर लौटने में दिक्कत न हो इसलिए आंदोलन को वापस लिया गया।
#MarathaKrantiMorcha calls off Mumbai bandh. They were protesting over demand for #MarathaReservation in government jobs and education. pic.twitter.com/ZZdAb3R79C
— ANI (@ANI) July 25, 2018
शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा है कि महाराष्ट्र में मराठा आंदोलन के लिए बीजेपी जिम्मेदार है। आंदोलनकारियों को नहीं समझा पाना बीजेपी की विफलता है।
Mumbai: Miscreants pelted stones set a bus ablaze in Mankhurd during #MarathaQuotaStir. Fire has now been extinguished by fire tenders. pic.twitter.com/HA3jP9t05L
— ANI (@ANI) July 25, 2018
एनसीपी की सांसद सुप्रिया सुले ने महाराष्ट्र में आरक्षण के लिए चल रहे मराठा समुदाय के आंदोलन का मुद्दा आज लोकसभा में उठाया और कहा कि मराठा और धनगर समुदायों की मांगों को पूरा करके उनके साथ न्याय किया जाना चाहिए।
#MarathaReservation protests: Workers of #MarathaKrantiMorcha block a local train in Thane pic.twitter.com/cotagpKpzp
— ANI (@ANI) July 25, 2018
हिंसक आंदोलन की वजह से पूरी मुंबई की लोकल सेवा भी ठप हो गई है। आंदोलन के दौरान पुलिस की तीन गाड़ियों को भी तोड़फोड़ कर आग के हवाले कर दिया गया।
Mumbai: A group of Maratha Kranti Morcha workers request with folded hands, the shopkeepers in Bandra to shut their shops. #MaharashtraBandh pic.twitter.com/zVcHM6b3WV
— ANI (@ANI) July 25, 2018
मुंबई में मराठा क्रांति मोर्चा के कार्यकर्ता दुकानदारों से हाथ जोड़कर अपनी दुकान बंद करने का आग्रह कर रहे हैं।
#MarathaReservation protests: Tires set ablaze on Majiwada bridge in Thane. #Maharashtra pic.twitter.com/2sTPFB1zRo
— ANI (@ANI) July 25, 2018
हिंसक मराठा आंदोलन के दौरान ठाणे इलाके में माजिवादा पुल के पास प्रदर्शन के दौरान टायरों में आग लगा दी गई।
#MarathaReservation protest: A Thane Municipal Transport(TMT) bus vandalised in Wagle estate area of Thane. #Maharashtra pic.twitter.com/IzMutlrp4l
— ANI (@ANI) July 25, 2018
We are not blocking any road. We are carrying out a peaceful protest. We have told our workers that there should be no inconvenience to the police or govt due to our protest. We are asking people to shut down their shops: Maratha Kranti Morcha #MaharashtraBandh pic.twitter.com/mM38GDTQby
— ANI (@ANI) July 25, 2018
शासन ने अफवाहों को रोकने के लिए औरंगाबाद में इंटरनेट सेवाएं बंद कर गईं। वहीं गंगापुर में पत्थरबाजी के दौरान एक पुलिस कॉन्स्टेबल की मौत हो गई। एसएल काटगावकर ओस्मनाबाद जिले में हेड कॉन्स्टेबल के पद पर तैनात थे उन्हें ड्यूटी के लिए गंगापुर में नियुक्त किया गया था। भीड़ की तरफ से की गई पत्थरबाजी के दौरान उन्हें हार्ट अटैक आ गया और उनकी मौत हो गई। वहीं 26 प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। बता दें कि सोमवार को जलसमाधि आंदोलन करते हुए गोदावरी नदी में कूदकर काकासाहेब सिंदे नाम के एक युवक ने अपनी जान दे दी थी, जिसके बाद से ये आंदोलन और ज्यादा भड़क गया। काकासाहेब की मौत के बाद मराठा क्रांति मोर्चा ने मंगलवार को महाराष्ट्र बंद का ऐलान किया था।
#Maharashtra: Police head constable of Osamanabad police SL Katgaonkar deputed at Gangapur died of a heart attack when mob attacked police with stones earlier today. #MarathaReservation
— ANI (@ANI) July 24, 2018
Maharashtra: Maratha Kranti Morcha workers tonsured their heads in Aurangabad"s Gangapur during their protest demanding reservation for Maratha community in govt jobs education. pic.twitter.com/OT8KnMWCXP
— ANI (@ANI) July 24, 2018
औरंगाबाद, मुंबई के अलावा कोल्हापुर, सातारा, सोलापुर और पुणे में हालात तनाव पूर्ण हो गए। आंदोलनकारी काकेसाहेब को शहीद का दर्जा देने की भी मांग करने लगे। काकासाहेब शिंदे का मंगलवार को अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार में मराठा समुदाय के लोगों के अलावा कई राजनेता भी शामिल हुए। हालांकि मराठा समाज के लोगों ने अंतिम संस्कार में नेताओं के आने पर आपत्ति उठाई और उनका विरोध किया। उधर, शिवसेना ने मराठा आरक्षण का समर्थन किया है। मराठा क्रांति समाज ने कहा है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती हैं, उनका आंदोलन जारी रहेगा। बढ़ती हिंसा को देखते हुए औरंगाबाद के डीएम उदय चौधरी ने मराठा क्रांति मोर्चा की अधिकांश मांगे मान ली है। डीएम उदय चौधरी ने बताया कि सरकार मृतक काकासाहेब शिंदे के परिवार को 10 लाख रुपये मुआवजा देगी। साथ ही उनके छोटे भाई को सरकारी नौकरी भी दी जाएगी।
Maharashtra: Maratha Kranti Morcha workers set a truck ablaze in Aurangabad"s Gangapur during their protest, demanding reservation for Maratha community in govt jobs education. pic.twitter.com/NiU8RmcAjD
— ANI (@ANI) July 24, 2018
औरंगाबाद में ही मराठा आंदोलन के दौरान मराठा क्रांति मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने गंगापुर के पास ही हाईवे पर एक ट्रक को आग के हवाले कर दिया।
#WATCH: Maratha Kranti Morcha workers set ablaze a truck in Aurangabad"s Gangapur as a mark of their protest demanding reservation for Maratha community in government jobs education. #Maharashtra pic.twitter.com/OIdBJlSLpo
— ANI (@ANI) July 24, 2018
वैसे तो मराठा आरक्षण की मांग लंबे समय से हो रही है, लेकिन बीते कुछ दिनों से आरक्षण के लिए आंदोलन तेज हो गया है। सीएम देवेंद्र फडणवीस के खिलाफ लोग कड़ी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं और मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे की मांग की जा रही है। पिछले साल 9 अगस्त को मराठा समाज के लाखों लोगों ने महाराष्ट्र की सड़कों पर उतर कर एक बड़ा मार्च निकाला था। यह मार्च औरंगाबाद से शुरू होकर मुंबई में समाप्त हुआ था। उस समय सूबे के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने मराठा समाज की मांगों पर कई आश्वासन दिए थे। मुख्यमंत्री ने मराठा समाज के लिए घोषणाओं के साथ ही उनकी समस्याओं के निराकरण के लिये कैबिनेट की उप समिति बनाने का भी वादा किया था।
Created On :   24 July 2018 8:13 AM GMT